Breaking

Showing posts with label INLD. Show all posts
Showing posts with label INLD. Show all posts

Wednesday, May 27, 2020

May 27, 2020

मंत्रिमण्डल के वरिष्ठ नेताओं में आपस में मेलजोल की कमी है : अभय सिंह चौटाला

(मनोज)चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार द्वारा लॉकडाउन-4.0 में दी गई ढील के कारण कोरोना वायरस पीडि़तों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और ये चिंता का विषय है कि प्रदेश में एक ही दिन में कोरोना के 102 मरीजों का मिलना आने वाले समय के लिए शुभ संकेत नहीं है। यह बात इनेलो नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस के बारे में कही।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार लॉकडाउन होने के बावजूद भी उपरी स्तर पर तालमेल की कमी होने की वजह से कोरोना के विरुद्ध लड़ाई लडऩे के लिए कोई ठोस नीति नहीं अपना रही। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री आपस में बातचीत करने की बजाय लिखित रूप में कोरोना के बारे में पत्राचार करना यह दर्शाता है कि मंत्रिमण्डल के वरिष्ठ नेताओं में आपस में मेलजोल की कमी है।
इनेलो नेता ने कहा कि गृहमंत्री की ये बात बिल्कुल सही है कि हरियाणा में मास्क लगाना अनिवार्य हो और कोरोना संक्रमण से बचने के लिए तुरंत ऐसे नियम बनाए जाएं जिससे प्रदेश के नागरिकों की जानमाल की सुरक्षा की जा सके। प्रदेश की लगभग अढाई करोड़ आबादी के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टेस्टिंग प्रक्रिया में तेजी लाना अति आवश्यक है ताकि वास्तविक कोरोना वायरस पीडि़तों की संख्या का पता लगाया जा सके। अभी तक तो लगभग एक लाख नागरिकों की टेस्टिंग की गई है जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।
ऐसा लगता है कि स्वास्थ्य विभाग के पास पीपीई किटों, मास्कों व अन्य व्यवस्थाओं की उचित उपलब्धता नहीं है जिसकी वजह से कोरोना वारियर्स अपनी सुरक्षा के लिए जेब से खर्च करके मास्क आदि का प्रबंध करते हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनेक ऐसे उदाहरण हैं जिसमें कर्मचारियों ने बड़ा खुलकर मीडिया के सामने कहा है कि पीपीई किटों की कमी की वजह से और अन्य उपकरणों की उपलब्धता न होने के कारण वह अपनी जान पर खेल कर कोरोना पीडि़तों का इलाज कर रहे हैं।
पिछले दिनों भगत फूल सिंह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग स्टाफ ने मैनेजमेंट के अधिकारियों के विरुद्ध आरोप लगाते हुए कहा कि उनको कोरोना से पीडि़त मरीजों का इलाज करते समय वांछित सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे और न ही उनको मेडिकल कॉलेज में रहने की उचिव व्यवस्था की जा रही है जिससे उनको और उनके परिवार को कोरोना संक्रमित होने का भय रहता है।
इनेलो नेता ने कहा कि सिरसा जिले में लॉकडाउन 4.0 के अंतिम दिनों में उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री द्वारा शहर में व्यापारिक संस्थानों व दुकानों आदि के खोलने पर एकमत नहीं हैं जिसकी वजह से व्यापारियों व प्रशासन के लिए असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। प्रशासन के अधिकारी असमंजस में हैं कि वह उप मुख्यमंत्री की माने या गृह मंत्री के आदेशों की पालना करें। कोरोना संक्रमण की लड़ाई सभी प्रदेशवासियों की सामूहिक लड़ाई है जिसको जीतने के लिए सभी को एकमत होकर और लॉकडाउन की सभी शर्तों का पालन करते हुए जीता जा सकता है।
ऐसे समय में जब कोरोना संक्रमण के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं और भविष्य में ये लड़ाई लंबी चलेगी, उसके लिए सरकार को अपना अहंकार छोडक़र कोरोना पीडि़ता के लिए एक सामाजिक भावना के तहत कार्य करना होगा। अगर हम इसमें कामयाब होते हैं तो इसका श्रेय सभी को जाएगा अन्यथा सरकार अपनी जिम्मेवारी से नहीं बच सकेगी। क्योंकि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह प्रदेश के नागरिकों की जानमाल की सुरक्षा करे और संक्रमण से बचने के लिए अस्पतालों में कोरोना से संबंधित सभी उपकरणों का उचित प्रबंध करे।
इनेलो नेता ने कहा कि अब तो ऐसा लग रहा है कि सरकार ने हर तरफ ढील दे रखी है जिसकी वजह से लॉकडाउन की शर्तों का हर स्तर पर उल्लंघन हो रहा है और सामाजिक दूरी का जो नियम है उसकी सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। इसकी वजह से कोरोना संक्रमण के मामले भविष्य में बढऩे के ज्यादा आसार हैं जिसके लिए सरकार को लॉकडाउन के नियमों की पालना करने और करवाने के लिए दोबारा से विचार करना होगा अन्यथा कोरोना का कहर हम सभी को लपेटे में लेने के पश्चात फिर तो वो कहावत उपयुक्त होगी कि 'फिर पछताए क्या होता है जब चीडिय़ा चुग गई खेत'।