आज से शुरू होंगे विवाह के शुभ मुहुर्त, ज्वैलर्स से लेकर फोटोग्राफरों तक सब एडवांस बुक
बाल विवाह पर रहेगी सरकारी अधिकारियों की नजर, टीमें अलर्ट पर
जींद : देवउठनी एकादशी के साथ ही जिलाभर में विवाह समारोहों की धूम शुरू हो गई है। हालांकि देवउठनी एकादशी के लिए शनिवार को बहुत कम विवाह हुए लेकिन रविवार दो दिसंबर को अबुझ साया है और युवा भी खूब विवाह बंधन में बंधेंगे। ऐसे में विवाहों की आड़ में कुछ बाल विवाह भी हो सकते हैं। जिसके चलते अगर आज आपके घर या परिवार में किसी की शादी है तो शादी की रस्मों को अदा करने के साथ-साथ दुल्हा व दुल्हन की आयु का प्रमाण पत्र भी साथ रखना अनिवार्य होगा। दो नवंबर की सुबह 07:31 बजे तक कार्तिक शुक्ल एकादशी रहेगी। इस दिन भगवान विष्णु के योगनिद्रा से जागने के साथ शुभ कार्यों के द्वार खुलेंगे। जिला में रविवार होने वाली शादियों पर जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय टीम की विशेष नजरें रहेगी। लड़के की आयु 21 वर्ष से कम तथा लड़की की आयु 18 वर्ष की आयु से कम पाई जाती है तो कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके साथ-साथ अब बाल विवाह के केस में पोक्सो एक्ट का केस दर्ज करवाने का प्रावधान भी कर दिया गया है।
*विवाह समारोह को लेकर हर चीज हुई बुक*
देवउठनी एकादशी से शुभ मुहुर्त की शुरूआत होती है। यह वह दिन होता है, जिसमें शादी के लिए पंडित से मुहुर्त निकलवाने की जरूरत नहीं होती। रविवार को जींद जिले में सैंकडों शादियां शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में होंगी। इन शादियों को लेकर तमाम बैंक्वट हाल और धर्मशालाएं बुक हैं। यह बुकिंग-डे एंड नाइट की है। पार्कों तक में उन लोगों ने शादी के लिए टैंट लगा दिए हैं, जो बैंक्वट हाल या धर्मशाला की बुकिंग नहीं करवा पाए। एक-एक पार्क में टैंट लगाए गए हैं। गलियों में भी जगह मिली है तो वहां शादी के लिए टैंट लगाए गए हैं। फोटोग्राफर की बुकिंग पहले हो चुकी है। वह भी कई-कई बुकिंग उठा चुके हैं। टैक्सी वालों ने भी दिन के लिए अलग और रात के लिए अलग बुकिंग कर ली है। मनमाने रेट पर यह बुकिंग हुई हैं। इसी तरह हलवाई भी बेहद व्यस्त हैं। एक-एक हलवाई के पास कई-कई बुकिंग हैं। वहीं होटलों में डे एंड नाइट की बुकिंग शादी को लेकर हो चुकी है। तमाम बैंकेट हाल की यही हालत है। धर्मशाला तक खाली नहीं हैं।
*देवउठनी एकादशी मुहुर्त ज्वैलर्स के लिए फायदेमंद : प्रदीप*
प्रदीप ज्वैलर्स के प्रदीप भोला ने बताया कि सोने के रेट बढऩे के बावजूद विवाह समारोह के लिए ज्वैलर्स के पास अच्छे आर्डर आए हैं। यह मुहुर्त ज्वैलर्स के लिए अच्छा रहने वाला है। इसी तरह बत्तख चांैक के पास के फूल वाले दीपक का कहना है कि अक्षय तृतीय को लेकर गाड़ी सजाने के लिए एडवांस बुकिंग हैं। सुबह ही गाडिय़ों को सजाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। फूल बेचने वालों से लेकर दुल्हे की कार सजाने वालों को सांस लेने की फुर्सत नही होगी। वहीं हलवाई जगदीश का कहना है कि अक्षय तृतीय पर्व को लेकर तीन-तीन जगह बुकिंग ली हुई है।
*बाल विवाह रोकने के लिए विशेष टीमें गठित : रवि लोहान*
*देवउठनी ग्यारस पर होने वाली शादियों पर रहेगी विशेष नजर*
देवउठनी ग्यारस पर बाल विवाह न हो, इसके लिए जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय टीमें लगातार निगरानी रखेंगी।
अब बाल विवाह के केस में पोक्सो एक्ट का केस दर्ज करवाने का प्रावधान भी कर दिया गया है। जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी सुनीता ने बताया कि देवउठनी ग्यारस पर बाल विवाह होने का अंदेशा बना रहता है, जो बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के तहत कानूनी अपराध है। हालांकि पिछले तीन-चार वर्षों की बात की जाए तो लगातार बाल विवाह के मामलों में कमी आई है। बावजूद इसके जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय टीम किसी भी स्तर पर कोर कसर छोडऩा नही चाह रही है। सहायक बाल विवाह निषेध अधिकारी रवि लोहान ने बताया कि जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी सुनीता के दिशा-निर्देशन में बाल विवाह रोकने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं और एमडीडी ऑफ इंडिया का भी सहयोग लिया जा रहा है। टीम ने सभी से निवेदन किया है कि वह अपने अपने कार्यों के साथ-साथ विवाह में लड़का, लड़की के जन्म से संबंधित कागजात मंगवा कर देखें ताकि पता लग सके कि दोनों बालिग हैं या नहींं। बाल विवाह से संबंधित सूचना तुरंत महिला हैल्पलाइन नंबर 181, 112 नंबर या 8814011559 पर दें।
*यह रहेंगे शुभ मुहूर्त*
नवंबर 2025 में :-2, 3, 7, 8, 12, 13, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 29, 30
दिसंबर 2025 में :- 4, 5, 6, 12
आज से शुरू होंगे विवाह के शुभ मुहुर्त : शास्त्री
जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि दो नवंबर से विवाह के लिए शुभमुहूर्त शुरू हो रहे हैं। जो लगातार 35 दिन तक रहेंगे। 12 दिसंबर से 30 जनवरी तक शुक्र अस्त रहेगा। इसलिए इस दौरान शुभ मुहूर्त नहीं होंगे। इसके बाद फरवरी और मार्च में फिर से शुभ मुहूर्तों की शुरुआत होगी। हर कोई शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहुर्त का इंतजार करता है। ऐसे में एक नवंबर से भगवान विष्णु योग निद्रा से जाग गए हैं और शुभ कार्यों की शुरूआत हो गई है।
No comments:
Post a Comment