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Monday, May 8, 2023

मणिपुर में फंसी 11 छात्राओं में जींद की रितु भी:बोली- 18 घंटे से नहीं मिला खाना; हॉस्टल के बाहर हो रहे धमाके

मणिपुर में फंसी 11 छात्राओं में जींद की रितु भी:बोली- 18 घंटे से नहीं मिला खाना; हॉस्टल के बाहर हो रहे धमाके
जींद : मणिपुर में हिंसा के बीच हरियाणा के जींद की रितु भी 75 छात्राओं के साथ हॉस्टल में फंसी हुई है। इनमें 11 छात्राएं हरियाणा की है। ​मणिपुर एयरपोर्ट इनके हॉस्टल से 14 किलोमीटर दूर है। वहां तक जाने के लिए सुरक्षा नहीं मिल रही है। हॉस्टल के बाहर से लगातार आ रही बम और गोलियों की आवाज उनको डरा रही है।
साथ ही छात्राओं को 18 घंटे के बाद ही खाना मिल पा रहा है। पेयजल की भी दिक्कत है। रितु के परिजन भी हालात से भयभीत हैं और उनको बेटी की सुरक्षा की चिंता सता रही है। छात्राओं ने बताया कि सरकार की कोई मदद नहीं मिली है।
रितु के माता पिता को अपनी बेटी की सुरक्षा की चिंता सता रही है।

*नरवाना के हरिभगर में है परिवार*
जींद के नरवाना के हरि नगर की रहने वाली रितु ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री करने के बाद NIT मणिपुर में पीएचडी के लिए दाखिला लिया था। एक सप्ताह पहले ही वह यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में गई थी। इसके बाद वहां हिंसा और आगजनी की घटनाएं शुरू हो गई। वह हॉस्टल में ही फंस कर रह गई। पहले 100 से ज्यादा छात्राएं यहां थी, लेकिन वहां की प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें निकाल लिया गया। अब यहां हरियाणा की 11 छात्राएं और उत्तर प्रदेश की 50 से ज्यादा छात्राएं मौजूद हैं।
*हरियाणा सरकार से मदद नहीं*

रितु ने बताया कि हॉस्टल में काम करने वाले कर्मचारी और अधिकारी यहां से भाग कर जा चुके हैं। खाने और पीने की समस्या आने लगी है। रितु ने रविवार दोपहर बाद 3 बजे खाना खाया था, इसके बाद अभी तक दोबारा खाना नसीब नहीं हुआ है। उसने बताया कि हरियाणा सरकार की तरफ से उन्हें कोई मदद अभी तक नहीं मिल पाई है।
*धमाके से दहलता है दिल*

रीतू ने बताया कि हॉस्टल के बाहर बम और गोलियों की आवाज आती रहती हैं। वे बुरी तरह से डरे हुए हैं। हर धमाके के बाद उनका दिल दहल जाता है। हर पाल डर के साए में जीने को मजबूर हो रही हैं। रितु के पिता राजकुमार ने बताया कि उसकी बेटी पीएचडी करने के लिए मणिपुर गई थी, लेकिन अब वह वहीं पर फंसी हुई है। राजकुमार ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है, ताकि उसकी बेटी को वहां से सुरक्षित निकाला जा सके।

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