गृह मंत्री अनिल विज।
देश के नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले ही सियासी घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस समेत 21 पार्टियां नए संसद भवन के उद्घाटन का विरोध कर रही हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से न कराना राष्ट्रपति पद का अपमान है।
*नए संसद भवन के उद्घाटन का विरोध करने वाले विपक्ष से हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पूछा है कि यह बहिष्कार स्थाई है या अस्थाई ?*
गृह मंत्री अनिल विज ने शनिवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा है कि नए संसद भवन का जो सांसद और पार्टियां बहिष्कार कर रही हैं क्या वह बहिष्कार स्थाई है या अस्थाई ? क्या अब वह कभी भी इस नए संसद भवन में नहीं आएंगे ? और इसलिए संसद भवन में आने के लिए वह चुनाव भी नहीं लड़ेंगे ?
गृह मंत्री ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा था कि देश की कांग्रेस समेत जो विपक्षी पार्टियां हैं, उनका अंग्रेज मोह अभी नहीं गया। उन्हें अंग्रेजों द्वारा बनाई गई चीजें ज्यादा पसंद हैं। उनको हमारे देश के कारीगरों द्वारा बनाई चीजें पसंद नहीं हैं। इसीलिए वो विरोध कर रहे हैं।
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उनका यह मानना है कि जो भी राजनीतिक पार्टियां लोकतंत्र रूपी इस नए मंदिर का विरोध कर रही हैं, उन पार्टियों का हर देशभक्त व्यक्ति को बहिष्कार कर देना चाहिए। विज ने कहा कि विपक्ष का विरोध करना जायज है, लेकिन हर अच्छे काम का विरोध करना ठीक नहीं। जैसे असुर किसी भी अच्छे काम या यज्ञ में अर्चन डालते थे, जैसे ताड़का आकर उसमें हड्डियां डाल देती थी, यह बिल्कुल वही काम कर रहे हैं।
No comments:
Post a Comment