हरियाणा के सिरसा लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की 18 जून को होने वाली रैली के विरोध में किसान नेताओं ने अपने घरों पर काले झंडे लगाने शुरू कर दिए हैं। वहीं, हिसार में किसानों ने प्रदर्शनकारियों को नोटिस देने की एवज में धरना स्थल से शहर के परिजात चौक तक शव यात्रा निकालने का फैसला किया है।
किसान नेता जसबीर सिंह भाटी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर अपना वीडियो जारी करते हुए कहा कि आज से काले झंडे घरों पर लगाने की शुरुआत कर दी है। काला झंडा कोठे ते, अमित शाह चढ़ानो चोटे ते। भाटी ने कहा कि कल 11 बजे गांव-गांव में अमित शाह के पुतले फूंके जाने चाहिए। किसान आंदोलन के समझौते को बीच में छोड़ दिया गया।
730 किसानों की शहादत को भूल नहीं सकते। हमारा प्रदर्शन शांतिमय होगा। लोगों से उम्मीद करते हैं कि अमित शाह की रैली में कुर्सियां खाली रहनी चाहिए।
किसानों ने कल मीटिंग करके काले झंडे दिखाने का फैसला लिया।
पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के नेता अनिल गोरछी ने कहा कि अमित शाह के हरियाणा आगमन पर किसानों के सम्मन निकालने व गिरफ्तारी के विरोध में रणनीति बनाई गई है। जिसके तहत लघु सचिवालय धरना स्थल से शाह की शव यात्रा ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ निकाली जाएगी।
जिसका पुतले का दहन पारिजात चौक पर किया जाएगा। वहीं, हिसार में किसानों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ब्लैक फ्लैग लगा लिए।
रैली को लेकर एडीजीपी ने भी सिरसा का दौरा किया।
काली चीजों पर बैन
सिरसा में अमित शाह की रैली को लेकर प्रदर्शनकारियों के विरोध को देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। एडीजीपी श्रीकांत यादव ने शनिवार को रिहर्सल के दौरान सुरक्षा कर्मचारियों को आम जनता की चेकिंग के दौरान काले रंग का रुमाल तक न ले जाने की हिदायत दी।
इसलिए कर रहे किसान विरोध
किसान आंदोलन के दौरान समझौते को लागू न करने के विरोध में किसान भाजपा नेताओं का विरोध करते आ रहे हैं। अमित शाह की रैली से पहले पुलिस प्रशासन ने 130 प्रदर्शनकारियों को नोटिस भेजे हैं। इसके विरोध में सिरसा में किसान संगठनों ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में मीटिंग की। मीटिंग में किसान संगठनों ने फैसला लिया कि 18 जून को सिरसा के हर गांव में गृह मंत्री के पुतले फूंके जाएंगे
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