जींद के इंजीनियर विक्रम ढुल को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित:2019 बैच के आइईएस के पिता किसान; इंजीनियरिंग में नई खोज पर सम्मान
जींद : जींद के रहने वाले वर्ष 2019 बैच के आइईएस (इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस) विक्रम ढुल को उनकी देश के प्रति उत्कृष्ट कार्य करने व इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नई खोज करने के लिए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन दिल्ली में सम्मानित किया।
विक्रम ढुल नौ खामा खाप के गांव रामराय के किसान के घर में जन्में पहले ऐसे युवा हैं, जिन्होंने 2017 में आईआईटी दिल्ली को टाप किया था, जो भारत का टेक्नोलॉजी व इंजीनियरिंग का सर्वोच्च संस्थान हैं। जिसमें पढ़ना प्रत्येक भारतीय युवा का सपना होता है। विक्रम ने यूपीएससी में 2019 में 25वां रैंक हासिल किया था। उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग क्षेत्र में कई खोज की। इंडियन ऑयल कंपनी में इंजीनियरिंग के पद पर एक साल जाॅब की।
उनकी उपलब्धियों के लिए राष्ट्रपति ने उन्हें सम्मानित किया। विक्रम ढुल सबसे पहले एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया में इंजीनियर भर्ती हुए थे। उसके बाद टैरी हाइड्रोलिक डैम ऋषिकेश में जॉइन किया। यहां से कुछ माह बाद बार्डर रोड आग्रेनाइजेशन (बीआरओ) में चयन हुआ। फिर इंडियन आयल में इंजीनियर के पद पर कार्य किया। 2019 में यूपीएससी की परीक्षा दी, जिसमें उन्होंने देशभर में 25वां रैंक हासिल किया।
विक्रम ढुल ने जींद के डीएवी स्कूल से 12वीं कक्षा पास की, जिसमें उन्होंने स्कूल टाप किया। फिलहाल विक्रम ढुल मुंबई में कार्यरत हैं। विक्रम के पिता सुरेंद्र ढुल समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय में एपीसी (सहायक परियोजना निदेशक) के पद पर कार्यरत हैं।विक्रम ढुल के बड़े भाई रविंद्र ढुल एमबीए करने के बाद चीन से फूड एवं फीड इंडस्ट्री में एशिया महाद्वीप की प्रतियोगिता में चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय की तरफ से भाग लेते हुए प्रथम आ चुके हैं। यह प्रतियोगिता 2018-19 में हुई थी। अभी रविंद्र ढुल राष्ट्रीय स्तर पर पोल्ट्री व्यवसाय कर रहे हैं। वहीं छोटी बहन पंजाब यूनिवर्सिटी एमएससी जियोलॉजी कर रही है।
No comments:
Post a Comment