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Tuesday, June 6, 2023

*केंद्रीय मंत्री की मीटिंग हुई रद:हिमाचल के साथ SYL मुद्दे पर हरियाणा की होनी थी चर्चा; अगली डेट जल्द होगी फाइनल*

*केंद्रीय मंत्री की मीटिंग हुई रद:हिमाचल के साथ SYL मुद्दे पर हरियाणा की होनी थी चर्चा; अगली डेट जल्द होगी फाइनल*
हिमाचल के साथ SYL मुद्दे पर हरियाणा की होनी थी चर्चा; अगली डेट जल्द होगी फाइनल|
हिमाचल प्रदेश के रास्ते सतलुज यमुना लिंक (SYL) नहर लाने को लेकर होने वाली केंद्र की अहम मीटिंग रद हो गई। वर्चुअल होने वाली इस मीटिंग में पंजाब-हरियाणा के मुख्यमंत्री शामिल होना था, लेकिन मीटिंग नहीं होने के कारण ये वार्ता सिरे नहीं चढ़ पाई। मीटिंग की अगली डेट अभी फाइनल नहीं की गई है। हरियाणा इन दिनों पानी की कमी को लेकर अब सतलुज यमुना लिंक (SYL) नहर को लेकर हिमाचल के रास्ते लाने की कवायद कर रहा है। इसको लेकर दोनों राज्यों के बीच एक दौर की वार्ता हो चुकी है।

SYL के अलावा इस मीटिंग में केसाऊ बांध का निर्माण करना, दादुपुर से हमीदा हैड न्यू लिंक चैनल का निर्माण, सरस्वती नदी का कायाकल्प और हेरिटेज विकास परियोजना, बिजली पर सेस लगाने जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
चंडीगढ़ में हो चुकी है मीटिंग
चंडीगढ़ में इस मुद्दे को लेकर अब तक एक मीटिंग हो चुकी हैं। इस मीटिंग की कार्ययोजना हाल ही में CM मनोहर लाल के साथ प्रशासनिक सचिवों की हुई मीटिंग में तय की गई थी। प्रशासनिक सचिवों के साथ हुई अहम मीटिंग में सीएम ने राज्य के सूखाग्रस्त क्षेत्रों के लिए सिंचाई योजना बनाने के निर्देश मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिए थे। इस मीटिंग में सीएम ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, नगर एवं ग्राम आयोजना व लोक निर्माण विभाग की 100 करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट समीक्षा भी की।
राजस्थान से आने वाले पानी को रोकेगा हरियाणा
सीएम ने कहा कि राजस्थान से आने वाले पानी को जगह जगह तालाब बनाकर रोका जाएगा। इससे अलावा गुरुग्राम मेवात फीडर कैनाल, जेएलएन फीडर की क्षमता बढ़ाने, हांसी ब्रांच की क्षमता बढ़ाने के कार्य भी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन सिंचाई एवं जल परियोजनाओं से भूजल संकट वाले क्षेत्रों में निजात मिलेगी और इंडस्ट्री और किसानों को भी सिंचाई के लिए पानी सुलभ हो सकेगा।

सरकार कर रही सिंचाई योजनाओं पर काम
मीटिंग में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के सभी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को निर्बाध रूप से पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल सुलभ करवाना सरकार की प्राथमिकता है। इसके बाद किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। इसके लिए पेयजल एंव सिंचाई की कई योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। हिमाचल के साथ होने वाली मीटिंग में इसको लेकर हल निकाला जाएगा।
इन जिलों में चल रहे अहम प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुनानगर में डब्लूजेसी कैनाल की रिमोडलिंग, करनाल में मुनक हैड से खुबडु तक कंक्रीट लिंक, गुरुग्राम वाटर सर्विस चैनल की रिमोडलिंग, गुरुग्राम के धनवापुर व बहरमपुर में एसटीपी की क्षमता बढाना, फतेहाबाद के गोरखपुर वाटर कन्वेंस सिस्टम का विकास करना, झज्जर में जुआ ड्रेन के निर्माण कार्य करोड़ों रुपए की राशि से किए जा रहे हैं।

100 MLD वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बन रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाटर ट्रीटमेंट के लिए धनवापुर में 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाया जा रहा है। इसके अलावा चंदु बुढे़डा में 100 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य जून माह में शुरू किया जाएगा।फरीदाबाद के प्रतापगढ व मिर्जापुर में बनाए जाने वाले एसटीपी का 80 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा, फरीदाबाद रोड़ से एनएच-48 गुरुग्राम तक 845.54 करोड़ रुपए की लागत से दक्षिण पेरीफेरल रोड़ का निर्माण किया जाएगा।

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