Breaking

Monday, August 18, 2025

नपा जुलाना के चेयरमैन तथा उसके सहयोगी को भेजा जेल

नपा जुलाना के चेयरमैन तथा उसके सहयोगी को भेजा जेल
एसीबी ने बिल पास करने की एवज में दोनों को दो लाख 27 हजार 500 रुपये लेते किया था गिरफ्तार
जींद : बिल पास करने की एवज में दो लाख 27 हजार 500 रुपये की रिश्वत लेते एसीबी द्वारा गिरफ्तार किए गए जुलाना के नपा चेयरमैन तथा उनके नर्सिंग सहायक को रविवार को डयूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जहां से अदालत ने दोनों न्यायिक हिरासत मे जेल भेज दिया है। 
भिवानी के ठेकेदार मनोज ने एंटी क्रप्शन ब्यूरो एसीबी को दी शिकायत में बताया था कि वह शहरी निकाय पोर्टल पर दस करोड़ तक का कार्य करने के लिए रजिस्ट्रड है। वर्ष 2024 में उसने नगर पालिका जुलाना में तालाबों के सौंदर्यकरण का ठेका लिया था। जिसका 50 प्रतिशत कार्य होने तथा दूसरा रनिंग बिल 91 लाख 20 हजार 800 रुपये नपा जुलाना मे प्रस्तुत किया था। बिल पास करने की एवज में जुलाना नपा के चेयरमैन डा. संजय ने पांच प्रतिशत राशि रिश्वत के रूप में डिमांड की। जिस पर उसने असमर्थता जताई। बाद में तीन प्रतिशत पर सहमति बन गई। वह रनिंग बिल पास करवाने के लिए गत 11 अगस्त का फिर से चेयरमैन डा. संजय से मिला। कमीशन कम करने की बात कही। डा. संजय अब अढाई प्रतिशत की डिमांड कर रहा है। जिसके आधार पर हिसार एसीबी के डीएसपी के नेतृत्व में छापामार टीम का गठन किया गया। जिसमें राजपत्रित अधिकारी को भी गवाह के साथ नियुक्त गया। छापामार टीम ने शिकायतकर्ता ठेकेदार को पाउडर तथा हस्ताक्षर करवा दो लाख 27 हजार 500 रुपये की नगदी को दे दिया। नपा चेयरमैन से संपर्क साधन ने पर उसने रिश्वत राशि को अपने जुलाना स्थित नर्सिंग होम पहुंचाने के लिए कहा। शिकायतकर्ता से नर्सिंग होम रिस्पेशन पर काम करने वाले गांव मालवी निवासी सतबीर को दे दिए। जिन्होंने रिश्वत राशि को चेयरमैन की दराज में रख दिए। इशारा मिलते ही छापामार टीम ने सतबीर तथा नपा के चेयरमैन डा. संजय को काबू कर लिया। हाथ धुलवाने पर सतबीर के हाथों का रंग लाल हो गया। टीम ने रिश्वत राशि को चेयरमैन की मेज की दराज से बरामद कर लिया था। एसीबी ने सतबीर तथा नपा चेयरमैन डा. संजय के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था। रविवार को एसीबी ने दोनों को डयूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जहां से अदालत ने दोनो को न्यायिक हिरासत मे जेल भेज दिया है।

No comments:

Post a Comment