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Friday, July 28, 2023

सर्प लपेटे व शरीर में राख लगा भूत-प्रेतों की बारात लेकर पार्वती से विवाह करने पहुंचे थे शिव भगवान : आचार्य

सर्प लपेटे व शरीर में राख लगा भूत-प्रेतों की बारात लेकर पार्वती से विवाह करने पहुंचे थे शिव भगवान : आचार्य
शिव कॉलोनी में गुरुवार को दुर्गा शक्ति महिला मंडल एवं रेलवे स्टेशन निवासियों की ओर से संयुक्त तत्वाधान में आयोजित शिवमहापुराण के तीसरे दिन उज्जैन से पधारे आचार्य व्यास हितेंद्र शास्त्री ने शिव विवाह का मंगलमय प्रसंग सुनाया। आचार्य ने कहा कि शिवजी का विवाह अद्भुत हुआ था, जिसमें बारात भगवान शिव के अनुरूप थी। भगवान के एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे में डमरू तथा शिवजी बैल पर चढ़कर बारात लेकर गए, इस दौरान बाजे बज रहे थे।                                                                 
आचार्य ने कहा कि शिवजी को देखकर देवांगनाएं मुस्करा रही थीं और कह रही थी कि इस वर के योग्य दुल्हन संसार में नहीं मिलेगी। शिव बारात के बारे में बताते हुए व्यास ने आगे कहा कि बारात में कोई बहुत दुबला, कोई बहुत मोटा, कोई पवित्र और कोई अपवित्र वेष धारण किए हुए, भयंकर गहने पहने हाथ में कपाल लिए और सब के सब राख लपेटे हुए जा रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दुल्हे के शरीर पर राख लगी है, सांप और कपाल के गहने हैं, वह जटाधारी और भयंकर दिख रहा है। उसके साथ भयानक मुखवाले भूत, प्रेत, पिशाच, योगिनियां और राक्षस हैं। बारात को देखकर स्वागत करने आए लोग भाग गए, मैना माता ने पार्वती का विवाह करने से मना कर दिया। नारद ने पार्वती के पूर्व जन्म की कथा कही तब जाकर मैना विवाह के लिए राजी हुई। कथा के अंत आयोजक मंडल द्वारा प्रसाद वितरण किया गया।

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