Breaking

Wednesday, June 28, 2023

सर्विस का उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना : सीएमओ

सर्विस का उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना : सीएमओ
जींद : मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने केयर कम्पैनियन प्रोग्राम की मंगलवार से शुरूआत कर दी है। योजना के शुभारंभ पर सीएमओ डा. मंजू कादियान, चंडीगढ़ से डा. अभिषेक, डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला, डा. पालेराम, डा. रमेश पांचाल, डा. रघुवीर पूनिया, डा. अरविंद, डा. मंजू सिंगला, डा. मोनिका, डा. संदीप लोहान, डा. संकल्प, डा. शिप्रा, डा. बिजेंद्र ढांडा, नर्सिंग ऑफिसर सुनीता, इंद्रो, मास्टर ट्रेनर रेखा व सरीता मौजूद रहे। सीएमओ डा. मंजू कादियान ने कहा कि केयर कम्पैनियन प्रोग्राम के तहत जच्चा और बच्चे के देखभाल को लेकर एक फोन कॉल पर सारी जानकारी स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। जिससे अभिभावकों को जच्चा और बच्चे की देखभाल के लिए बार-बार अस्पताल या स्वास्थ्य अधिकारियों के चक्कर नहीं काटने होंगे। प्रसव होने के बाद स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा जच्चा और बच्चे की देखभाल को लेकर जानकारी परिजनों को उपलब्ध करवा दी जाती है बावजूद इसके कई अभिभावक लापरवाही बरतते हैं। जिससे जच्चा और बच्चा की जान पर बन आती है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग केयर कम्पैनियन प्रोग्राम की शुरूआत की है ताकि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।
*देशी नुस्खों का इस्तेमाल से जच्चा और बच्चा हो सकते हैं बीमार*

चंडीगढ़ से डा. अभिषेक, डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने बताया कि नॉर्मल और सिजेरियन दोनों ही डिलीवरी के बाद जच्चा और बच्चा का विशेष ध्यान रखना होता है। ऐसे में अस्पताल में तो जच्चा और बच्चा की केयर हो जाती है लेकिन कई बार घर पहुंचते ही देशी नुस्खों को अपनाना शुरू कर दिया जाता है। कई मामलों में जच्चा और बच्चा की तबीयत बिगड जाती है और उन्हें फिर से एडमिट करना पडता है। ऐसे में सभी नुस्खों से दूर रहने और जच्चा और बच्चा को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए नर्सिंग स्टाफ हर जानकारी उपलब्ध करवाएगा। इसमें जच्चा और बच्चा की घर पर केयर कैसे की जाए की पूरी जानकारी उनके अटेंडेंट्स को दी जाएगी। एक कॉल पर या स्कैन पर उपलब्ध होगी सर्विस
डा. पालेराम व डा. रमेश पांचाल ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत  एक फोन कॉल या फिर स्कैन पर उपलब्ध होगी। जिनके पास एंड्रॉयड फोन नही हैं वो जानकारी के लिए 1800 1210 095 पर कॉल कर जानकारी ले सकते हैं। इसके अलावा एक स्कैनर भी जच्चा और बच्चों के अटेंडेंट को उपलब्ध करवाया जाएगा। जिसे स्मार्ट फोन के माध्यम से स्कैन कर सारी जानकारी उपलब्ध होगी। यह सर्विस पूरी तरह से निशुल्क होगी। इस सर्विस का उद्देश्य हम हर मां और बच्चे के स्वास्थ्य की परवाह करते हैं। यह सर्विस केवल सहायता सेवा है। इमरजेंसी की स्थिति में तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचना होगा। 
*स्वस्थ बच्चे के लिए सात चरण*

मास्टर ट्रेनर रेखा व सरीता ने बताया कि स्वस्थ बच्चे के लिए सात चरण हैं। इसमें टीकाकरण, मां का दूध, त्वचा से त्वचा की देखभाल, नाल को न छूना, स्वच्छता बनाए रखना, स्वस्थ बच्चे के लिए स्वस्थ मां, परिवार को नियोजित करना शामिल है। वहीं बच्चे में होने वाले खतरे तथा मां को होने वाले खतरे की जानकारी होगी। साथ ही जच्चा और बच्चा की देखभाल, खान-पान का पूरा ब्यौरा होगा। योजना को लेकर लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष रूप से ट्रेनिंग दी गई है।

No comments:

Post a Comment