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Monday, July 27, 2020

July 27, 2020

कुछ तो गड़बड़ है : प्रदेश में 6 माह में 3 लाख मतदाता बढ़े, अब 4 माह में 1.21 लाख घटे, अधिकारी बोले- घर-घर जाकर करते हैं सर्वे

कुछ तो गड़बड़ है : प्रदेश में 6 माह में 3 लाख मतदाता बढ़े, अब 4 माह में 1.21 लाख घटे, अधिकारी बोले- घर-घर जाकर करते हैं सर्वे


चंडीगढ : प्रदेश में विधानसभा चुनाव के वक्त करीब 3 लाख मतदाता बढ़ने के बाद मात्र 4 माह में ही करीब सवा लाख मतदाता घट गए हैं। हालांकि वोटर कैसे बढ़े और कैसे घटे, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। चुनाव आयोग के अधिकारी भी यही कह रहें हैं कि हम घर-घर सर्वे कराकर वोट बनाते हैं, सबकुछ ठीक होने पर ही पहचान पत्र बनता है। पिछले साल अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद फरवरी में ड्राफ्ट जारी किया गया था।
इस ड्राफ्ट में विधानसभा चुनाव के वोटर संख्या की अपेक्षा 1.21 लाख मतदाता घट गए हैं। हालांकि फाइनल ड्राफ्ट अभी आना बाकी है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि अप्रैल-मई, 2019 के बाद से अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव के लिए बनी फाइनल मतदाता सूची में 3 लाख से ज्यादा मतदाता बढ़े थे। उस वक्त सीईओ कार्यालय के अधिकारियों ने खूब मेहनत कर हर वोटर का पहचान पत्र बनाने का दावा किया गया था, लेकिन अक्टूबर-2019 और फरवरी-2020 के बीच अर्थात चार माह में हरियाणा के कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख 21 हजार465 घटने हैरत करने वाली है। 

ऐसे घटते-बढ़ते रहे हरियाणा में मतदाता


सीईओ कार्यालय से सभी जिलों में कुल रजिस्टर्ड मतदाताओं की संख्या अनुसार इस वर्ष एक जनवरी की योग्यता तिथि को आधार मानते हुए 10 फरवरी को ड्राफ्ट जारी किया गया। इसके अनुसार प्रदेश में मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 82 लाख 60 हजार है। इनमें 98 लाख 12 हजार 35 पुरुष और 84 लाख 56 हजार 772 महिला मतदाता है। जबकि जबकि मतदाता 253 ट्रांसजेंडर है।

करीब 9 माह पहले अक्टूबर-2019 में जब हरियाणा विधानसभा के 13वें आम चुनाव हुए उस वक्त 4 अक्टूबर को प्रकाशित प्रदेश के मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 83 लाख 90 हजार 525 थी, जिनमें 98 लाख 78 हजार 42 पुरुष व 85 लाख 12 हजार 231 महिला और 252 ट्रांसजेंडर मतदाता थे।

करीब सवा साल पहले अप्रैल-मई 2019 में हुए 17 वीं लोकसभा आम चुनावों के दौरान 23 अप्रैल को प्रकाशित मतदाताओं के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में इनकी संख्या एक करोड़ 80 लाख 56 हजार 896 हो गई थी। इनमें 97 लाख 16 हजार 516 पुरुष व 83 लाख 40 हजार 173 महिला और 207 ट्रांसजेंडर मतदाता थे।

खास बात

अप्रैल 2019 से अक्टूबर 2019 अर्थात करीब 6 माह में मतदाताओं की संख्या 3 लाख 33 हजार 629 बढ़ गई थी।

अक्टूबर-2019 और फरवरी-2020 के मध्य अर्थात चार माह में हरियाणा के कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख 21 हजार और 465 घट गई है।

बरोदा विधानसभा में भी घट गए 1689 मतदाता


अभी बरोदा उपचुनाव होने हैं। 10 फरवरी के ड्राफ्ट इस विधानसभा क्षेत्र में में एक लाख 76 हजार 305 मतदाता हैं, जिसमें 96 हजार 889 पुरुष और 79 हजार 416 महिला मतदाता हैं। अक्टूबर, 2019 विधानसभा आम चुनावों में यहां एक लाख 77 हजार 994 मतदाता थे। अप्रैल 2019 लोकसभा आम चुनावों के आंकड़ों के अनुसार उस वक्त इस सीट पर एक लाख 75 हजार 949 मतदाता थे, जो पहले 6 महीने में 2045 बढ़े और फिर चार माह के दौरान 1689 कम हो गए हैं।

बड़ा सवाल- कुछ माह में कैसे घट-बढ़ सकते हैं लाखों मतदाता अप्रैल माह में जारी होगी फाइनल सूची : सीईओ


प्रदेश में फरवरी में ड्राफ्ट जारी किया था, जिस पर ऑब्जेक्शन मांगे हुए हैं। अप्रैल में फाइनल सूची जारी करनी थी। परंतु कोरोना की वजह से ऐसा नहीं हुआ। अभी ऑब्जेक्शन आने हैं। इसके बाद सही संख्या का पता लग पाएगा। अनुराग अग्रवाल, सीईओ, हरियाणा।
July 27, 2020

कोरोना का असर:14 साल में पहली बार रक्षाबंधन पर रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा नहीं कर पाएंगी बहनें

कोरोना का असर:14 साल में पहली बार रक्षाबंधन पर रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा नहीं कर पाएंगी बहनें


भाई-बहन के सबसे बड़े त्योहार पर कोरोना का साइड इफेक्ट


सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के चलते लिया निर्णय


चंडीगढ़ : रक्षा बंधन पर्व पर हरियाणा रोडवेज की बसों में इस बार बहनों को नि:शुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि काेरोना के केस प्रदेश में बढ़ने और केंद्र सरकार की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है। यदि पर्व पर बसों में फ्री यात्रा की इजाजत दी जाती है तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाएगा।
2006 से लगातार रक्षाबंधन की पूर्व संध्या से लेकर अगले दिन तक महिलाओं और बच्चों को सरकारी बसों में फ्री यात्रा का लाभ मिलता रहा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की ओर से इसकी शुरुआत कराई गई थी।

रोडवेज को 850 करोड़ रुपए से अधिक का घाटा

रोडवेज को कोरोना काल में 850 करोड़ से अधिक का घाटा हो चुका है। 52 की जगह महज 30 सीटों पर ही सवारियां लेकर रोडवेज की 1307 से अधिक बसें चल रही हैं। यूपी में रोडवेज की 44 बसें जा रही हैं, जबकि राजस्थान में 80 बसें चल रही हैं। पंजाब, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर में बसें नहीं जा रही।
July 27, 2020

हरियाणा में स्कालरशिप घोटाला दो साल की रुकी हुई राशि देगी मनाेहरलाल सरकार

हरियाणा में स्कालरशिप घोटाला दो साल की रुकी हुई राशि देगी मनाेहरलाल सरकार


चंडीगढ़। हरियाणा में हुए एससी-बीसी पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप (छात्रवृत्ति) घोटाले की जांच के बीच प्रदेश सरकार ने विद्यार्थियों की दो साल से रुकी हुई स्कालरशिप देने का बड़ा निर्णय लिया है। विजिलेंस और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) 2012 से 2018 तक हुए छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रहा है। इसके बाद से वर्ष 2018-19 और वर्ष 2019-20 की छात्रवृत्ति विद्यार्थियों को आवंटित नहीं की जा सकी। अब सरकार ने तय किया है कि इन दोनों सालों की स्कालरशिप की राशि विजिलेंस तथा ईडी की जांच के दायरे में नहीं है। इसलिए विद्यार्थियों को रुकी हुई स्कालरशिप की राशि प्रदान की जा सकती है।

सरकार ने विद्यार्थियों के हित में लिया फैसला


हरियाणा के अनुसूुचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग को इस स्कालरशिप आवंटन कार्य का नोडल विभाग बनाया गया है। इस विभाग के मंत्री डा. बनवारी लाल हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने दो साल से वंचित छात्र-छात्राओं को स्कालरशिप आवंटित किए जाने का प्रस्ताव रखा, जिस पर विभागीय अधिकारियों की बैठक में चर्चा के बाद इसके आवंटन को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। अनुसूुचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग की ओर से स्कालरशिप की राशि सीधे विद्याॢथयों को देने की बजाय संबंधित विभाग को दी जाएगी, जिसे विभाग आगे विद्यार्थियों को आवंटित करेंगे।

विभाग के पास भेजी जाएगी स्कालरशिप की राशि

हरियाणा के सहकारिता एवं एससी-बीसी वेलफेयर मंत्री डा. बनवारी लाल ने सरकार के इस निर्णय की पुष्टि की है। बता दें कि राज्य में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाला हुआ है, जिसे विभाग के निदेशक रहते हुए आइएएस अधिकारी संजीव वर्मा ने उजागर किया। इस छात्रवृत्ति घोटाले में एक तत्कालीन राज्य मंत्री, एक एसीएस स्तर के अधिकारी और तत्कालीन निदेशक समेत विभिन्न अधिकारियों व शिक्षण संस्थानों की भूमिका संदेह के दायरे में आई है। उन्‍होंने कहा‍ कि विपक्ष के दबाव के चलते प्रदेश सरकार ने विजिलेंस ने छात्रवृत्ति घोटाले की विजिलेंस जांच कराई, जिसने रिपोर्ट दी कि बच्चों के आधार कार्ड नंबर और बैंक खाते बदलते हुए फ्राड किया गया है। सोनीपत और रोहतक समेत तीन जिलों में ही 26 करोड़ रुपये का घपला हुआ है। पूरे प्रदेश में जांच होने पर यह राशि कई करोड़ हो सकती है। विजिलेंस ने अपनी रिपोर्ट में ईडी से जांच कराने की सिफारिश की थी। अब ईडी ने बिना किसी औपचारिकता के यह जांच आरंभ कर दी है। ईडी अधिकारियों ने विभाग के अधिकारियों से रिकार्ड तलब कर लिया तथा संबंधित जिलों के अधिकारियों तथा शिक्षण संस्थाओं से पूरी जानकारी मांगी है। स्कालरशिप घोटाले की ईडी जांच के बाद संबंधित अधिकारियों व राजनेताओं के हाथ पैर फूले हुए हैं, जबकि विभाग के मौजूदा मंत्री डा. बनवारी लाल का कहना है कि पात्र लोगों के साथ अन्याय करने वालों को न तो सरकार बख्शेगी और न ही जनता माफ करेगी।
July 27, 2020

झंडी के प्रस्ताव को स्पीकर ने दी मंजूरी पड़ोसी राज्यों से पहले वीआईपी ट्रीटमेंट अब विधायकों की गाड़ियों पर लगेगी झंडी

झंडी के प्रस्ताव को स्पीकर ने दी मंजूरी पड़ोसी राज्यों से पहले वीआईपी ट्रीटमेंट अब विधायकों की गाड़ियों पर लगेगी झंडी


हरियाणा। लाल बत्ती हटने के बाद वीआईपी कल्चर से बाहर हुए विधायकों की गाड़ी की अब दूर से पहचान हो सकेगी। जल्द मंत्रियों की तरह अब इन गाड़ियों पर भी झंडी लगेगी। अभी गाड़ी में कौन बैठा है, इसकी जानकारी विधायक की ओर से न दिए जाने तक न तो किसी कर्मचारी-अधिकारी को होती है और न ही आम आदमी को। इसलिए अब एमएलए लिखी झंडी गाड़ी पर लगेगी तो माननीयों को कुछ वीआईपी ट्रीटमेंट शुरुआत में ही मिलने लग जाएगा।
इन झंडियों का डिजाइन तैयार हो चुका है। इसे स्पीकर ने मंजूरी दी है। बताया जा रहा है कि मॉनसून सत्र से पहले विधायकों की गाड़ियों पर ये झंडियां लग जाएंगी। विधायकों को हालांकि अभी विधानसभा से एमएलए लिखा स्टीकर जारी किया है, जो गाड़ियों के शीशे पर लगा है। पुलिस कर्मचारी हो या अन्य कोई, इस पर जल्दी नजर नहीं जाती। इसलिए कई उन्हें पार्किंग से लेकर रास्ते तक में रोक लिया जाता है। इससे कई बार विधायकों व पुलिस की बहस होने की खबरें भी आती रहती हैं।
विधायकों ने पहचान के लिए झंडी की मांग थी। इसके अलावा गाड़ी की मांग भी की जाती रही है, जिसके लिए सरकार इनकार कर चुकी है। पुलिस अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियों आगे पद नाम की झंडी लगी होती है। इधर, विधानसभा भवन परिसर में अब विधायक लॉबी के बाहर श्रीकृष्ण का अर्जुन को गीता का उपदेश देते की तस्वीर बनाई जाएगी। यह तस्वीर पीतल से उकेरी जाएगी। मानसून सत्र में इसका अनावरण कराया जाएगा। इसके साथ गीता की तस्वीर भी बनाई जाएगी।

पंजाब, राजस्थान व हिमाचल में स्टीकर ही लगता है


पड़ोसी राज्यों में ऐसा नहीं है। पंजाब में गाड़ियों पर एमएलए का स्टीकर लगा होता है,जबकि राजस्थान में भी इसी प्रकार स्टीकर लगाया जाता है,जबकि हिमाचल प्रदेश में जहां गाड़ी के सामने शीशे पर स्टीकर होता है, वहीं पीछे भी एमएलए लिखा स्टीकर चस्पा होता है। हरियाणा में विधायकों की गाड़ी पर लगाई जाने वाली झंडी महरून कलर की होगी। इस पर एमएलए लिखा होगा। इस झंडी पर हरियाणा सरकार का लोगो भी होगा।

Sunday, July 26, 2020

July 26, 2020

हरियाणा में अब चीनी मिलों में तैयार होगा गुड़, लेगा मिठाई की जगह,होटलों में होगी सप्लाई

हरियाणा में अब चीनी मिलों में तैयार होगा गुड़, लेगा मिठाई की जगह,होटलों में होगी सप्लाई


चंडीगढ़। हरियाणा में चीनी मिलों का घाटा कम करने के लिए प्रदेश सरकार एक साथ कई नये प्रयोग करने जा रही है। प्रदेश सरकार सहकारी चीनी मिलों में जहां मिठाई के पीस के आकार में गुड़ तैयार कराएगी, वहीं शक्कर भी बनवाई जाएगी। यह गुड़ और शक्कर आम मार्केट के साथ-साथ होटलों व रेस्टोरेंट में सप्लाई होगा। लोग अब खाने के बाद मिठाई के स्थान पर गुड़ या शक्कर खाना ज्यादा पसंद करते हैं।

घाटे से उबारने के लिए नए प्रयोग कर रही सरकार


हरियाणा सरकार अपनी चीनी मिलों में तैयार होने वाली रिफाइंड शुगर (चीनी) भी मार्केट में उतारने की तैयारी में है। यह चीनी एक और पांच किलो की पैकिंग में होगी। इसके साथ ही, होटलों व रेस्टोरेंट में इस्तेमाल के लिए रिफाइंड शुगर के पांच से दस ग्राम के पैकेट तैयार कराए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार की इस तैयारी के साथ ही दूसरी प्राइवेट कंपनियों ने मार्केट में गुड़,शक्कर और रिफाइंड शुगर के रेट दो से पांच रुपये किलो कम कर दिए हैं, लेकिन सरकार इससे भी कम रेट पर यह उत्पाद मार्केट में बेचने की तैयारी में है।

प्राइवेट प्लेयर्स ने रेट कम किए


हरियाणा में कुल 14 चीनी मिलें हैं। इनमें 10 सहकारी चीनी, मिल, एक हैफेड की और तीन चीनी मिलें प्राइवेट हैं। इन चीनी मिलों का घाटा करीब पांच सौ करोड़ रुपये है, जिसे खत्म करने की दिशा में सरकार काफी प्रयासरत है। हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल के अनुसार कैथल और पलवल की सहकारी चीनी मिलों में नवंबर से आरंभ होने वाले पेराई सत्र के दौरान गुड़ व शक्कर तैयार कराया जाएगा। यह क्यूब (पीस) की शक्ल में होगा, ताकि इसे तोडऩे में दिक्कत न आए। चीनी का रेट कम होने, लागत अधिक आने तथा गन्ने के दामों में लगातार बढ़ोतरी की वजह से प्रदेश सरकार ने नए उत्पाद तैयार कराने का निर्णय लिया है।

इन प्रयोगों की मंजूरी


मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इन प्रयोगों की मंजूरी प्रदान कर दी है। शाहबाद चीनी मिल में इथोनाल बनाने का प्लांट लगभग पूरा हो चुका है। राज्य की बाकी चीनी मिलों में भी इथोनाल बनाने के प्लांट लगाने की योजना है। रोहतक की चीनी मिल में रिफाइंड शुगर तैयार हो रही है, जिसे इस बार गोहाना में भी बनाया जाएगा। खुले बाजार में इस शुगर का रेट 40 से 42 रुपये किलो था, जिसे प्राइवेट कंपनियों ने घाटकर 38 से 39 रुपये किलो कर दिया है। हरियाणा सरकार की योजना इस रिफाइंड शुगर को 37 रुपये किलो तक बेचने की योजना है।

मिलों में नियुक्‍त होंगे प्रोफेशनल प्रबंध निदेशक


हरियाणा की सहकारी क्षेत्र की चीनी मिलों में एक्सपर्ट का अभाव है। इसलिए प्रदेश सरकार ने प्रयोग के तौर पर पलवल, असंध और महम चीनी मिलों में प्रोफेशनल प्रबंध निदेशक लगाने का निर्णय लिया है। चूंकि इन चीनी मिलों के प्रशासक और एमडी की भूमिका में एचसीएस अधिकारी होते हैं तो उन्हेंं तकनीकी तौर पर बहुत अधिक जानकारी नहीं होती। विभिन्न शर्तों के साथ प्रोफेशनल प्रबंध निदेशक लगाए जाने के बाद यदि नतीजे अच्छे रहे तो बाकी चीनी मिलों में भी यह नियुक्तियां की जाएंगी।

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July 26, 2020

रेलवे के नाम जुड़ा नया कीर्तिमान विश्व की पहली डबल कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन टनल लगभग तैयार

रेलवे के नाम जुड़ा नया कीर्तिमान विश्व की पहली डबल कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन टनल लगभग तैयार


हरियाणा। सोहना के पास तावडू के भूतलाका गांव की अरावली हिल्स की पहाड़ी के भीतर चट्टानों को काटकर एक किलोमीटर लंबी सुरंग से होकर गुजरने वाली विश्व की दोहरी कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन टनल लगभग बन कर तैयार है। विश्व की पहली डबल कंटेनर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन बिछाकर भारतीय रेल ने नया इतिहास अपने नाम जोड़ लिया।

शुक्रवार को खोला गया टनल

शुक्रवार को रेलवे के आलाअधिकरियों की मौजूदगी में रोजका मेव तक बनी एक किलोमीटर लंबी रेल टनल को दोनों ओर खेल दिया गया। यह विश्व की सबसे ऊंची सुरंग होगी। इसकी ऊंचाई ११.७ मीटर तथा चौडाई १५ मीटर है। रोजका मेव पर बने १० मीटर ऊंचे ब्रिज का जोडने के लिए ही इस सुरंग की ऊंचाई ११ मीटर रखी गई है। यह सुरंग इतनी चौड़ी है कि के भीतर से डबल डेकर की दो माल गाडियां १०० किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से दौड़ सकेंगी।

बहुत ऊंची है सुरंग

ये सुरंग इतनी ऊंची है कि ऊपर ओवरहेड इलेक्ट्रिक इक्यूपमेंट लगे होने के बावजूद इसमें डबल डेकर फ्रेट ट्रेन रेक पर दौड़ सकेगी। यह रेल टनल वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर डब्लयू डी एफ सी का हिस्सा है। यह विश्व की पहली ऐसी टनल है,जिसमें मालगाड़ियाें के लिए दोहरी रेलवे लाइन बिछाई गई है। इस एक किलोमीटर बन रही इस सुरंग की फिनीसिंग का काम जोर-शोर से चल रहा है। पिछले डेढ़ साल पहले रेल टनल बनाने का काम शुरू किया गया था।

देश का पहला होगा फ्रेट कॉरिडोर

यह देश का पहला ऐसा कॉरिडोर होगा जिसमें डबल डेकर की दो माल गाडियां एक साथ दौड़ेंगी। रेल पटरी पर नेटवर्क पर लोड रहता था पहले देश में उसी पटरी पर यात्री रेल चलती थी जिस पर माल गाड़ी चलती थी। देश में दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बन रहे हैं दोनों को नोएडा के दादरी में लिंक किया जायेगा। एक का नाम वेस्टर्न डेडिकेटड फगेट कॉरिडोर जो नोएडा के दादरी से गुरूग्राम और गुजरात होते हुए मुबंई तक जायेगा। दूसरे का नाम ईस्टर्न डेडिकेटड फ्रेट कॉरिडोर है, जो पंजाब के लुधियाना से दादरी होते हुए कोलकता जायेगा। दोनों ओर काम चल रहा है। एक बरस का समय और लगेगा।
July 26, 2020

संस्कार भारती हरियाणा के चित्रकला प्रमुख बने दीपक कौशिक

संस्कार भारती हरियाणा के चित्रकला प्रमुख बने दीपक कौशिक

जींद, 26 जुलाई ( संजय तिरँगाधारी )
अखिल भारतीय संस्कार भारती हरियाणा प्रांत की नई कार्यकारिणी में शहर के व्यंग्य चित्रकार दीपक कौशिक को प्रांत चित्रकला प्रमुख का दायित्व सौंपा गया है। रंगमंच कलाकार पवन आर्य को नाट्य विधा प्रमुख और वरिष्ठ साहित्यकार रामपाल सिंह खटकड़ को साहित्य टोली का सदस्य बनाया गया। 
इस संबंध में ऑनलाइन साधारण सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय मंत्री अमीर चंद ने की। इस मौके पर उत्तर क्षेत्र संगठन मंत्री अनुपम भाटिया व सह संगठन मंत्री नवीन शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। इस बैठक में संस्कार भारती हरियाणा प्रांत की नई कार्यकारणी की घोषणा की गई। जिसमें जीन्द के व्यंगय चित्रकार दीपक कौशिक को प्रान्त चित्रकला प्रमुख का दायित्व दिया गया। दीपक कौशिक जींद संस्कार भारती में कई वर्षों से विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रांत चित्रकला प्रमुख का दायित्व जो संगठन ने दिया है वह पूर्ण निष्ठा से इसका निर्वाह करेंगे। हरियाणा प्रान्त में कला व कलाकारों के विकास की सोच से वह संगठन को आगे ले जाने का हर संभव प्रयास करेंगे। संस्कार भारती की जींद इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र अत्री व युवा मित्र मंडल, सेवा भारती, रंग अर्पण कलामंच, हिंदी साहित्य प्रेरक संस्था, सोल एंड स्पीरिट आर्ट सोसाइटी व कई सामाजिक संगठनों ने जींद से प्रांत टोली में गए सभी सदस्यों को बधाई दी।