हरियाणा के शाहाबाद में लाठी चार्ज के किसानों ने पिपली (कुरुक्षेत्र) में कल 12 जून को महापंचायत बुलाई है, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत समेत हरियाणा, यूपी और पंजाब के तमाम किसान नेता शामिल होंगे। किसान MSP और गुरनाम सिंह चढूनी समेत जेल में बंद अन्य किसान नेताओं की रिहाई की मांग कर रहे हैं।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अफवाह चल रही है कि हरियाणा में पुलिस किसानों को रोकने का प्रयास करेगी। पुलिस-प्रशासन और किसान गलतफहमी में न रहे। यह 28 तारीख नहीं है। न किसान रुकेगा और न गिरफ्तारी देगा।
टिकैत ने कहा कि सभी महापंचायत में विचार-विर्मश करके आगामी रणनीतिक तैयार करेंगे। किसान पिपली में MSP पर फैसला लेंगे। हमारे किसान जेल में बंद हैं।
किसान संगठनों ने महापंचायत को सफल बनाने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगाया हुआ है। उधर, पुलिस प्रशासन ने किसान नेताओं के घर नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। नोटिस में लिखा गया है कि आप पिपली महापंचायत में शामिल होंगे, जिससे यातायात अवरुद्ध हो सकता है और कानून व्यवस्था भंग हो सकती है। आपको हिदायत दी जाती है कि आप कानून व्यवस्था बना कर रखें और 11 जून को अपना लिखित में जवाब/बयान दर्ज कराएं।
किसानों के पास भेजे नोटिस।
सरकार के आगे झुकेंगे नहीं किसान
उधर, BKU चढूनी ग्रुप, BKU शहीद भगत सिंह और संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े संगठनों के नेताओं का कहना है कि वे सरकार के आगे झुकेंगे नहीं। सोमवार को पिपली में महापंचायत कर आर-पार की लड़ाई लड़ने का फैसला लिया जाएगा।
किसान MSP के साथ जेल में डाले किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी समेत अन्य किसानों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। किसानों पर हत्या के प्रयास का झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन किसान अब पीछे नहीं हटेंगे।
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