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Sunday, December 28, 2025

बस अड्डा में खाली कैंटीन को बनाया रैन बसेरा

बस अड्डा में खाली कैंटीन को बनाया रैन बसेरा

पहले कंडम पड़ी बस को बनाया था रैल बसेरा

यात्रियों को रात के समय पहले की अपेक्षा ठहरने में सुविधा होगी उपलब्ध
जींद : जरूरतमंद लोगों को ठंड में रात के समय ठहरने के लिए जिला रेडक्रास सोसाइटी की ओर से बस स्टैंड परिसर में पहले रोडवेज बस की एक कंडम बस में अस्थायी रैन बसेरा बनाया गया था। अब बस की जगह बस स्टैंड परिसर में खाली पड़ी बड़ी कैंटीन मे अस्थायी रैन बसेरा बनाया गया है। ऐसे में यात्रियों को रात के समय पहले की अपेक्षा ठहरने में काफी सुविधा होगी। कंडम बस में जहां केवल दस यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था होती थी लेकिन अब बड़ी कैंटीन में दस से ज्यादा मुसाफिर रात को रुक सकेंगे। वहीं दूसरी बस रेलवे जंक्शन के बाहर अस्थाई रैन बसेरे के रूप में खड़ी की गई है। कड़ाके की ठंड में यात्रियों और जरूरतमंद मुसाफिरों को रात में आश्रय मिल सकेए इसके लिए रेडक्रास सोसाइटी और रोडवेज ने पहल करते हुए दो कंडम रोडवेज बसों को रैन बसेरे के रूप में परिवर्तित किया था। एक बस पहले वर्कशाप के पास खड़ी की गई थी। अब बस स्टैंड वाले अस्थाई रैन बसेरे को बड़ी कैंटीन में शिफ्ट कर दिया गया है। यहां मुसाफिरों के लिए बिस्तर रजाई और अन्य व्यवस्थाएं रेडक्रास सोसाइटी द्वारा की गई हैं। रोडवेज ने रैन बसेरे के लिए एक बस रेलवे जंक्शन के नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन कार्यालय के पास खड़ी की है ताकि रात के समय यात्री व अन्य जरूरतमंद लोग जरूरत पडऩे पर ठंड से बचने के लिए इन बसों में आश्रय ले सकें। अस्थायी रैन बसेरे में दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। रेलवे जंक्शन व बस स्टैंड पर रैन बसेरे की स्थापना से दूरदराज के यात्रियों को राहत मिलेगी। यहां कोई भी निशुल्क ठहर सकता है। यहां कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो आने वाले लोगों का नाम व आधार नंबर दर्ज करते हैं।
*एक रैन बसेरा पालिका बाजार के पास*

अभी एक रैन बसेरा पालिका बाजार के पास है। जिसकी निगरानी नगर परिषद के कर्मचारी करते हैं। यहां महिला व पुरुष के अलग.अगल रूकने के लिए पांच कमरों की व्यवस्था है। एक कमरे में छह लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। रैन बसेरा परिसर में सीसीटीवी कैमरा भी लगा है। नहाने के लिए गर्म पानी की व्यवस्था भी है। सर्दी के मौसम में बस स्टैंड व रेलवे जंक्शन से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर यह स्थाई रैन बसेरा है। मुसाफिरों को यहां तक पहुंचने में परेशानी होती थी। ऐसे में रेडक्रास की ओर से रोडवेज की सहायता से बस स्टैंड व रेलवे जंक्शन के पास अस्थायी  रैन बसेरे की व्यवस्था की गई है।
*अब बड़ी कैंटीन में बनाया गया है अस्थायी रैन बसेरा*

जींद डिपो के महाप्रबंधक राहुल जैन ने बताया कि रोडवेज ने बस स्टैंड परिसर में खड़ी कंडम बस में जो अस्थायी रैन बसेरा बनाया थाए उसमें बस स्टैंड परिसर में खाली पड़ी बड़ी कैंटीन में शिफ्ट कर दिया है। बड़ी कैंटीन में पहले की अपेक्षा ज्यादा मुसाफिर रात के समय आकर यहां ठहर सकेंगे। इसके अलावा रेलवे जंक्शन पर एक कंडम बस में अस्थाई रैन बसेरा बनाया गया हैए जहां कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। अस्थाई रैन बसेरे में जरूरतमंद लोग रात को आकर ठहर सकते हैं।

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