हरियाणा विधानसभा कूच कर रहीं आशा वर्कर गिरफ्तार:नारायणगढ़ में पुलिस से धक्का-मुक्की, जबरन पकड़कर थाने ले गई; आंदोलन जारी रखने का ऐलान
नारायणगढ़ में पुलिस और आशा वर्करों के बीच धक्का-मुक्की हुई। जिसके बाद पुलिस जबरन उन्हें पकड़कर थाने ले गई।
हरियाणा विधानसभा कूच के लिए चंडीगढ़ जा रही हजारों आशा वर्करों को पुलिस ने रास्तों में रोक लिया। विरोध में उन्होंने वहीं सरकार, विभाग और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के पूर्व महासचिव सतीश सेठी सहित 200 से ज्यादा आशा वर्करों को नारायणगढ़ में धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
वहीं आशा वर्कर यूनियन की राज्य प्रधान सुरेखा, महासचिव सुनीता, उप प्रधान सुधा , हेमलता और सीटू के महासचिव जय भगवान आशा वर्करों के साथ यवनीका पार्क पंचकूला पहुंचे, जहां से पुलिस ने उन्हें जबरन गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस कार्रवाई की निंदा की
आशा वर्कर यूनियन हरियाणा की महासचिव सुनीता व प्रधान सुरेखा ने सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा की गई दमनात्मक कार्रवाई की घोर निंदा की। उन्होंने कहा कि आज सरकार के इशारे पर पुलिस ने मदर आफ डेमोक्रेसी का नमूना पेश किया है। आशा वर्कर इस दमन एवं उत्पीड़न को याद रखेंगी और इसका माकूल जवाब देगी। जब तक मांगों का समाधान नहीं होगा तब तक 8 अगस्त से चल रही आशा वर्कर की हड़ताल जारी रहेगी।
जिला प्रशासन ने आशा वर्करों के कूच को लेकर शहर में धारा 144 लगा दी है।
सरकार पर अनदेखी का आरोप
पंचकूला पुलिस इन आंदोलनकारी महिलाओं को चंडीगढ़ कूच नहीं करने देगी और उन्हें रोकने की हर संभव कोशिश करेगी, लेकिन आशा वर्कर्स ने किसी भी सूरत में विधानसभा की तरफ बढ़ने का ऐलान किया है। यूनियन की नेताओं ने कहा कि सरकार लगातार वर्कर्स की मांगों व समस्याओं को अनदेखा कर रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर
आशा वर्करों की हड़ताल से राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हैं। विशेषकर महिलाओं व बच्चों व टीकाकरण अभियान सही नहीं चल रहा है। आंदोलनरत आशाओं ने कहा कि साल 2022 की तरह पुलिस व प्रशासन इस मार्च को विफल करने के लिए वाहनों की बुकिंग नहीं होने देने और नेताओं और आशाओं को राउंडअप करने की फिराक में हैं। ऐसी सूचनाएं कई जिलों से आ रही हैं।
सरकार के निर्देश पर विधानसभा कूच को विफल बनाने के लिए पुलिस ने हरियाणा आशा वर्कर यूनियन और सीटू के नेताओं को गिरफ्तार करने के लिए घरों पर छापेमारी शुरू कर दी है। जिसके कारण कई नेता अंडरग्राउंड हो गए हैं। सरकार ने जिला प्रशासन को आशा वर्करों को चंडीगढ़ आने को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। निर्देश मिलते ही पुलिस और गुप्तचर एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं।
बस मालिकों को धमका रही पुलिस
आशा वर्कर यूनियन हरियाणा की अध्यक्ष सुरेखा व महासचिव सुनीता ने विधानसभा कूच को विफल बनाने के लिए सरकार व पुलिस प्रशासन द्वारा प्रदेशभर में की जा रही छापेमारी, प्राइवेट ट्रांसपोर्टरों को धमकियां देकर वाहन रद्द कराने की निंदा की है।
उन्होंने कहा कि हर हाल में विधानसभा कूच किया जाएगा। पुलिस ने अगर रास्ते में रोकने का प्रयास किया तो वहीं रास्ते में आशा वर्कर प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार के दमनकारी हथकंडे के खिलाफ विधानसभा कूच के साथ ही सभी जिलों में भी प्रदर्शन किए जाएंगे।
धारा 144 को लेकर जारी आदेश...
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