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Sunday, July 9, 2023

*नगर निगम की जड़ में अवैध धंधा:निगम में लगा शिविर और बाहर ठगी आईडी करेक्शन को मांगे 20 हजार, अफसर करवाएंगे एफआईआर*

*नगर निगम की जड़ में अवैध धंधा:निगम में लगा शिविर और बाहर ठगी आईडी करेक्शन को मांगे 20 हजार, अफसर करवाएंगे एफआईआर*
निगम में लगा शिविर और बाहर ठगी आईडी करेक्शन को मांगे 20 हजार, अफसर करवाएंगे एफआईआर|
नगर निगम में प्राॅपर्टी टैक्स की त्रुटियाें काे ठीक करने के लिए निगम के बाहर बैठे कंप्यूटर संचालक लेन देन का खेल खेल रहे हैं। मामले काे लेकर नगर निगम अधिकारियाें ने खुद एक कंप्यूटर संचालक के खिलाफ सिविल लाइन थाना एरिया की एचएयू चाैकी पुलिस काे शिकायत दी है।

नगर निगम के पास त्रुटियां ठीक करने के नाम पर 20 हजार रुपये मांगने की ऑडियाे है। यह ऑडियाे शहर में वायरल भी हाे गई है। इस मामले के बाद नगर निगम की टैक्स ब्रांच में भी हड़कंप मचा हुआ है। आखिर पुलिस कार्रवाई हाेगी ताे उन लाेगाें के नाम सामने आ सकते हैं जाे उक्त संचालक से फाइलें डील करता है।

*फायर ब्रिगेड कर्मचारी का बेटा है 20 हजार मांगने वाला*

नगर निगम के अधिकारिक सूत्राें ने यह बताया है कि ऑडियाे में जिस व्यक्ति ने टैक्स रिकाॅर्ड की दुरुस्ती की एवज में 20 हजार रुपये की डिमांड की है वह दमकल केंद्र के कर्मचारी का बेटा है। उक्त दमकल केंद्र कर्मचारी वर्षाें से नगर निगम कार्यालय के काम देखता था। हाल ही में उसे दमकल केंद्र में लगाया गया है।

निगम ऑफिस के नजदीक दुकान संचालक ने मांगे रुपये

पुलिस काे भेजी गई शिकायत मेंं नगर निगम आयुक्त की तरफ से लिखा गया है कि उन्हें माेहल्ला सूत्रखाना निवासी अजय गुप्ता के नाम से शिकायत मिली है कि नगर निगम कार्यालय के नजदीक बालाजी फाेटाे स्टेट के संचालक द्वारा फाेन के माध्यम से टैक्स रिकार्ड दुरहस्ती कराने की एवज में 20 हजार रुपये की डिमांड की गई है। इस मामले की ऑडियाे क्लिप भी नगर निगम अधिकारियाें की मिली थी।

प्रारंभिक स्तर पर अधिकारियाें ने अपने स्तर पर जांच की और बालाजी फाेटाे स्टेट संचालक काे बुलाकर पूछताछ की ताे उसने खुद स्वीकारा है कि ऑडियाे में आवाज उसी की है। नगर निगम कार्यालय द्वारा टैक्स रिकाॅर्ड दुरुस्ती के आवेदन के लिए निशुल्क हेल्प डेस्क लगाया हुआ है। जबकि उक्त व्यक्ति द्वारा मांगे गए 20 हजार रुपये अनुचित है। निगम अधिकारियाें ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।

काम की एवज में रुपये मांगने वाले से ये हुई बात

व्यक्ति : हेलो, हेलाे, आवाज आ रही है क्या?
कर्मचारी का बेटा-काैन?
व्यक्ति : अजय बाेल रहा हूं, मेरी फाइल का क्या रहा?
कर्मचारी का बेटा : बाऊजी हाे ताे जाएगा, खर्चा लगेगा।
व्यक्ति: खर्चा किस बात का, और कितना लगेगा?
कर्मचारी का बेटा : 20 हजार रुपये लगेंगे। आपका काम हाे जाएगा।
व्यक्ति : 20 हजार .. इतना ज्यादा, किसकाे देने हैं बहुत ज्यादा हैं ये ताे।
कर्मचारी का बेटा : वाे ताे अगले जाने जी, अब कराना है ताे लगेंगे ही।
व्यक्ति: भाई साहब मेरी ताे सिंपल फाइल ही लगा दाे और उसका एप्लीकेशन नंबर मुझे दे दाे।
कर्मचारी का बेटा : ताे ठीक है आपकी सिंपल फाइल लगा देंगे।
इन मामलों से समझिये, पहले भी नगर निगम में हो चुका घालमेल

निगम की ही टैक्स ब्रांच में वर्ष 2014-15 में जी-8 मामले में गड़बड़ी का मामला सामने आया था। अधिकारियाें काे पता चला ताे आराेपी ने डुप्लीकेट रसीद बुक छपवाकर थमा दी। मामले में आज तक जांच ही चल रही है।
सेक्टर 13 निवासी एक व्यक्ति जिन्हाेंने मेयर के पिता काे टैक्स जमा कराने के लिए पैसे दिए। उन्हाेंने मेयर के स्टाफ काे कैश जमा कराने के लिए दिया मगर किसी ने फर्जी रसीद तैयार कर उन्हें थमा दी। मामले की जांच अधूरी है।
10 हजार अकाउंट्स जीराे करने के मामले में भ्रष्टाचार के आराेप लगते रहे हैं। इसमें शहर की बड़ी-बड़ी फर्माें काे कराेड़ाें रुपये के बकाया टैक्स काे जीराे किया गया। जब जांच खुली ताे 11 कराेड़ के अकाउंटस रिकवर कर लिए मगर 5 हजार अकाउंटस आज तक रिकवर नहीं हुए। मामले की जांच अधूरी है।

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