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Thursday, April 7, 2022

April 07, 2022

सुबह जल्दी उठने के बहुत फायदे : डॉ मंजू कादियान स्वस्थ रहने के लिए खुद को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी : डॉक्टर भोला

सुबह जल्दी उठने के बहुत फायदे : डॉ मंजू कादियान

स्वस्थ रहने के लिए खुद को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी  : डॉक्टर भोला
जींद : ( संजय कुमार ) - जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में वीरवार को विश्व स्वास्थ्य दिवस पर जारूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता सीएमओ डा. मंजू कादियान तथा पीएमओ डा. लोकवीर सिंह ने की। जबकि एनसीडी प्रभारी एवं डिप्टी सीएमओ डेंटल डा. रमेश पांचाल, एमएस डा. गोपाल गोयल, डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला, डिप्टी सीएमओ डा. पालेराम कटारिया, डा. जेके मान, डा. विजेंद्र ढांडा, डा. रघुवीर पूनिया, वरिष्ठ दंत सर्जन डा. नीतू, राममेहर वर्मा ने आमजन को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। 
सीएमओ डा. मंजू कादियान ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस एक वैश्विक स्वास्थ्य जागरूकता दिवस है जो हर साल सात अप्रैल को मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम हमारा ग्रह हमारा स्वास्थ्य है। इस थीम का उद्देश्य हमारे ग्रह और उसमें रहने वाले मनुष्यों की भलाई की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 1948 में पहली विश्व स्वास्थ्य सभा बुलाई थी जिसमें विश्व स्वास्थ्य दिवस की स्थापना का आह्वान किया गया। पहला विश्व स्वास्थ्य दिवस सात अप्रैल 1950 को आयोजित किया गया था और उसके बाद हर साल इस तारीख को यह मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्राथमिकता वाले क्षेत्र को उजागर करने के लिए दिन का मुख्य लक्ष्य एक निश्चित स्वास्थ्य विषय के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। 
पीएमओ डा. लोकवीर सिंह ने कहा कि प्राइमरी हेल्थ 6 तरह की होती है जिसमें फिजिकल, मेंटल, सोशल, इमोशनल, एनवायरमेंटल और स्प्रिचुअल हेल्थ शामिल होती है। अगर किसी की भी ये 6 प्राइमरी हेल्थ सही है तो उसे स्वस्थ कहा जाता है। विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने का उद्देश्य भी यही है कि अच्छा स्वास्थ्य हर इंसान के लिए जरूरी है और हम अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। इसलिए हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। 
डिप्टी सीएमओ डा. रमेश पांचाल ने कहा कि आज के कार्यक्रम की मुख्य थीम स्वस्थ वृद्ध, खुशहाल वृद्ध के तहत लगभग 300 बुर्जुगों, मरीजों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं जांच की गई है। जिसमें मरीजों के बीपी, शुगर जांच, ब्रेस्ट स्क्रीनिंग, मुंह की जांच की गई है व उनका उपचार किया गया है। कार्यक्रम में आए कैंसर मरीजों को एक-एक छतरी व सभी अस्पताल कर्मचारियों को स्वास्थ्य जागरूकता स्लोगन छपी लगभग 100 टी-शर्ट वितरित की गई हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम कॉर्डिनेटर डा. संजीत ने बताया कि विभाग द्वारा 130 कैंसर मरीजों को बस पास भी वितरित किए गए हैं। 
एमएस डा. गोपाल गोयल, डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि हर किसी के लिए स्वास्थ्य रहना बेहद आवश्यक है। इसलिए सुबह जल्दी उठें। क्योंकि सुबह जल्दी उठने के बहुत फायदे हैं। सुबह नाश्ता करना न भूलें, इसे स्वस्थ रहने के लिए अच्छी आदतों में शामिल करें। खूब पानी पिएं, स्वस्थ रहने के लिए खुद का हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। पर्याप्त प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट लें। प्रोटीन हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है। इसके अलावा वर्क आउट (एक्सरसाइज) अवश्य करें। भरपूर नींद ले। संयमित दिनचर्या का पालन करें। इस मौके पर फिजियोथेरेपिस्ट शीतल, सुमन, सुनीता, सुषमा, रीना, सीमा, सरोजबाला, रीनू, नसीब, विनोद सहित कई स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद रहे।

Wednesday, September 22, 2021

September 22, 2021

तंबाकू कंट्रोल कार्यक्रम के तहत छापेमारी अभियान चलाया : डॉ .राजेश भोला

स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को तंबाकू कंट्रोल कार्यक्रम के तहत छापेमारी अभियान चलाया : डॉ . राजेश भोला
जींद- ( संजय कुमार ) ÷ स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को तंबाकू कंट्रोल कार्यक्रम के तहत छापेमारी अभियान चलाया। अभियान के तहत रेलवे जंक्शन परिसर व आसपास आसपास क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर धुम्रपान करते तथा शिक्षण संस्थानों के पास धुम्रपान बेचते पाए जाने पर कुल नौ चालान किए गए और उनसे 1700 रुपये राशि का जुर्माना वसूला गया। अभियान का नेतृत्व नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा संस्थान के 100 मीटर के दायरे में बीड़ी सिगरेट के बेचने पर भी प्रतिबंध है। यदि कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उसका चालान किया जाएगा। इसके साथ-साथ 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी यह बेचना प्रतिबंधित है। टीम में पुलिस की तरफ से कांस्टेबल दया कृष्ण, अमित कुमार भी साथ रहे। इसके बाद टीम पटियाला चौक स्थित शहीद कैप्टन पवन कुमार स्कूल पर पहुंची और छात्रों को धुम्रपान करने से हमारे शरीर पर होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया। डा. भोला ने छात्रों को जागरूक करते हुए कहा कि हर कोई आज इस बात को अच्छी तरह से जानता है कि धूम्रपान का हमारे स्वास्थ्य पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है, फिर भी लोग इस जानकारी की अनदेखी करते हैं और इस आदत को नहीं छोड़ते हैं। जो लोग धुम्रपान करते हैं या तम्बाकू का सेवन करते हैं उससे शारीरिक क्षति तो होती ही है साथ ही फेफडों का कैंसर , मुख के कैंसर सहित कई अन्य रोगों के होने का खतरा लगातार बना रहता है। ऐसे में हमें धुम्रपान कभी नहीं करना चाहिए और प्रण लेना चाहिए कि वो जीवन में कभी धुम्रपान नहीं करेंगे। जो लोग धुम्रपान करते हैं उन्हें इसे छोडऩे के लिए दृढ़ संक्लप होना चाहिए। स्वयं पर विश्वास रखते हुए इसे छोडऩे की योजना बनानी चाहिए। ध्यान भी धुम्रपान छोडऩे में बेहद कारगर साबित होता है। उन्होंने छात्रों, अध्यापकों को प्रण दिलाया कि वो धुम्रपान को अपनी जीवन से बाहर निकाल फैंकेंगे। इस मौके पर प्रिंसिपल पूनम लोहान, सुनीता, दिलबाग सिंह सहित अन्य स्कूल स्टाफ मौजूद रहा। 

Friday, June 26, 2020

June 26, 2020

हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ के दौरान प्रतिकूल प्रभावों से बचने के लिए ‘‘क्या करना है और क्या नहीं करना है’’ आम जनता के लिए जारी की एडवाजरी


चंडीगढ़, 25 जून- आगामी मानसून के दौरान सम्भावित  बाढ़ की स्थिति के मददेनजर भारत सरकार के राष्टï्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी दिशानिर्देशों की अनुपालना में हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने भी बाढ़ के दौरान प्रतिकूल प्रभावों से बचने के लिए ‘‘क्या करना है और क्या नहीं करना है’’ पर आम जनता के लिए एडवाजरी जारी की है।

आकाशवाणी, दूरदर्शन पर मौसम का पूर्वानुमान सुनें

        प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ की आंशका से पूर्व लोग नालियों में कूड़ा, प्लास्टिक की थैलियां, प्लास्टिक की बोतलें न रखें। यदि ऊंची लहरें और भारी बारिश एक साथ हों तो घर पर रहने की कोशिश करें। आकाशवाणी, दूरदर्शन पर मौसम का पूर्वानुमान सुनें। इसके अलावा, समय-समय पर स्थानीय निकायों द्वारा संदेशों पर अमल करें तथा निचले इलाकों को खाली करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे। ऐसे सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के समय यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक व्यक्ति के पास लालटेन, मशाल, कुछ खाने-पीने का सामान, सूखे कपड़े और आवश्यक दस्तावेज साथ में हों। इसके अलावा, प्रत्येक परिवार के सदस्य के पास पहचान पत्र हो तथा कीमती सामान घर के किसी ऊंचे स्थान पर रखें।

अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही अफवाहें फैलाएं

        प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ की स्थिति में सरकार द्वारा आदेशों का पालन करना और सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करें और सुरक्षित स्थान पर रहें तथा वे सही जानकारी प्राप्त करें। बिजली की आपूर्ति का स्विच ऑफ करें और नंगे तारों कों न छुएं। उन्होंने बताया कि अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही अफवाहें फैलाएं।

बिजली और गैस उपकरणों को बंद करें

        बाढ़ के दौरान ‘‘क्या करना है’’ इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने बताया कि बिजली और गैस उपकरणों को बंद करें और मेन स्विच बॉक्स के लिवर को ऑफ कर दें। अपने साथ आपातकालीन किट ले जाएं और अपने दोस्तों और परिवार को बताएं कि आप कहां जा रहे हैं। बाढ़ के पानी के संपर्क से बचें क्योंकि यह मल, तेल, रसायन या अन्य पदार्थों से दूषित हो सकता है। यदि आपको खड़े पानी में चलना है, तो यह सुनिश्चित करने के लिए एक पोल या छड़ी का उपयोग करें ताकि गहरे पानी, मैनहोल या अन्य पानी निकासी में आपका पैर न जाए। बिजली की लाइनों से दूर रहें क्योंकि विद्युत प्रवाह पानी के माध्यम से हो सकता है और ऐसी स्थिति में बिजली निगमों को रिपोर्ट करें।

अगर बाहर निकलना पड़े तो जमीन और फर्श को अच्छी तरह से जांच लें

उन्होंने बताया कि बाढ़ के बाद अगर बाहर निकलना पड़े तो जमीन और फर्श को अच्छी तरह से जांच लें क्योंकि इसमें टूटी हुई बोतलें, तेज वस्तुएं आदि शामिल हो सकते हैं। मिट्टी और मलबे से ढक़ेहुए फर्श और सीढिय़ां में फिसलन हो सकती है। बाढ़ की स्थिति की पल-पल की जानकारी के लिए रेडियो या टेलीविजन सुनें। उन्होंने बताया कि छत गीली है और सीलिंग फैन के प्वांइट में पानी का रिसाव हो तो उसके नीचे एक बाल्टी रखें और पानी के दबाव को कम करने के लिए छत में एक छोटा छेद करें। इसी प्रकार, पानी के भराव वाले कमरों में जितना संभव हो उतना पानी निकालने के लिए बाल्टी, साफ  तौलिये और मोप का उपयोग करें। फर्नीचर तथा गीले कालीनों के बीच एल्यूमीनियम की चादरें रखें।

बहते पानी में न चलें

        बाढ़ के दौरान ‘‘क्या नहीं करना है’’ इस बारे में जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने बताया कि बहते पानी में न चलें क्योंकि पानी के  बहाव की धाराओं भ्रामक हो सकती हैं और तेज गति से बहता पानी आपके पैरों का संतुलन बिगाड़ सकता है।  तेज बहते पानी में न तैरें और न ही पानी में किसी वस्तु का सहारा लें क्योंकि इससे वस्तु के साथ आप बह सकते हो।

बाढ़ वाले क्षेत्र से ड्राइव न करें

        प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ वाले क्षेत्र से ड्राइव न करें क्योंकि अचानक आने वाले पानी का आपकों अंदाजा नहीं लगेगा और बाढ़ के दौरान तेज बहाव वाला  आधा मीटर पानी भी एक कार को बहाकर ले जा सकता है। बाढ़ के पानी में ड्राईविंग करने से आस-पास की संपत्ति को भी नुकसान पहुंच सकता है। इसके अलावा, बाढ़ के पानी के संपर्क में आने वाले किसी भी भोजन का सेवन न करें।  अपनी बिजली की आपूर्ति को फिर से कनेक्ट न करें जब तक कि एक योग्य इंजीनियर द्वारा इसकी जांच नहीं की जाती। गैस लीक के लिए सतर्क रहें, धूम्रपान न करें तथा मोमबत्ती, लालटेन या किसी भी तरह खुली लपटों का उपयोग न करें। बाढ़ के दौरान किसी भी तरह का कीचड़, ब्रश इत्यादि को एक स्थान पर एकत्रित न करें क्योंकि इससे और अधिक नुकसान हो सकता है। छत के गीले होने पर कभी भी सीलिंग फैन व अन्य चीजों को चालू न करें और ढहती हुई छत से दूर रहें।

बेसमेंट में खड़े पानी को निकालने की जल्दी न करे

        उन्होंने बताया कि इसी प्रकार कभी भी टीवी, वीसीआरएस, सीआरटी टर्मिनलों या अन्य बिजली के उपकरणों का उपयोग गीले फर्श, विशेष रूप से कंक्रीट पर खड़े होकर न करें। अपने वैक्यूम क्लीनर का उपयोग करके खड़े पानी को हटाने का प्रयास न करें। बेसमेंट में खड़े पानी को जल्दी-जल्दी न निकालें क्योंकि यदि पानी का दबाव बहुत जल्द कम हो जाता है तो यह बुनियाद में जाने से दीवारों पर दबाव डाल सकता है।