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Wednesday, April 27, 2022

मेयर के निर्देशों का नहीं दिखा असर, खाद्य आपूर्ति विभाग ने नहीं उपलब्ध करवाई शहर के राशन डिपुओं की लोकेशन वाइज सूची

मेयर के निर्देशों का नहीं दिखा असर, खाद्य आपूर्ति विभाग ने नहीं उपलब्ध करवाई शहर के राशन डिपुओं की लोकेशन वाइज सूची 

हिसार : लगता है या तो मेयर गौतम सरदाना की चलती नहीं या फिर अधिकारी उनकी निर्देश का गंभीरता से नहीं लेते। यहीं कुछ मंगलवार को नगर निगम हाउस की साधारण बैठक में देखने को मिला। मेयर गौतम सरदाना ने 22 अप्रैल को बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग की मौजूदगी में खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ तीन साल के एजेंडे को लेकर रिव्यू बैठक की थी और निर्देश दिए थे कि जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी हिसार शहर के अंतर्गत आने वाले सभी 112 डिपो होल्डर की सूची हाउस की बैठक में प्रस्तुत करेंगे। इतना ही नहीं सभी 112 डिपो की फोटो सहित डिटेल रिपोर्ट देंगे कि जहां राशन डिपो डिपो होल्डर द्वारा दर्शाए गए है, डिपो वहीं पर चल रहे है या नहीं। मंगलवार को जब हाउस की बैठक हुई खाद्य आपूर्ति विभाग के शीर्ष अधिकारी वहां पहुंचे ही नहीं और जो पहुंचे थे, उन्होंने मेयर द्वारा मांगी गई डिटेल की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई। यह देख मेयर सरदाना का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। मेयर ने खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर निर्दोष पूनिया से कहा कि रिव्यू बैठक में जो डिटेल मांगी थी वह क्यों नहीं लेकर आए। इस पर पूनिया सफाई देने लगे। मेयर ने कड़क लहजे में कहा कि कहने के बाद भी निगम एरिया के राशन डिपूओं की लोकेशन वाइज सूची नहीं लाए तो यहां करने क्या आए हो? किस पता है कि शहर में 112 डिपो होल्डर है या भी नहीं। उनका कोई पता भी होना चाहिए क नहीं। इस पर इंस्पेक्टर पूनिया ने बचाव करते हुए कहा कि सर, कल तो डिपो होल्डर की डिपो के बाहर खड़े करके पूरे पता के साथ लिस्ट उपलब्ध करवा दी जाएगी। इस पर मेयर कुछ शांत हुए लेकिन उन्होंने खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर असंतोष जताते हुए कहा कि क्यों गरीबों का अनाज खा रहे हो। इस हिसाब से तो जाहिर होता है कि राशन सही नहीं बंट रहा।  पिछले दिनों एक ही परिवार के नाम 4 डिपुओं अलॉट करने के मामला भी उठाया और कहा कि जिन राशनकार्ड धारकों ने डिपो होल्डर की भूमिका पर सवाल उठाते हुए अपने बयान दर्ज करवाए थे, अब विभाग के अधिकारियों ने उन पर दबाव डालकर डिपो होल्डर के समर्थन में बयान दर्ज करवाए हैं। मेयर ने दावा किया कि जो लोग बयान से मुकर हैं, उन्हीं में से ही कुछ ने शपथपत्र देते हुए विभाग के एफएसओ कृष्ण पर दबाव डालने का आरोप लगाया है। मौके पर मौजूद एफएसओ कृष्ण ने सफाई देते हुए कहा कि मैंने किसी पर दबाब नहीं बनाया, लोग ने खुद डिपो होल्डर के पक्ष में बयान दिए हैं। मेयर ने चेतावनी देते हुए कहा कि या तो बयान देने वाले 67 गलत या फिर भी आप। दोनों पक्षों में से एक की सजा पक्की है। इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। चाहे बयान से मुकरने वालों पर या फिर आप पर। मेयर ने चेतावनी दी कि अंतिम मौका है, सुधरने का, इस बार सीएम और डिप्टी सीएम से भी मिलेंगे।  खाद्य आपूर्ति का मतलब खाकर पूर्ति कर दो राशन डिपो संचालकों की मनमानी का मुद्दा उठाते हुए वार्ड 7 से पार्षद मनोहर लाल वर्मा ने कहा कि विभाग के अधिकारियों को सारे रास्ते पता है कि डिपो संचालक कैसे गड़बड़ियां कर गरीबों का राशन डकार रहे हैं। पार्षद ने खाद्य आपूर्ति विभाग की डेफिनेशन बताई हुआ कि खाद्य आपूर्ति का मतलब खाकर पूर्ति कर दो। उन्होंने कहा कि 90 फीसद डिपो संचालक राशनकार्ड धारकों को राशन की पर्ची तक नहीं देते। पर्ची से बचने के लिए कहते हैं, मशीन खराब है, या फिर कहते हैं कि अंगूठे का सही मिलान नहीं हो रहा, जबकि अंगूठे का सही मिलान हो चुका होता है। जागरूकता के अभाव में राशनकार्ड धारक अंगूठे का सही मिलान नहीं होने की बात सुनकर चला जाता है और डिपो संचालक उसका राशन डकार जाता है।

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