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Saturday, February 20, 2021

February 20, 2021

अम्बाला का वैभव अराेड़ा खेलेगा आईपीएल, केकेआर की टीम ने 20 लाख में खरीदा

उपलब्धि:मां ने कमेटियां जोड़ और पिता ने कर्ज लेकर कराई तैयारी; अब बेटा वैभव अराेड़ा खेलेगा आईपीएल, केकेआर की टीम ने 20 लाख में खरीदा

अम्बाला : कैंट के 23 साल के तेज गेंदबाज वैभव अरोड़ा ने अपनी शानदार गेंदबाजी की बदौलत पहली बार आईपीएल का कांट्रेक्ट मिला है। बीते माह सैय्यद मुश्ताक अली ट्राॅफी में उसने शानदार गेंदबाजी करते हुए 6 मैच में 10 विकेट लेकर सभी का ध्यान खींचा था। इसी प्रदर्शन की बदौलत उन्हें 20 लाख रुपए के बेस प्राइस में कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने खरीदा है।
अब अप्रैल में होने वाले आईपीएल-2021 में वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के बल्लेबाजों के समक्ष तेज व स्विंग से गेंदबाजी का जलवा दिखाएगा। पहली बार आईपीएल में चुने जाने पर वैभव के अम्बाला कैंट में रहने वाले माता-पिता व परिवार में खुशी का माहौल है। मां ममता अरोड़ा बताती हैं कि चंडीगढ़ अकादमी में वैभव की 2012 में सवा लाख कोचिंग फीस थी, उन्होंने वैभव को क्रिकेट सिखाने के लिए कमेटियां उठाई, कर्जा लिया और अपनी जरूरतों को कम कर बेटे को क्रिकेट सिखाया।
आज 20 लाख के प्राइज पर जब उनका बेटा केकेआर की टीम में चुना गया तो उनकी आंखें खुशी से भर आईं। वैभव के पिता गोपाल कृष्ण अरोड़ा बीडी स्कूल के समक्ष पुश्तैनी मकान में संयुक्त परिवार में रहते हैं। वे दूध की डेयरी चलाकर परिवार सदस्य अपना गुजारा चलाते हैं और घर में ही गायों का एक छोटा तबेला भी है।
तीन टीमों के लिए दिए थे ट्रायल
वैभव अरोड़ा ने बीते माह मुश्ताक अली ट्राॅफी में शानदार प्रदर्शन किया। कोलकाता नाइट राइडर्स में चयन से पहले उसने मुंबई इंडियंस व राजस्थान रॉयल टीम के लिए भी ट्रायल दिए थे। वह किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) टीम से नेट बॉलर के रूप में भी जुड़ चुका है। लेकिन अब कोलकाता नाइट राइडर्स ने अम्बाला के इस युवा खिलाड़ी पर भरोसा दिखाया।

वैभव अरोड़ा।

मुश्ताक अली ट्रॉफी में किया था शानदार प्रदर्शन

वैभव ने 8वीं तक की पढ़ाई लार्ड महावीर जैन स्कूल से ली। पहले उसे स्केटिंग का शौक था, 7वीं कक्षा में उसने स्केटिंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में ब्रांज मेडल जीता। इसके बाद वैभव क्रिकेट के प्रति आकर्षित हुआ। वैभव को बेहतर कोचिंग के लिए चंडीगढ़ डीएवी स्कूल क्रिकेट अकादमी में दाखिल कराया गया।
परिवार तब वैभव का इतना खर्च नहीं उठा सकता था, मगर वैभव के माता-पिता ने प्रति वर्ष अकादमी फीस सवा लाख जुटाकर एडमिशन दिलवाया। इसके बाद वैभव ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह हिमाचल प्रदेश की टीम में चुना गया। पिछले रणजी सीजन में उसने हिप्र की ओर से सबसे अधिक 29 विकेट लेकर सबका ध्यान खींचा था।
दिसंबर में वैभव कोरोना पॉजिटिव भी हुआ, मगर जल्द रिकवर होकर मैदान में लौटा। पिता गोपाल अरोड़ा ने कहा कि उम्मीद है कि बेटा भविष्य में अच्छा प्रदर्शन कर देश की टीम में अपनी जगह बनाएगा। वैभव इस समय जयपुर में है जहां विजय हजारे ट्राॅफी के लिए वह हिमाचल प्रदेश की ओर से खेल रहा है। पहला मुकाबला 21 फरवरी को होगा। परिवार में वैभव का छोटा भाई नवीन, दादी कृष्णा देवी एवं ताया और अन्य परिजन भी रहते हैं।
February 20, 2021

ई-उपचार प्रणाली से जोड़े जाएंगे 600 स्वास्थ्य केन्द्र

ई-उपचार प्रणाली से जोड़े जाएंगे 600 स्वास्थ्य केन्द्र 


अधिकारियों की बैठक लेते मंत्री अनिल विज।

चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों तक लोगों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश के लगभग 600 स्वास्थ्य केन्द्रों को ई-उपचार प्रणाली से जोड़ा जाएगा इनमें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी शामिल होंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्रणाली से जुडऩे के लिए शीघ्र ही एक मोबाइल ऐप बनाया जाए जिससे कोई भी व्यक्ति घर बैठे ही चिकित्सक से मिलने का समय तय कर सकेगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मरीजों की जांच रिपोर्ट को एसएमएस या ऑनलाइन तरीके से भेजना सुनिश्चित करें। इसके अलावा चिकित्सक द्वारा मरीजों को बताई गई दवाइयों तथा टैस्ट का रिकार्ड भी ऑनलाइन रखने को कहा गया है। विज ने कहा कि वर्तमान में राज्य के 56 स्वास्थ्य केन्द्रों पर ई-उपचार की सुविधा दी जा रही है। इनमें राज्य के 22 जिला अस्पतालों, 8 उप जिला अस्पतालों, 11 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, 10 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, एक आयुष मेडिकल कॉलेज तथा 3 मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।

Thursday, October 8, 2020

October 08, 2020

सर्वर डाउन होने से नहीं पहुंच रहे मैसेज:दादरी को छोड़ अन्य जगहों पर खरीद गड़बड़ाई एक सप्ताह में सौ से भी कम का खरीदा अनाज

सर्वर डाउन होने से नहीं पहुंच रहे मैसेज:दादरी को छोड़ अन्य जगहों पर खरीद गड़बड़ाई एक सप्ताह में सौ से भी कम का खरीदा अनाज

चरखी दादरी : जिले में एक अक्टूबर से बाजरे की सरकारी खरीद तो शुरू हो गई है लेकिन कभी सर्वर डाउन तो कभी पंचकूला से किसानों के पास मैसेज ही नहीं पहुंच रहा। इन दोनों समस्याओं के चलते जिले में किसानों का बाजरा उनके ट्रैक्टर ट्रॉली में ही भरा पड़ा हुआ है। दोनों ही समस्याओं के चलते जिले में 8 खरीद केंद्रों में से अटेला खुर्द और दगड़ौली में तो किसानों के बाजरे का एक दाना तक नहीं खरीदा जा सका है। जबकि अन्य 6 खरीद केंद्रों में सिर्फ दादरी को छोड़कर किसी में भी नियम के अनुसार एक सप्ताह में 350 किसानों का बाजरा नहीं खरीदा गया है। वहीं एक सप्ताह में सिर्फ 711 किसानों का ही बाजरा खरीदा गया है।

अटेला खुर्द व दगड़ौली में अभी तक नहीं हो पाई खरीद

इस बार नई अनाज मंडी में कोरोना महामारी के चलते भीड़ कम रखने के लिए 8 खरीद केंद्र बनाए गए थे। इनमें अटेला खुर्द व दगड़ौली खरीद केंद्र भी शामिल हैं। लेकिन एक अक्टूबर से इन दोनों ही खरीद केंद्रों पर बाजरा बेचने के लिए किसानों के पास पंचकूला एचएसएमएबी की तरफ से मैसेज ही नहीं पहुंचा है। इसलिए इन दोनों खरीद केंद्रों पर बाजरा बेचने के लिए किसान इंतजार कर रहे हैं।

दादरी को छोड़कर किसी भी खरीद केंद्र पर 100 किसानों का नहीं खरीदा बाजरा

जिले में बाजरा खरीद के लिए प्रशासन ने शुरूआत में 11 खरीद केंद्र बनाए थे। लेकिन बाद में 8 खरीद केंद्र निर्धारित कर दिए थे। सरकार के नियम अनुसार हर एक खरीद केंद्र पर प्रतिदिन 50 किसानों का बाजरा खरीदा जाना है। एक अक्टूबर से जिले में बाजरे की खरीद शुरू कर दी गई थी। ऐसे में एक से लेकर 7 अक्टूबर तक एक खरीद केंद्र पर करीब 350 किसानों का बाजरा खरीदा जाना चाहिए था। लेकिन सिर्फ दादरी नई अनाज मंडी में 350 किसानों का बाजरा खरीदा गया है बाकि सभी केंद्रों पर सौ-सौ किसानों का भी बाजरा नहीं खरीदा गया है।

पंचकूला से मैसेज आने पर ही होगी खरीद: मैनेजर

दगड़ौली व अटेला खुर्द में अब तक एक भी किसान के पास बाजरा बेचने के लिए मैसेज नहीं पहुंचा है। इस बार पंचकूला एचएसएमएबी सीधे तौर पर किसानों के पास बाजरा बेचने के लिए मैसेज भेज रहा है। कभी कभी सर्वर भी डाउन हो जाता है। ऐसे में खरीद नहीं हो पाती है। अब तक 711 किसानों से 18 हजार 616 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है। -विरेंद्र सिंह, मैनेजर, सरकारी खरीद एजेंसी हैफेड।