पेयजल के संसाधन कुएं, जोहड़ व तालाब खात्मे की ओर हैं। इसलिए नहरों में बहते पानी को स्वच्छ और निर्मल रखना सभी का कर्तव्य है। यह कहना है सुनो नहरों की पुकार मिशन के मुख्य संरक्षक डॉ. जसमेर सिंह का। वे शनिवार को एक निजी संस्थान के विद्यार्थियों को नहरों के पानी के बढ़ते प्रदूषण पर जानकारी दे रहे थे। उन्होंने विद्यार्थियों को पेयजल बचाने और जल के स्रोतों को किसी भी प्रकार से प्रदूषित ना करने का संकल्प भी दिलवाया।
इस दौरान मिशन से जुड़े विद्यार्थियों ने पेयजल प्रदूषण पर 15 मिनट का नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। संस्थान के निदेशक नवीन दहिया ने डॉ. जसमेर सिंह, मुकेश नैनकवाल, अजय हुड्डा, निर्मल पन्नू और नाटक के सदस्यों का स्वागत किया। मिशन के महासचिव मुकेश नैनकवाल, नाटक के सूत्रधार जतिन मलिक, लेखा, अंशु, कमल, वीरेंद्र, कृष्णा, आदित्य आदि उपस्थित रहे।
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