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Saturday, June 24, 2023

*उत्तर भारत में एक महीने में चौथी बार आया भूकंप:रोहतक रहा केंद्र; हरियाणा समेत पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली में महसूस हुए झटके*

*उत्तर भारत में एक महीने में चौथी बार आया भूकंप:रोहतक रहा केंद्र; हरियाणा समेत पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली में महसूस हुए झटके*
रोहतक रहा केंद्र; हरियाणा समेत पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली में महसूस हुए झटके|
भूंकप के दौरान दरवाजे की हिलती कुंडी।
उत्तर भारत में धरती एक बार फिर कांपी। एक महीने में यह चौथी बार उत्तर भारत में भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिनमें से 2 बार केंद्र जम्मू कश्मीर व एक बार लेह लद्दाख रहा। इस बार केंद्र हरियाणा का रोहतक रहा है। इसका असर हरियाणा के साथ-साथ पंजाब, दिल्ली व चंडीगढ़ में देखने को मिला।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार इस भूकंप की तीव्रता 3.2 रही। यह भूकंप अलसुबह 3.57 बजे महसूस किया गया। जिसका लेटीट्यूड 29.12, लांगीट्यूड 76.35 और गहराई 10 किमी थी। इसका केंद्र हरियाणा के रोहतक से 35 किमी नॉर्थ वेस्ट में था। यह झटके अलसुबह आए, जब लोग सो रहे थे। अगर इसकी तीव्रता अधिक होती तो जान-माल का नुकसान हो सकता था।

भूकंप विभाग द्वारा दिया गया अलर्ट।
जम्मू-कश्मीर के कटरा में आया था भूकंप
नेशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी इंडिया के अनुसार 6 दिन पहले भूकंप रविवार अलसुबह 3.50 बजे आया था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.1 मेग्नीट्यूड थी। इसका केंद्र कटरा से 80 किमी पूर्व धरती में 11 किमी नीचे लेटीट्यूड 42.96 और लांगीट्यूड 75.79 था। इससे पहले 13 जून को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसका केंद्र जम्मू-कश्मीर का डोडा ही था। इसी तीव्रता 5.4 थी और पूरा उत्तर भारत कांपा था।

6 दिन पहले आए भूंकप के दौरान कमरों में पंखे हिलने लगे थे।
प्लेटों में हलचल से आ रहा भूकंप
भूकंप विशेषज्ञों का कहना है कि बीते कुछ समय से धरती के नीचे प्लेट्स में हलचल के कारण भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। जब एक बार प्लेट्स अपनी स्थिति बदलती हैं तो बार-बार भूकंप आना स्वाभाविक है।

तीन महीने पहले भी झटके हुए थे महसूस
3 महीने पहले 21 मार्च को दिल्ली-NCR में रात करीब सवा दस बजे 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके झटके UP, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, बिहार में भी महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद से 133 किमी दक्षिण-पूर्व में रहा। भूकंप का केंद्र जमीन से 156 किमी की गहराई में था।

तुर्किये-सीरिया में 6 फरवरी को आए 3 बड़े भूकंप, 57 हजार लोगों की मौत
6 फरवरी को तुर्किये और सीरिया में 3 बड़े भूकंप आए थे। दोनों देशों में कुल मिलाकर 57 हजार लोग मारे गए थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दोनों देशों में 2 करोड़ 60 लाख लोगों को अब भी मदद की जरूरत है। 75 साल में पहली बार WHO ने इतने बड़े लेवल पर रेस्क्यू ऑपरेशन किया था।

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