राम रहीम की मां और पत्नी गए विदेश:7 अप्रैल को बेटा जसमीत ले गया; शाही परिवार में अब केवल हनीप्रीत ही शेष
हिसार : डेरा सच्चा सौदा सिरसा प्रमुख राम रहीम की मां नसीब कौर और उसकी पत्नी हरजीत कौर के विदेश जाने की चर्चाएं हैं। राम रहीम का बेटा जसमीत उन्हें 7 अप्रैल को विदेश लेकर चला गया। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ कि वे स्थाई तौर पर ही विदेश चले गए या फिर कुछ दिनों के लिए। राम रहीम अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए कई बार पैरोल की अर्जी लगा चुका था।
अब राम रहीम के शाही परिवार में केवल हनीप्रीत ही सिरसा में रह गई है। शाही परिवार के सभी सदस्य अब विदेश में हैं। हनीप्रीत ही उसकी सल्तनत संभालेगी। हालांकि राम रहीम का परिवार यूरोप के किस शहर में है, इसका खुलासा नहीं हो पाया।
राम रहीम के पोते की कुछ दिनों पहले परीक्षा थी। इसलिए जसमीत की पत्नी अपने बेटे को सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा दिलाने के लिए इंडिया आई थी। इसके कुछ दिनों बाद जसमीत भी आया। जसमीत 7 अप्रैल को दोबारा आया और अपनी दादी नसीब कौर व मां हरजीत कौर को वापस विदेश ले गया। हालांकि राम रहीम के परिवार के विदेश जाने पर डेरा प्रबंधन चुप्पी साधे हुए है।
हनीप्रीत को 5 अप्रैल को डेरा प्रेमी प्रदीप ने 50 लाख रुपए की फिरौती मांगते हुए धमकी दी थी। इसके बाद 6 अप्रैल को हनीप्रीत ने पुलिस में शिकायत दी तो पुलिस ने डेरा प्रेमी प्रदीप गोयल को पकड़ लिया। डेरे में इस घटनाक्रम के दौरान ही जसमीत अपने परिवार सहित मां और दादी को लेकर वापस विदेश चला गया।
राम रहीम की दोनों बेटियां अमरप्रीत और चरणप्रीत पहले ही लंदन चली गई थीं। 18 मई को सबसे पहले एक बेटी, फिर 26 सितंबर 2022 को बेटा जसमीत भी परिवार के साथ लंदन चला गया। राम रहीम का पूरा परिवार विदेश जाकर बस गया है।
*परिवार ने जारी किया था पत्र*
विदेश जाने से पहले राम रहीम के परिवार ने एक पत्र भी अनुयायियों को जारी किया था। इसमें कहा गया था कि परमार्थ (डेरा सच्चा सौदा में जुटाया जाने वाला चंदा) के लिए उनके नाम पर पैसा इकट्ठा किया जा रहा है। परिवार ने पत्र में आग्रह किया था कि अगर कोई भी परिवार के नाम पर चंदा जुटा रहा हो तो इसकी जानकारी परिवार को दी जाए।
इसके बाद राम रहीम ने अपनी नौंवी चिट्टी में परिवार में किसी भी प्रकार के मतभेद न होने को लेकर संगत के समक्ष स्पष्टीकरण भी दिया था। उस चिट्टी में लिखा था कि बेटा जसमीत बच्चों की शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहता है, उसने हमसे आज्ञा मांगी है।
हनीप्रीत अब डेरा प्रबंधन समिति की मौजूदा चेयरपर्सन बोर्ड ऑफ ट्रस्टी और ट्रस्ट का वाइस पैटर्न भी है। राम रहीम की मुख्य शिष्या हनीप्रीत है। साथ ही उसकी धर्म की बेटी भी बनी हुई है। राम रहीम ने अपने परिवार पहचान पत्र में हनीप्रीत को अपनी मुख्य शिष्या घोषित किया है।
PPP में परिवार के किसी सदस्य का नाम नहीं है। PPP में राम रहीम ने अपनी सालाना आय 70 लाख और हनीप्रीत ने 20 लाख रुपए दिखाई है। ऐसे में हनीप्रीत ही राम रहीम के बाद डेरे की सबसे बड़ी दावेदार है।
*पहली पैरोल पर कागजात में हुआ बदलाव*
राम रहीम जब फरवरी 2022 में पहली बार पैरोल पर आया था तो अपने आधार कार्ड से लेकर परिवार पहचान पत्र में पिता और परिवार के नाम कटवा दिए थे। पिता के नाम के आगे अपने गुरु सतनाम सिंह का नाम अंकित करवा दिया।
जबकि परिवार पहचान पत्र में अपनी पत्नी और मां के नाम न लिखवाकर केवल हनीप्रीत का ही मुख्य शिष्या के तौर पर नाम अंकित करवा दिया। डेरा सच्चा सौदा सिरसा का प्रमुख वही बनता है जो कि मौजूदा गुरु का मुख्य शिष्य है।
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