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Saturday, April 16, 2022

SP का दावा- जश की हत्या साइको किलिंग:CID देख रही थी अंजलि, मर्डर का सीन देखते-देखते दबा दिया गला, न रंजिश था न कोई विवाद

SP का दावा- जश की हत्या साइको किलिंग:CID देख रही थी अंजलि, मर्डर का सीन देखते-देखते दबा दिया गला, न रंजिश था न कोई विवाद

करनाल : जश हत्याकांड को SP गंगाराम पूनिया ने साइको किलिंग बताया है। मामले को लेकर आयोजित प्रेस वार्ता में SP पूनिया ने दावा किया है कि अंजलि के पास जश को मारने की कोई वजह नहीं थी। अंजलि ने उसे न किसी रंजिश में मारा, न ही कोई विवाद था।

SP करनाल ने कहा कि अंजलि CID धारावाहिक देख रही थी। सीरियल में मर्डर का सीन आया और उसे देखते-देखते ही अंजलि ने चार्जर के तार से जश का गला दबा दिया। अंजलि ने एक बार वायर ढीला भी किया और उस समय जश ठीक था। इसके बाद वह डर गई कि घर जाकर जश घटना के बारे में परिजनों को बताएगा तो उसका क्या होगा। इस डर में ही अंजलि ने दोबारा जश का गला दबा दिया और उसकी हत्या कर दी।
*अंजलि के साइको होने की स्थिति की जांच करेंगे चिकित्सक*

एसपी ने बताया कि अंजलि का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज कराया गया था, जिनकी रिपोर्ट मिली हैं। संबंधित अस्पतालों में भी अंजलि के बारे में पूछताछ की गई। कल्पना चावला अस्पताल के बोर्ड से भी जांच करवाई गई है। पुराने मेडिकल के इतिहास व बार-बार गुस्सा आना ही अंजलि को साइको बनाता है। बोर्ड ने कहा कि विस्तृत रिपोर्ट के लिए कई दिनों तक अंजलि को निगरानी में रखना होगा। इसके बार डिटेल रिपोर्ट मिलेगी। जेल सुपरिंटेंडेंट को भी इस बारे में अवगत करवाया जाएगा। जश के पोस्टमार्टम के दौरान वीडियोग्राफी भी करवाई गई। सीडी मौजूद है। सिर के आसपास सूजन मिली है। सिर्फ गले पर तार से दबाने का निशान पाया गया। इसके अलावा कोई निशान नहीं मिला। न ही जश को कोई ड्रग या नशीला पदार्थ नहीं दिया गया।
*बैग, बेड की चादर, जश की चप्पल, मोबाइल चार्जर वायर बरामद*

एसपी पुनिया के अनुसार, पुलिस की जांच में सामने आया कि 5 अप्रैल को अंजलि के घर पर जश व उसकी बहन खेलने आई थी। उसने जश को खेलने के लिए मोबाइल दे दिया। खेलने के लिए मोबाइल न मिलने के कारण जश की बहन वहां से चली गई। टीवी चला रहा था, CID धारावाहिक आ रहा था, जिसे अंजलि देख रही थी। उसमें मर्डर का सीन आया, जिसे देखते-देखते उसने वारदात अंजाम दे दी। पुलिस ने बेड की लकड़ी के टुकड़े के सैंपल की रिपोर्ट ली है, जिस पर मानव ब्लड लगा मिला। बेड की चादर बरामद की। जिस बैग में शव डाला गया, उसे बरामद किया। उसकी जांच रिपोर्ट भी मानव खून ही बता रही है। अंजली ने जश की चप्पल, मोबाइल वायर बरामद करवाई है। इस बरामदगी की वीडियोग्राफी भी करवाई गई।

*किसी को बचाना या फंसाना नहीं है, निष्पक्ष जांच करेंगे*

एसपी पुनिया ने बताया कि पुलिस ने राजेश, अंजलि के पति लवली और अजंलि के फोन को लैब में भेजा है, ताकि अंदर की बात का पता चल सके। अंजलि व लवली के फोन से चैटिंग डिलीट है। यदि जांच में इससे भी अलग कोई पॉइंट सामने आता है, जो अपराध की श्रेणी में आता है तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। हमारा काम निष्पक्ष जांच करना है। किसी को बचाना या फंसाना नहीं है। कोई भी पक्ष हो, यदि पुलिस को लगेगा कि इनको सुरक्षा की जरूरत है तो उसको सुरक्षा दी जाएगी। अगर हत्याकांड में किसी और की भूमिका सामने आती है तो उसे पकड़ा जाएगा। अगर हत्याकांड में कोई ऐसा पॉइंट मिलेगा जो हत्या की वजह हो सकता है तो उस एंगल से भी मामले की जांच की जाएगी।
*पहली गिरफ्तारी 9 अप्रैल को तो दूसरी 13 को हुई*

बता दें कि गांव कमालपुर निवासी 5 वर्षीय जश 5 अप्रैल की दोपहर को लापता हो गया था। 6 अप्रैल की सुबह उसका शव पड़ोसियों की टीन की छत पर पड़ा मिला। पुलिस ने परिजनों के शक के आधार पर जश के पिता के ताऊ के बेटे राजेश के परिवार के सदस्यों को हिरासत में लिया। पूछताछ में सामने आया कि सुबह उनके घर अंजलि आई और बोली कि पूरे गांव की चैकिंग हो चुकी है। अब अपने ही कुछ घर बचे हैं। इनकी जांच होगी। तुम भी एक बार अंदर, बाहर ऊपर नजर फेर लो। राजेश की पत्नी धनवंती ने उसकी बात पर अमल करते हुए पूरे घर में छानबीन की। इस दौरान उसे छत पर बैग में जश का शव मिला। वह तुरंत नीचे आई और इस बारे में अपनी सास सौरनदे को बताया, फिर दोनों ऊपर गईं।

*पड़ोसियों की छत पर धकेल दिया बैग*

धनवंती और सौरनदे डर गईं कि बैग यहां है तो हम फंसेंगे। यह सोचकर बैग को दोनों ने पड़ाेसियों की तरफ फेंक दिया। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि अंतिम बार बच्चे को अंजलि के पास देखा गया तो इस आधार पर अंजलि को 9 अप्रैल को हिरासत में लिया गया। अंजलि से प्राथमिक पूछताछ में कुछ बातें पता चलीं, जिस आधार पर उसे गिरफ्तार करके 10 को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने 3 दिन का पुलिस रिमांड लिया। इसके बाद 2 दिन रिमांड बढ़ाया गया। 13 अप्रैल को धनवंती व सौरनदे की गिरफ्तारी डाली गई। 14 अप्रैल को दोनों को एक दिन का पुलिस रिमांड लिया गया। 15 अप्रैल को हत्या के आरोप में गिरफ्तार चाची अंजलि, शव खुर्दबुर्द करने वाली ताई धनवंती और दादी सौरनदे काे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण लोगों ने पुलिस कार्रवाई पर प्रश्नचिन्ह लगाया तो एसपी ने प्रेसवार्ता की, लेकिन हत्या का कोई ठोस कारण नहीं बताया।

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