चंडीगढ़- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने राज्य भर में होटल, रेस्तरां, बार और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में ग्राहकों को ‘हुक्का‘ परोसने पर व्यापक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। हालांकि, यह रोक ग्रामीण इलाकों में इस्तेमाल होने वाले परंपरागत हुक्के पर लागू नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने दानवीर कर्ण की नगरी करनाल में नशा मुक्ति अभियान के तहत राज्य स्तरीय ‘साइक्लोथॉन‘ - साइकिल रैली के समापन समारोह को संबोधित करते हुए यह घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने साइक्लोथॉन के दौरान 25 दिनों तक अथक प्रयास करने वाले पुलिस कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए घोषणा की कि सभी 250 प्रतिभागी कर्मियों को डीजीपी हरियाणा से क्लास-1 प्रशस्ति प्रमाण पत्र मिलेगा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने इन समर्पित पुलिस कर्मियों के लिए पांच दिन की छुट्टी की भी घोषणा की।
साइकिल चलन को बढ़ावा देने और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन को प्रोत्साहित करने के लिए श्री मनोहर लाल ने यह भी घोषणा की कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और व्यक्तियों को आवास सुविधाएं प्रदान करने वाला कोई भी लाइसेंस प्राप्त बिल्डर संपत्ति रजिस्ट्री के साथ संपत्ति के मालिक को एक साइकिल उपहार में देगा। ऐसे मामलों में जहां लाभार्थी के पास पहले से ही साइकिल है, एचएसवीपी या बिल्डर साइकिल के बदले में 3000 रुपये देगा।
उन्होंने बताया कि उन्होंने 1 सितंबर, 2023 को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ साइक्लोथॉन को हरी झंडी दिखाई थी और आज, साइकिल रैली वहीं समाप्त हो गई जहां से यह शुरू हुई थी। उन्होंने भाग लेने वाले युवाओं के प्रति भी आभार व्यक्त किया और नशीली दवाओं की लत से निपटने के उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आपका समर्पण युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करता है।
श्री मनोहर लाल ने कार्यक्रम में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज की सम्मानजनक उपस्थिति पर प्रकाश डाला और राज्य के नशामुक्ति प्रयासों में आध्यात्मिक संतों के समर्थन के महत्व को भी रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि साइक्लोथॉन, जिसने अपनी यात्रा के दौरान लगभग 2000 किलोमीटर की दूरी तय की है, नशीली दवाओं की लत के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक शक्तिशाली मंच के रूप में कार्य किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भले ही साइक्लोथॉन का समापन हो गया हो, नशीली दवाओं की लत के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है, और इस सामाजिक बुराई को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सार्वजनिक जागरूकता के प्रयास कम से कम एक साल तक जारी रहने चाहिए। उन्होंने सामूहिक कार्रवाई के महत्व को भी दोहराया और कहा कि नशीली दवाओं की लत के खिलाफ लड़ाई में पूरे समाज को एकजुट होने की जरूरत है। सरकार रोकथाम, पुनर्वास और सख्त प्रवर्तन उपायों पर ध्यान देने के साथ इस मुद्दे को व्यापक रूप से संबोधित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी और बिक्री से निपटने के लिए हरियाणा पुलिस द्वारा उठाए गए सक्रिय कदमों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें नशीली दवाओं के पीड़ितों और नशीली दवाओं के तस्करों पर राज्यव्यापी डेटा एकत्र करने के लिए ‘प्रयास‘ नामक एक मोबाइल ऐप का विकास भी शामिल है। इसके अलावा, नशीली दवाओं के व्यापार से संबंधित आपराधिक गतिविधियों की निगरानी के लिए एक केंद्रीकृत राज्य डेटाबेस बनाने के लिए ‘हाॅक‘ नामक एक सॉफ्टवेयर बनाया गया है।
उन्होंने 5 मई को शुरू की गई राज्य कार्य योजना पर प्रकाश डाला, जिसमें तीन घटक शामिल हैंः एक जन जागरूकता अभियान, नशा मुक्ति और पुनर्वास तथा नशीली दवाओं के तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवा ऊर्जा को रचनात्मक कार्यों में लगाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसमें मानसिक और शारीरिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए खेल संस्कृति पर विशेष जोर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नशीली दवाओं की लत से निपटने के लिए कई उपाय किए हैं, जिनमें अंतर-राज्य ड्रग सचिवालय की स्थापना, नशा मुक्ति केंद्र खोलना और उपचार और परामर्श सुविधाओं को सुदृढ़ करना शामिल है।
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की कि वे नशे के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाएं और 9050891508 डायल करके पुलिस को नशीली दवाओं की बिक्री, खरीद और उपभोग के बारे में सूचित करें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, सांसद श्री संजय भाटिया, विधायक श्री रामकुमार कश्यप, श्री हरविंदर कल्याण, श्री धर्मपाल गोंदर और अन्य भी उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment