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Monday, October 28, 2024

October 28, 2024

हरियाणा रोडवेज में खड़े यात्रियों का नहीं लगेगा टिकट! परिवहन मंत्री ने कर दिया खुलासा

हरियाणा रोडवेज में खड़े यात्रियों का नहीं लगेगा टिकट! परिवहन मंत्री ने कर दिया खुलासा
अंबाला: सोशल मीडिया पर एक खबर इस समय वायरल है। इसमें दावा किया गया है कि हरियाणा रोडवेज की बस में यात्रा करने वाले खड़े यात्रियों का टिकट नहीं लगेगा।खबर को सुनकर बहुत से लोग खुश हैं। वहीं कई लोग हैरानी जता रहे हैं। जब ये खबर हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज तक पहुंची तब जाकर सच्चाई पता चली। हरियाणा के परिवहन और ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ भी चलता रहता है मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
परिवहन मंत्री ने किया खुलासा- सोशल मीडिया पर रोडवेज बस में खड़े यात्रियों का टिकट ना लगने की बात वायरल हुई, तो ये सवाल परिवहन मंत्री अनिल विज तक भी पहुंच गई। जब अनिल विज से ये सवाल किया गया कि आपके हवाले से ऐसी खबर फैल रही है। तब उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। सोशल मीडिया पर लोग कुछ भी चलाते हैं। अनिल विज के बयान से ये बात साफ हो गई कि ये फर्जी खबर है।
*हरियाणा रोडवेज में खड़े यात्रियों का नहीं लगेगा टिकट!*

परिवहन मंत्री बनते ही एक्शन में गब्बर- अनिल विज परिवहन मंत्री बनने के बाद ही एक्शन मोड में हैं। मंत्री पद मिलते ही अनिल विज ने ताबड़तोड़ दौरे शुरू कर दिए. उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास ली और कहा की काम पर लग जाएं। हलांकि नायब सिंह सैनी की सरकार में अनिल विज का ओहदा छोटा हो गया। पहले उनके पास गृह और स्वास्थ्य जैसे अहम मंत्रालय थे। लेकिन अब ऊर्जा और परिवहन विभाग दिया गया है।
*दिल्ली सरकार पर हमला*- अनिल विज ने दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने हरियाणा को जिम्मेदार ठहराया है, इसको लेकर अनिल विज ने आम आदमी पार्टी सरकार पर हमला बोला. विज ने कहा कि अपना दोष दूसरों पर दोषारोपण करते हैं। पंजाब से धुंआ आ रहा है। इससे प्रदूषण हो रहा है। अब पंजाब में भी इनकी सरकार बन गई है। ऐसे ही यमुना के प्रदूषण के लिए भी हरियाणा पर आरोप लगाते हैं।*भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना*- हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड़्डा पर भी अनिल विज ने हमला किया। विज ने कहा कि अब हुड़्डा साहेब जो चाह रहे थे वो तो हुआ नहीं। पंजाबी में एक कहावत है कि "नहाती धोती रह गई, मुंह ते मक्खी बै गई". उनकी तो सरकार बनी नहीं है। इसलिए बड़े हताश हैं और निराश हैं। विज ने हुड़्डा पर तंज कसते हुए कहा कि हुड़्डा साहेब ने तो पहले ही अधिकारियो की मीटिंग लेनी भी शुरू दी थी।

Sunday, October 27, 2024

October 27, 2024

*जीन्द में 'दीप संवाद' का आयोजन: दीपावली के संदेश का समाजिक विस्तार*

*जीन्द में 'दीप संवाद' का आयोजन: दीपावली के संदेश का समाजिक विस्तार*
जीन्द : दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में हरियाणा के जीन्द में 'दीप संवाद' नामक एक विशेष आयोजन किया गया। यह बैठक समाज में वैचारिक जागरूकता बढ़ाने और दीपावली के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व को समझाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। कार्यक्रम ने दीपों के पर्व को अंधकार से प्रकाश की ओर एक यात्रा के रूप में प्रस्तुत किया, जो एकता, सद्भावना और सामाजिक समृद्धि का संदेश देता है।
'दीप संवाद' का नेतृत्व माननीय डॉ. रमेशचन्द्र ने किया, जिनकी मार्गदर्शक अध्यक्षता ने आयोजन को एक नई दिशा दी। हरियाणा प्रान्त के महामंत्री डॉ. मनोज भारत ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया और अपने विचारों से कार्यक्रम को वैचारिक समृद्धि प्रदान की। जीन्द इकाई की अध्यक्ष श्रीमती मंजु मानव ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
जीन्द इकाई के महामंत्री डॉ. ब्रजपाल, सचिव डॉ. पूनम बिडलान, डॉ. सुनील कुमार, और संजय तिरंगाधारी ने आयोजन में अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराई। भिवानी इकाई के महामंत्री विनोद आचार्य और डॉ. भामा अग्रवाल ने भी अपने विचार साझा किए और दीपावली के अवसर पर समाज को सकारात्मक दिशा देने का आह्वान किया।
बैठक में वक्ताओं ने दीपावली को अंधकार पर प्रकाश की विजय का पर्व बताया, जो आत्मिक और सामाजिक दोनों ही स्तरों पर जागरूकता का संचार करता है। दीपावली केवल घरों में दीप जलाने का पर्व नहीं है, बल्कि यह समाज में उज्ज्वलता, समरसता और समृद्धि फैलाने का अवसर है। 'दीप संवाद' ने इस विचार को विस्तारित करते हुए, यह सुनिश्चित करने की पहल की कि दीपों का प्रकाश उन सभी वर्गों तक पहुँचे जो अब तक अंधकार में रहे हैं।
'दीप संवाद' के दौरान यह निर्णय लिया गया कि दीपावली पर्व पर समाज के जरूरतमंद वर्गों के लिए विशेष गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य केवल त्योहार मनाना नहीं था, बल्कि इसके माध्यम से नैतिक, आध्यात्मिक, और सामाजिक मूल्यों को सुदृढ़ करना था। वक्ताओं ने सामाजिक समृद्धि को बढ़ाने के लिए जिम्मेदारी का आह्वान किया और जरूरतमंदों की मदद करने के संकल्प को दोहराया।
इस आयोजन ने वैचारिक मंथन के रूप में समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की। 'दीप संवाद' ने समाज के प्रति जिम्मेदारी को समझते हुए लोगों को एकजुट होने का आह्वान किया, जिससे दीपावली का वास्तविक संदेश, जो अंधकार से प्रकाश की ओर यात्रा है, समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँच सके।
'दीप संवाद' का यह आयोजन न केवल एक औपचारिक बैठक थी, बल्कि यह समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने की दिशा में एक सार्थक पहल थी। कार्यक्रम ने दीपावली को केवल उत्सव के रूप में नहीं, बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन के साधन के रूप में प्रस्तुत किया। उपस्थित सदस्यों ने सामाजिक समृद्धि के लिए प्रयासरत रहने का संकल्प लिया, जिससे यह संदेश दिया कि दीपावली का पर्व केवल घरों की चारदीवारी तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के हर कोने में उज्ज्वलता और एकता का संदेश फैलाने का पर्व है।

इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि समाज की भलाई के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं और दीपावली का वास्तविक उद्देश्य तभी पूरा होगा जब हम सभी मिलकर सामाजिक उत्थान के लिए कार्य करें।

Saturday, October 26, 2024

October 26, 2024

यौन शोषण मामले पर बड़ा अपडेट

*यौन शोषण मामले पर बड़ा अपडेट* 
टीम की शुरूआती जांच में आरोप मिले संदेहास्पद, नहीं आया कोई साक्ष्य सामने
19 महिला पुलिस कर्मियों के बयान किए गए दर्ज, नहीं मिला कोई साक्ष्य
*जींद :* जिले के एक आईपीएस अधिकारी पर यौन शोषण के आरोपों की चिट्ठी  सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हरियाणा पुलिस के आला अधिकारी हरकत में आ गए हैं। हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते आनन-फानन में आला अधिकारियों ने फतेहाबाद की पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी (आईपीएस) के नेतृत्व में जांच तेज कर दी है। जांच टीम की मुखिया आस्था मोदी (आईपीएस) ने शनिवार को जांच शुरू कर दी। शुरूआती जांच में अभी तक जो तथ्य सामने आए हैं, उनसे संकेत मिल रहे हैं कि लगाए गए आरोप संदेहास्पद हैं तथा किसी प्रकार की साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि वायरल चिट्ठी में जिन 7 महिला पुलिस कर्मियों के नाम शिकायतकर्ता के तौर पर दिए गए हैं, जिनमें से ज्यादातर महिला पुलिस कर्मियों के बयान दर्ज किए गए हैं। जिन्होंने अपने बयानों में ऐसी किसी चिट्ठी के बारे में जानकारी होने से इंकार किया है। जांच अधिकारी आईपीएस आस्था मोदी ने बताया कि शुरूआती जांच में अभी तक 19 महिला कर्मियों के बयान दर्ज किए गए हैं। लेकिन कोई भी साक्ष्य सामने नहीं आया है। जल्द ही जांच रिपोर्ट पूरी करके मुख्यालय को सौंप दी जाएगी।
October 26, 2024

अग्रसेन की बावड़ी इन्ही प्राचीन व ऐतिहासिक बावडियों का एक जीता जागता उदाहरण

अग्रसेन की बावड़ी इन्ही प्राचीन व ऐतिहासिक बावडियों का एक जीता जागता उदाहरण
जीन्द : अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जीन्द के एक शिष्ठमंडल ने प्रधान राजकुमार गोयल की अध्यक्षता में दिल्ली के कनाट प्लेस के हेली रोड पर स्थित प्राचीन व ऐतिहासिक अग्रसेन बावड़ी का दौरा किया और इस बावडी के इतिहास के बारे में जानकारी हासिल की। इस अवसर पर उनके साथ सावर गर्ग, पवन बंसल, सोनू जैन, रामधन जैन, मनीष गर्ग, रजत सिंगला इत्यादि पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। महाभारत काल में महाराजा अग्रसेन द्वारा यह बावड़ी बनवाई गई थी। कई साल पहले आमिर खान की फिल्म पीके की शूटिंग भी इस अग्रसेन बावड़ी में हुई है।
गोयल ने बताया कि इस ऐतिहासिक व प्राचीन बावडी का दौरा करने के उपरांत उन्हे अग्रसेन बावडी के इतिहास के बारे में काफी जानकारी मिली। प्राचीन काल में राजाओ महाराजाओं द्वारा बारिश के पानी को संग्रहित करने के लिए बावड़ी नामक संरचनाओं का उपयोग किया जाता था। जानकारी के अनुसार 7वीं से 19वीं शताब्दी तक भारत में भूमिगत वास्तुकला को परिभाषित करने में बावडियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक समय में दिल्ली व आसपास के क्षेत्र में 100 से ज्यादा बावडियां थी जो समय के साथ लुप्त हो गई। उनमें से कुछ ही शेष बची है जिनमें से अग्रसेन की बावड़ी प्रमुख है। इस बावड़ी का निर्माण महाभारत काल के समय महाराजा अग्रसेन द्वारा करवाया गया था बाद में इस बावड़ी का जीर्णोंद्धार करवाया गया।
गोयल ने बताया कि अब यह बावड़ी भारतीय पुरात्तव के सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित है। इस बावडी को देखने के लिए पूरे देश से सैकडों पर्यटक हर रोज यहां आते है और प्राचीन बावडी के बारे जानकारी प्राप्त करते है। यह बावडी 60 मीटर लम्बी और 15 मीटर ऊची बनी हुई है। बावड़ी के कुएं तक पहुंचने के लिए 100 से ज्यादा सीढियां बनी हुई है। इस बावड़ी का निर्माण लाल बलुआ पत्थरों से हुआ है। इस पत्थर की वजह से बावड़ी की दीवारे काफी सुन्दर नजर आती है। यह जगह एक शांत जगह है जहां कुछ देर बैठने से मन को शांति मिलती है। कई साल पहले आमिर खान की फिल्म पीके की शुटिंग भी इस बावड़ी में हुई। उसके बाद से यह बावडी और भी ज्यादा चर्चा में आ गई। गोयल का कहना है कि इस बावड़ी का दौरा करने के उपरांत शिष्टमंडल को बावड़ी के इतिहास और अग्रसेन बावड़ी के बारे में काफी जानकारियां प्राप्त हुई।

Friday, October 25, 2024

October 25, 2024

राजकीय विद्यालय, राजपुरा में 28 अक्टूबर को सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम एवं रैली का आयोजन

राजकीय विद्यालय, राजपुरा में 28 अक्टूबर को सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम एवं रैली का आयोजन
जींद : 28 अक्टूबर को राजकीय विद्यालय, गांव राजपुरा, जिला जींद में सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का आयोजन सतर्कता विभाग, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के क्षेत्रीय कार्यालय, चंडीगढ़ द्वारा राजकीय विद्यालय, राजपुरा के सहयोग से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में सतर्कता के प्रति जागरूकता फैलाना और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनसमर्थन को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम की शुरुआत एक विशाल रैली से होगी, जिसमें विद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ गाँव के प्रतिष्ठित व्यक्ति और विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोग भाग लेंगे। यह रैली पूरे गाँव में निकाली जाएगी और लोगों को सतर्कता के महत्व और भ्रष्टाचार मुक्त समाज के निर्माण के संदेश के प्रति जागरूक किया जाएगा।
इस अवसर पर यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीमती पिंकी मित्तल और सतर्कता अधिकारी श्री देवांग कुमार वोरा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। दोनों अतिथि इस मौके पर सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी अभियानों के महत्व पर प्रकाश डालेंगे और लोगों को इन अभियानों में भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके अलावा, गाँव के प्रबुद्ध नागरिकों और क्षेत्र के सर्वेयरों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है ताकि वे इस सामाजिक और नैतिक अभियान में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
यह जानकारी यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी, जींद कार्यालय के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक, श्री मंदीप नैन द्वारा दी गई। उन्होंने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहयोग के लिए राजकीय विद्यालय, राजपुरा के प्रधानाचार्य श्री सुशील कुमार का विशेष धन्यवाद व्यक्त किया। श्री नैन ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम से न केवल युवाओं में बल्कि समाज के सभी वर्गों में सतर्कता और नैतिकता के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सकती है।
कार्यक्रम में सतर्कता से संबंधित विविध सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें विद्यार्थियों और आम जनता को सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इन सत्रों में विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा सतर्कता के महत्व और भ्रष्टाचार के समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों पर चर्चा की जाएगी।

समापन और धन्यवाद: कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया जाएगा और सतर्कता की शपथ दिलाई जाएगी। इस अवसर पर सभी गणमान्य अतिथियों का भी सम्मान किया जाएगा।

Tuesday, October 22, 2024

October 22, 2024

वकील ने फर्जी कोर्ट लगाकर दिया विवादित जमीन पर फैसला, ऐसे खुली पोल

Ahmedabad: वकील ने फर्जी कोर्ट लगाकर दिया विवादित जमीन पर फैसला, ऐसे खुली पोल
अहमदाबाद : अहमदाबाद में एक वकील ने फर्जी कोर्ट लगाकर जमीन विवाद में फैसला सुनाने का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। आरोपी मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने खुद को जज बनाकर सरकारी जमीन पर आदेश दे दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही उससे पूछताछ भी की जा रही है।
गुजरात के अहमदाबाद से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक वकील ने फर्जी कोर्ट लगाकर विवादित जमीन पर फैसला सुना दिया। आरोपी वकील मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने खुद को जज घोषित कर, बाकायदा कोर्ट की कार्यवाही चलाई और सरकारी जमीन पर फर्जी आदेश जारी कर दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।

Thursday, October 17, 2024

October 17, 2024

“महर्षि वाल्मिकी की जयंती पर काव्य गोष्ठी में गूँजी साहित्यिक स्वर लहरियाँ”

*“महर्षि वाल्मिकी की जयंती पर काव्य गोष्ठी में गूँजी साहित्यिक स्वर लहरियाँ”*

*“महर्षि वाल्मिकी जयंती के उपलक्ष्य में काव्य गोष्ठी: साहित्यिक प्रतिभाओं का संगम”*
जींद : चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जीन्द के हिन्दी विभाग और अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, जीन्द इकाई के संयुक्त तत्वावधान में महर्षि वाल्मिकी जयंती के अवसर पर भव्य काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य महर्षि वाल्मिकी की साहित्यिक और सामाजिक विरासत को सम्मानित करना और उनकी शिक्षाओं को जनमानस तक पहुँचाना था। गोष्ठी में विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों, कवियों, विद्यार्थियों और साहित्य प्रेमियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।कार्यक्रम का शुभारंभ संगीत विभाग की डॉ. भावना द्वारा गाए गए एक मधुर गीत से हुआ, जिसने समूचे माहौल को भावुक और सांस्कृतिक सौंदर्य से भर दिया। उनकी मनमोहक प्रस्तुति ने सभी उपस्थित लोगों को भाव विभोर कर दिया और गोष्ठी की शुरुआत को एक विशेष ऊँचाई प्रदान की। इसके पश्चात्, कार्यक्रम का विधिवत् उद्घाटन करते हुए अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, जीन्द इकाई की अध्यक्ष मंजु मानव ने महर्षि वाल्मिकी के जीवन और उनकी महान काव्य रचना 'रामायण' पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वाल्मिकी न केवल संस्कृत साहित्य के महान रचनाकार थे, बल्कि एक समाज सुधारक भी थे, जिन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से नैतिकता, सदाचार और मानवता के आदर्शों का प्रचार-प्रसार किया।हरियाणा प्रान्त की उपाध्यक्ष, डॉ. मंजू रेढू ने अपने उद्बोधन में इस बात पर विशेष जोर दिया कि आज की युवा पीढ़ी को महर्षि वाल्मिकी के जीवन से यह सीख लेनी चाहिए कि चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी प्रतिकूल क्यों न हों, आत्म-सुधार और सत्य के मार्ग पर चलकर जीवन का उद्देश्य प्राप्त किया जा सकता है। महर्षि वाल्मिकी ने न केवल 'रामायण' जैसी महाकाव्य रचना की, बल्कि समाज को धर्म, नीति और न्याय की शिक्षा दी। उनका जीवन यह संदेश देता है कि व्यक्ति के कर्म और उसके जीवन की दिशा ही उसे महानता की ओर ले जाती है, चाहे उसकी प्रारंभिक परिस्थितियाँ कैसी भी हों।
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति में महर्षि वाल्मिकी जैसे महापुरुषों का जीवन आदर्श रूप में प्रस्तुत किया जाता है ताकि हर पीढ़ी उनसे कुछ न कुछ सीख सके। भारतीय संस्कृति की गहराई और उसमें निहित मूल्य आने वाली पीढ़ियों के लिए नैतिकता, मानवता और सेवा का मार्ग प्रशस्त करते हैं। डॉ. रेढू ने कहा कि युवाओं को वाल्मिकी की रचनाओं का अध्ययन करना चाहिए, क्योंकि उनमें न केवल धार्मिकता का पाठ है, बल्कि एक ऐसे समाज की परिकल्पना है जो समता, समानता और नैतिकता पर आधारित हो।
महर्षि वाल्मिकी की शिक्षाएँ आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं, जितनी वे प्राचीन काल में थीं। डॉ. रेढू ने कहा कि हमारी संस्कृति की समृद्धि का एक प्रमुख कारण यह है कि हमने महर्षि वाल्मिकी जैसे महान संतों की शिक्षाओं को आत्मसात किया है। यदि आने वाली पीढ़ियाँ इन मूल्यों को अपनाती हैं, तो समाज में नैतिकता और सद्भावना की स्थापना होगी, जो किसी भी राष्ट्र की वास्तविक प्रगति का सूचक है। 
प्रान्तीय संचार मंत्री, डॉ. शवनीत सिंह कहा कि महर्षि वाल्मिकी का जीवन न केवल हमारे इतिहास का गौरव है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाशस्तंभ है, जिसे समझने और अपनाने की आवश्यकता है।

अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, जीन्द इकाई के महामंत्री डॉ. ब्रजपाल ने कहा कि महर्षि वाल्मिकी की शिक्षाओं का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव है। उन्होंने न केवल रामायण के माध्यम से आदर्श मानवता की शिक्षा दी, बल्कि समाज में व्याप्त अन्याय और असमानता के खिलाफ भी आवाज उठाई। उनके काव्य ने समाज को दिशा प्रदान की और नैतिक मूल्यों की स्थापना में योगदान दिया।
डॉ. सुमन पूनिया, योग विज्ञान विभाग ने इस अवसर पर महर्षि वाल्मिकी के जीवन और योग के बीच संबंध की चर्चा की। उन्होंने बताया कि वाल्मिकी की शिक्षाएँ केवल काव्य तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उनके दर्शन में जीवन जीने की कला भी निहित है, जो योग के सिद्धांतों के अनुरूप है। इसी क्रम में डॉ. पूनम बिडलान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महर्षि वाल्मिकी की कृतियाँ हमें सदाचार, त्याग और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती हैं। डॉ. सुनील कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि वाल्मिकी का काव्य हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है और उनके आदर्श समाज में समता, समानता और समरसता की भावना को बढ़ावा देते हैं।
कार्यक्रम के दौरान कई कवियों ने महर्षि वाल्मिकी की जीवन गाथा और उनके काव्य पर आधारित रचनाएँ प्रस्तुत कीं, जिनमें जीवन के उच्चतम आदर्शों और मानवता की सेवा का संदेश निहित था। श्रोताओं ने कवियों की प्रस्तुतियों का उत्साहपूर्वक स्वागत किया और इसे महर्षि वाल्मिकी के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में देखा।
काव्य गोष्ठी के सफल आयोजन के लिए हिन्दी विभाग और अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, जीन्द इकाई के सदस्यों की सराहना की गई। इस आयोजन ने महर्षि वाल्मिकी के अमूल्य योगदान को याद करने का एक सशक्त मंच प्रदान किया और साहित्यिक गतिविधियों के प्रति विद्यार्थियों और समाज के लोगों में रुचि को प्रोत्साहित किया।
October 17, 2024

मांग रहे थे मुख्यमंत्री की कुर्सी, बना दिया प्रस्तावक; अनिल विज के साथ कैसे हुआ 'खेला'

मांग रहे थे मुख्यमंत्री की कुर्सी, बना दिया प्रस्तावक; अनिल विज के साथ कैसे हुआ 'खेला'
चंडीगढ़ : हरियाणा में भाजपा विधायक दल की बैठक हो चुकी है। विधायक दल की बैठक में नायब सिंह सैनी को सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया। नायब सैनी के नाम का प्रस्ताव अंबाला कैंट से विधायक अनिल विज और नरवाना के विधायक कृष्ण कुमार बेदी ने रखा। बता दें कि अनिल विज कई बार हरियाणा के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं।
*सीएम पद पर कई बार दावेदारी कर चुके थे विज*

अनिल विज ने 15 सितंबर को कहा था कि मैं 6 बार विधायक बन चुका हूं और सातवीं बार चुनाव लड़ रहा हूं। मुझे मुख्यमंत्री बनने के लिए जनता के बहुत दबाव का सामना करना पड़ रहा है। 5 अक्टूबर को चुनाव के दिन भी अनिल विज ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा था कि अगर हाईकमान चाहेगा तो आपसे अगली मुलाकात सीएम हाउस में होगी।

अनिल विज (Anil Vij) जिस कुर्सी पर बैठने के लिए दावेदारी कर रहे थे आज उस कुर्सी पर नायब सिंह सैनी को बैठाने के लिए प्रस्तावक बने थे।
*सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया नायब सैनी का नाम*

भाजपा विधायक दल की बैठक पंचकूला में बीजेपी के पंचकमल कार्यालय में हुई। इस बैठक में बतौर पर्यवेक्षक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव आए थे। विधायक दल की बैठक में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मनोहर लाल और राव इंद्रजीत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के साथ भाजपा के सभी विधायक मौजूद रहे। इस बैठक में अनिल विज और कृष्ण कुमार बेदी ने नायब सैनी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।
*17 अक्टूबर को होगा शपथ ग्रहण*

इस बार के विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान पीएम मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह एलान कर चुके थे कि हरियाणा में भाजपा की तरफ से सीएम फेस नायब सैनी ही होंगे। आज विधायक दल की बैठक में इस बात पर मुहर भी लग गई।
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नायब सैनी गृह मंत्री अमित शाह के साथ राजभवन पहुंचे। वे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। बता दें कि गुरुवार को यानी 17 अक्टूबर को हरियाणा के नए मुख्यमंत्री का शपथ होगा। नायब सैनी के शपथ ग्रहण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।

Tuesday, October 15, 2024

October 15, 2024

आईटीआई पास आउट विद्यार्थियों के लिए रोजगार का सुनहरा मौका

आईटीआई पास आउट विद्यार्थियों के लिए रोजगार का सुनहरा मौका
चंडीगढ़ - हरियाणा में युवाओं को रोजगार प्रदान की दिशा में प्रदेशभर की आईटीआई द्वारा रोजगार मेले व कैंपस इंटरव्यू आयोजित किए जाएंगे। यह रोजगार मेले उन सभी युवाओं के लिए एक सुनहरा मौका है जो अपनी मनचाही नौकरी हासिल करना चाहते हैं। ये रोजगार मेले 16 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक आयोजित किए जाएंगे, जिनमें भाग लेकर आईटीआई पास आउट विद्यार्थी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इन रोजगार मेलों में 10 हजार युवाओं को रोजगार प्रदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन मेलों में लगभग 200 औद्योगिक इकाइयां पहुंचेगी जो युवाओं को रोजगार मुहैया करवाएंगी। सभी राजकीय आईटीआई के प्रिंसिपल/ग्रुप इंस्ट्रक्टर इंचार्ज को निर्देश दिए गए हैं कि वे अधिकतम औद्योगिक इकाइयों के साथ समन्वय स्थापित करके अधिक से अधिक रोजगार मेले व कैंपस इंटरव्यू आयोजित करें। इन रोजगार मेलों में हरियाणा के निवासियों को प्राथमिकता दी जाएगी। सभी आईटीआई पास आउट जो इन रोजगार मेलों में चयनित होंगे, उनका रिकॉर्ड भी रखा जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि जिला भिवानी, हिसार, झज्जर, करनाल, नूहं, महेंद्रगढ़, रोहतक, रेवाड़ी और सोनीपत में 16 से 29 अक्टूबर तक रोजगार मेले व कैंपस इंटरव्यू आयोजित होंगे। इसी प्रकार, जिला अंबाला, फरीदाबाद, जींद, पानीपत और सिरसा में 16 अक्तूबर से 28 अक्तूबर तथा जिला कैथल में 18 अक्तूबर से 29 अक्तूबर तक रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा।
इनके अलावा, जिला चरखी दादरी में 16, 21, 22, 24 तथा 29 अक्तूबर, जिला कुरुक्षेत्र में 18, 21, 22, 24 व 28 अक्तूबर, जिला पलवल में 18, 22, 24, 28 व 29 अक्तूबर, जिला पंचकूला में 18, 23, 25 व 29 अक्तूबर, जिला यमुनानगर में 18, 22, 23, 25, 28 व 29 अक्तूबर, जिला फतेहाबाद में 16, 18, 22, 24 तथा 28 अक्तूबर, जिला गुरुग्राम में 18, 21, 23, 25 तथा 29 अक्तूबर को रोजगार मेले लगाए जाएंगे।
October 15, 2024

बोर्ड परीक्षाओं में अल्फा न्यूमेरिक कोड, क्यू आर कोड और हिडन सिक्योरिटी फीचर से नहीं हो सकेगा पेपर आउट

बोर्ड परीक्षाओं में अल्फा न्यूमेरिक कोड, क्यू आर कोड और हिडन सिक्योरिटी फीचर से नहीं हो सकेगा पेपर आउट

- पेपर आउट किया तो तुरंत दर्ज होगी एफआईआर
चंडीगढ़  - हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की कल से शुरू होने वाली पूरक परीक्षाओं में नकल पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के प्रबंध किये गए हैं। शिक्षा बोर्ड द्वारा वार्षिक परीक्षाओं की भान्ति इस बार पूरक परीक्षाओं में भी प्रश्र-पत्रों पर अल्फा न्यूमेरिक कोड, क्यू आर कोड और हिडन सिक्योरिटी फीचर अंकित किए गए हैं। यदि किसी परीक्षार्थी/छात्र अध्यापक द्वारा पेपर आउट किया जाता है तो उसकी तुरन्त पहचान करके सम्बन्धित परीक्षार्थी/अध्यापक/अभिभावक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
बोर्ड प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सभी पात्र परीक्षार्थियों को अनुक्रमांक जारी कर दिए गए हैं। परीक्षार्थी अपना रंगीन प्रवेश-पत्र ए-4 साईज पेपर पर ही प्रिंट करें तथा वही रंगीन फोटो प्रवेश-पत्र पर चिपकायें जो आवेदन फार्म भरते समय अपलोड किया गया था तथा उसे किसी राजकीय/अराजकीय मान्यता प्राप्त विद्यालय के प्राचार्य/मुख्याध्यापक या किसी राजपत्रित अधिकारी से सत्यापित करवाना सुनिश्चित करें। प्रवेश-पत्र एवं मूल पहचान-पत्र (आधार कार्ड आदि) के बिना परीक्षा केन्द्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। सभी परीक्षार्थी अपने आधार कार्ड पर नवीनतम फोटो अपडेट करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि परीक्षार्थी प्रवेश-पत्र पर दिए गए दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए परीक्षा आरंभ होने से 30 मिनट पूर्व परीक्षा केंद्र पर पहुंचना सुनिश्चित करें। प्रवेश-पत्र पर तिथि अनुसार परीक्षार्थी एवं पर्यवेक्षक के हस्ताक्षर होने अनिवार्य है इसलिए परीक्षार्थी प्रवेश-पत्र को लैमिनेशन न करवाएं। परीक्षा केन्द्र में इलेक्ट्रॉनिक्स सामान जैसे मोबाइल, कैलकुलेटर, स्मार्ट वॉच आदि का प्रयोग वर्जित है। यदि कोई छात्र-अध्यापक नकल में संलिप्त पाया जाता है तो उसके विरूद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
October 15, 2024

डॉ. एल.सी. रंगा बने हरियाणा पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष

डॉ. एल.सी. रंगा बने हरियाणा पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष
चंडीगढ़ - हरियाणा पशुचिकित्सा परिषद की एक बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा  के महानिदेशक डॉ. एल.सी. रंगा को परिषद का अध्यक्ष चुना गया।
परिषद के प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा पशु चिकित्सा परिषद  में चार चयनित सदस्य, तीन नामित सदस्य और तीन पदेन सदस्य शामिल होते हैं। वर्तमान में परिषद के चयनित सदस्य डॉ. सुखदेव राठी, डॉ. राजीव बांगड़, डॉ. शेखर यादव, और डॉ. विवेक हैं। सरकार द्वारा नामित सदस्य डॉ. सतेंद्र भारती, डॉ. मोनिका, और डॉ. राजेश मलिक हैं। पदेन सदस्य के रूप में डॉ. एल.सी. रंगा (महानिदेशक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा), डॉ. गुलशन नारंग (डीन, लुवास), और डॉ. सुदेश कुमार (रजिस्ट्रार, हरियाणा पशु चिकित्सा परिषद) परिषद का हिस्सा हैं।
उन्होंने आगे बताया कि हरियाणा पशु चिकित्सा परिषद का प्रमुख कार्य राज्य में पशु चिकित्सकों का पंजीकरण करना और उनके पंजीकरण रजिस्टर को बनाए रखना है। साथ ही, यह संस्था राज्य में पशु चिकित्सा व्यवसाय को विनियमित करती है और इस क्षेत्र में उच्च नैतिक मानकों को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

परिषद द्वारा पंजीकृत पशु चिकित्सकों को समय-समय पर तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, ताकि राज्य में पशु चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता को उच्चतम स्तर पर बनाए रखा जा सके।

Monday, October 14, 2024

October 14, 2024

पुलिस महानिदेशक ने हिंसक अपराध नियंत्रण, इमिग्रेशन फ्रॉड तथा नशामुक्ति को लेकर वीसी के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ की बैठक

पुलिस महानिदेशक ने हिंसक अपराध नियंत्रण, इमिग्रेशन फ्रॉड तथा नशामुक्ति को लेकर वीसी के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ की बैठक
चंडीगढ़- हरियाणा में हिंसक अपराध नियंत्रण तथा हरियाणा पुलिस में क्षमता निर्माण करने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने प्रदेशभर के पुलिस महानिरीक्षकों, पुलिस आयुक्तों तथा पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इस दौरान उन्होंने विदेशों में भेजने के नाम पर ठगी करने वाले एजेंटों पर कार्रवाई करने तथा नशामुक्ति को लेकर जिलों में किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की।
 *उच्चस्तरीय शस्त्र प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण का आधार*

 बैठक की अध्यक्षता करते हुए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि प्रदेश में हिंसक अपराध नियंत्रण के लिए पुलिसकर्मियों का उच्च स्तरीय व गहन हथियार संचालन प्रशिक्षण अत्यंत आवश्यक है ताकि उचित परिस्थितियों में नागरिकों की सुरक्षा हेतु उनका इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने जिलो में तैनात अच्छे युवा पुलिसकर्मियों का साक्षात्कार करते हुए उनका चयन करें और उनका अलग-अलग बैच बनाकर शस्त्र चलाने का उन्नत प्रशिक्षण दिलवाना सुनिश्चित करें। वे इसके लिए अच्छे प्रशिक्षकों का चुनाव करें ताकि उच्च गुणवत्ता की ट्रेनिंग दी जा सके। उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए पुलिस मुख्यालय से भी कोर्स डिजाइन करके जिलों में भिजवाया गया है। इस दौरान उन्हें सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। प्रशिक्षण में पुलिसकर्मियों को अलग-अलग स्थिति में किस प्रकार कार्य करना है, इसके बारे में भी बताया जाएगा। पुलिस अधीक्षक इस कोर्स को अपने जिले की स्थानीय समस्याओं के अनुरूप भी डिजाइन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण 7 से 10 दिन का होना चाहिए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस अधीक्षक यह ट्रेनिंग 21 अक्टूबर से शुरू करवाना सुनिश्चित करें। इससे जिलों में अपनी अच्छी स्वॉट टीम भी तैयार होगी जो हिंसक अपराध नियंत्रण में प्रभावी तरीके से कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण करवाने के लिए एचपीए मधुबन तथा पीटीसी सुनारिया के प्रशिक्षण केंद्रों का भी चयन किया गया है। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि वे क्षमता निर्माण के लिए अच्छे से अच्छा हथियार/उपकरण भी उपलब्ध करवाएं।
 *इमीग्रेशन फ्रॉड करने वाले एजेंटों पर सख्ती*

 बैठक में श्री कपूर ने विदेश भेजने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले लोगों पर शिकंजा कसने के लिए भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे एजेंटों के नेक्सस को तोड़ने के लिए सभी गंभीरता से कार्य करें और इसे अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यह समस्या 5-6 जिलों में ज्यादा देखी जा रही है। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अवैध इमीग्रेशन फ्रॉड के लिए निर्धारित फॉर्मेट में ही रिपोर्ट भेजना सुनिश्चित करें ताकि मॉनीटरिंग अच्छी हो और यदि विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी संबंधी कोई शिकायत प्राप्त होती है तो आरोपी एजेंट के खिलाफ निर्धारित एसओपी के अनुसार कार्यवाही करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
 *मामलों की स्वयं मॉनिटरिंग करें पुलिस अधीक्षक*

उन्होंने पुलिस अधीक्षकों से कहा कि वे ऐसे मामलों की मॉनिटरिंग स्वयं करें और उनकी जांच के स्तर को भी पहले की अपेक्षा गहनता से करें। सभी इस कार्य को प्राथमिकता से लें क्योंकि इससे युवाओं का भविष्य खराब हो रहा है। कई बार लोगों को विदेशो में धोखे से पहुंचा दिया जाता है और बाद में वे वहां जाकर आपराधिक गतिविधियों में पड़ जाते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ऐसे मामलों में लापरवाही की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे इसे लेकर समय-समय पर स्वयं समीक्षा करेंगे कि ऐसे मामलों की कितनी शिकायतें आई हैं, कितनी एफआईआर हुई है, कितने अपराधी पकड़े हैं और कितने अपराधियों से रिकवरी करवाई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि नए कानून में धोखाधड़ी करके विदेश भेजने वाले एजेंटों की घर, दुकान तथा अन्य प्रॉपर्टी को भी अटैच करने का भी प्रावधान है इसलिए ऐसे प्रावधानों का भी हमें उपयोग सुनिश्चित करना है।
*नशामुक्ति को लेकर प्रगति की समीक्षा*

 इसके साथ ही श्री कपूर ने बैठक में नशामुक्ति अभियान के तहत प्रदेश में किए गए कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की। डीजीपी ने पुलिस अधीक्षकों से 31 दिसंबर तक अपने-2 जिलों के गांवों तथा वार्डों को नशामुक्त बनाने के लिए स्वयं के लक्ष्य निर्धारित करके इसे प्राप्त करने के निर्देश दिए। इस दौरान पुलिस अधीक्षकों ने उनके क्षेत्र में नशामुक्ति को लेकर क्या-क्या काम हुए हैं उस बारे में विस्तार से बताया। डीजीपी ने कहा कि पुलिस अधीक्षक नशामुक्ति को लेकर थाना अनुसार टीम बना लें। टीम के सदस्य डोर टू डोर जाएं और नशे से ग्रस्त व्यक्ति का इलाज करवाना भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से नशामुक्ति को लेकर दो कार्य करने हैं। पहला, अपने क्षेत्र में नशा बिकने नहीं देना और नशा बेचने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करनी है और दूसरा, नशे से ग्रस्त व्यक्ति का इलाज करवाना है। यदि ये दोनों कार्य प्रभावी तरीके से हो गए तो गांव तथा वार्ड स्वतः ही नशामुक्त हो जाएंगे।
पुलिस मुख्यालय में इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय कुमार सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।