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Monday, August 1, 2022

जियो 5G सर्विस रोलआउट को तैयार:5 बैंड में 88,078 करोड़ रुपए का स्पेक्ट्रम खरीदा, तेज गति और लो लेटेंसी के साथ 5G सर्विस मिलेगी

जियो 5G सर्विस रोलआउट को तैयार:5 बैंड में 88,078 करोड़ रुपए का स्पेक्ट्रम खरीदा, तेज गति और लो लेटेंसी के साथ 5G सर्विस मिलेगी

नई दिल्ली : रिलायंस जियो ने भारत में अलग-अलग फ्रीक्वेंसी बैंड में अपनी 5G नेटवर्क सेवाएं शुरू करने के लिए 5G स्पेक्ट्रम हासिल कर लिया है। टेल्को ने सोमवार को बताया कि उसने दूरसंचार विभाग (DoT) की ओर से आयोजित नीलामी में 700MHz, 800MHz, 1800MHz, 3300MHz और 26GHz बैंड में स्पेक्ट्रम हासिल किया है। रिलायंस इस स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल 20 साल तक कर सकेगा। इसके लिए उसने 88,078 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
जियो ने स्पेक्ट्रम मिलने के बाद क्या कहा?

Jio ने लो-बैंड, मिड-बैंड और mmWave स्पेक्ट्रम का एक यूनिक कॉम्बिनेशन हासिल किया है, जो हमारे डीप फाइबर नेटवर्क और स्वदेशी टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म के साथ मिलकर हमें 5G एवरीवेयर और 5G फॉर ऑल (कंज्यूमर और एंटरप्राइजेज) को प्रदान करने में सक्षम करेगा।
अपने बेजोड़ 700 MHz स्पेक्ट्रम फुटप्रिंट के साथ, जियो एकमात्र ऑपरेटर होगा जो तेज गति, लो लेटेंसी और बड़े पैमाने पर कनेक्टिविटी के साथ पूरे भारत में ट्रू 5G सर्विसेज प्रदान करेगा।
इस अधिग्रहण के साथ, Jio का कुल स्पेक्ट्रम फुटप्रिंट बढ़कर 26,772 MHz (अपलिंक + डाउनलिंक) हो गया है, जो भारत में सबसे ज्यादा है।
40 राउंड चली बोली की प्रोसेस
26 जुलाई से शुरू हुई 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सोमवार को समाप्त हो गई। 40 राउंड चली बोली में विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों ने बोली लगाई। एयरवेव्स की नीलामी से सरकार को 1,50,173 करोड़ रुपए की कमाई हुई है। जियो ने कहा कि नेशन वाइड फाइबर प्रजेंस, ऑल-आईपी नेटवर्क, स्वदेशी 5G स्टैक और टेक्नोलॉजी ईकोसिस्टम में स्ट्रॉन्ग ग्लोबल पार्टनरशिप के कारण कम से कम समय में 5G रोलआउट के लिए पूरी तरह से तैयार है।
अक्टूबर से देश में 5G सर्विस
टेलीकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'स्पेक्ट्रम एलॉकेशन 10 अगस्त तक होगा और 5G सर्विस अक्टूबर से शुरू होने की उम्मीद है।' वैष्णव ने कहा कि स्पेक्ट्रम की बेहतर उपलब्धता से देश में टेलीकॉम सर्विसेज की क्वालिटी में सुधार होगा।

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