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Wednesday, November 4, 2020

November 04, 2020

पंचकूला में पुलिसकर्मियों और खनन माफिया की हिंसक झड़प, 16 पुलिसकर्मी घायल


पंचकूला में पुलिसकर्मियों और खनन माफिया की हिंसक झड़प, 16 पुलिसकर्मी घायल




पंचकूला : पंचकूला के रत्तेवाली गांव में पुलिस की टीम पर हमला करने का मामला सामने आया है। यहां पर हमले में 16 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिसमें तीन महिला कर्मचारी और 13 पुरुष कर्मचारी शामिल हैं जिन्हे पंचकूला के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
जानकारी के मुबातिक पंचकूला के रत्तेवाली गांव में खनन की जमीन पर खनन होने का विरोध करीब हफ्ते भर से गांव वासियों द्वारा किया जा रहा था। जिसके चलते पंचकूला पुलिस ने मंगलवार को मोर्चा संभाला और गांव वासियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन इसी बीच गांव वासियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई।

दरअसल, पंचकूला प्रशासन की ओर से रत्तेवाली गांव में माइनिंग को लेकर खनन के लिए जमीन अलॉट की गई थी। वहीं इस जमीन पर खनन होने का ग्रामीण विरोध कर रहे थे। जिसके चलते मंगलवार को सुबह पंचकूला पुलिस फोर्स को गांव में लगाया गया।

वहीं जब पुलिस ने ग्रामीणों को खनन की जमीन से हटाना चाहा, तो ग्रामीणों ने पंचकूला पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस और ग्रामीणों के बीच इस झड़प में करीब 16 पुलिसकर्मी घायल हो गए। डीसीपी मोहित हाडा ने बताया कि मामले को लेकर 14 असामाजिक तत्वों को राउंडअप किया गया है।

घटना में होमगार्ड हरकेश कुमार, सुखविंदर सिंह, गुरदीप, हरियाणा पुलिस के एएसआई जगदीश, हेड कॉन्स्टेबल रोशन लाल, प्रमोद, सोनू कुमार, कॉन्स्टेबल दलबीर सिंह, अंकित और सतीश कुमार घायल हुए हैं। घायल मुलाजिमों को सेक्टर-6 के नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। उधर सेक्टर-5 थाना प्रभारी ललित कुमार भी नागरिक अस्पताल में पहुंचे।

*यह है मामला-*
रत्तेवाली नदी में ठेकेदार ने 10 फुट खुदाई की मंजूरी लेकर 30 से 40 फुट खुदाई की थी। इसके बाद ठेकेदार द्वारा गड्ढों में पानी भर दिया गया। इसमें गिरने से एक पशु की मौत भी हो गई थी। नियमों को दरकिनार कर 30 से 40 फुट खुदाई करने से गुस्साए ग्रामीण पहले भी धरने पर बैठे थे। इस कारण प्रशासन ने खनन लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया था।

कुछ ही दिन बाद प्रशासन ने जुर्माना वसूल कर सस्पेंड लाइसेंस को बहाल कर दिया और ठेकेदार की पूरी टीम रत्तेवाली नदी में खनन करने पहुंच गई। इसकी जैसे ही भनक ग्रामीणों को लगी उन्होंने इकट्ठा होकर खनन रुकवा दिया।
November 04, 2020

381 पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स

381 पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स:अम्बाला के बाद प्रदेश में कैथल की हवा सबसे जहरीली, शाम होते ही छाने लगता है स्मॉग, आखों में हो रही जलन



कैथल : वातावरण में फैला हुआ स्मॉग जिस कारण आम आदमी की आंखों में जलन व अस्थमा के मरीजों को हो रही परेशानी। स्मॉग से ढका हुआ गांव।
प्रदूषण के मामले में कैथल ने औद्योगिक क्षेत्र कहलाने वाले फरीदाबाद, पानीपत और गुरुग्राम को भी पीछे छोड़ दिया है। प्रदेश में अम्बाला के बाद कैथल की हवा सबसे जहरीली हो गई है। कैथल का एयर क्वालिटी इंडेक्स 381 दर्ज किया गया है जो सिर्फ 390 अम्बाला से कम है। जबकि गुरुग्राम का 275, फरीदाबाद का 321 और पानीपत का 324 दर्ज किया गया है।
धान का कटोरा कहे जाने वाले जिलों में भी कैथल की हवा सबसे जहरीली है। जबकि कुरुक्षेत्र में एक्यूआई का स्तर 367, जींद में 316, करनाल का 260 है। जबकि पूरे प्रदेश में यमुनानगर की हवा सबसे स्वच्छ है और वहां का एक्यूआई सिर्फ 83 दर्ज किया गया है। हवा जहरीली होने से शाम होते ही आसमान में स्मॉग छाने लगा है और जलन महसूस होने लगी है।
बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स को 0 से 50 तक ही सही माना गया है। एक्यूआई का स्तर इससे ज्यादा होने पर यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदाया है। विशेष तौर पर अस्थमा व हार्ट के मरीजों को सीधे प्रभावित करता है। कैथल में एक्यूआई का स्तर किसी भी व्यक्ति के लिए सही नहीं और बुजुर्गों व बीमार व्यक्ति को इस स्थिति में घरों से बाहर निक लने से बचना या फिर मास्क लगाकर बाहर निकलना चाहिए।
November 04, 2020

बरोदा में कितना हुआ मतदान, देखिये सरकारी आकंड़े


बरोदा में कितना हुआ मतदान, देखिये सरकारी आकंड़े




गोहाना : बरोदा उपचुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई है। अब 14 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। 10 नवंबर को यहां पर नतीजे घोषित होंगे। इससे पहले अब ईवीएम मशीनों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। बरोदा में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ हालांकि दो चार जगहों पर ईवीएम में खराबी से थोड़ा मतदान में दिक्कत आई लेकिन सभी जगहों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ।
November 04, 2020

भर्ती मामला:स्वास्थ्य अधिकारियों पर अपने नजदीकियों को नौकरी देने के आरोप, दो सप्ताह में रिपोर्ट तलब

भर्ती मामला:स्वास्थ्य अधिकारियों पर अपने नजदीकियों को नौकरी देने के आरोप, दो सप्ताह में रिपोर्ट तलब




पानीपत : सिविल अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत दिसंबर 2019 में हुई भर्ती पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। गांव हथवाला की एक अभ्यार्थी ने इस भर्ती पर सवाल उठाते हुए इसकी शिकायत गृह मंत्री सहित 6 अधिकारियों काे भेजी है। इसी शिकायत पर एसीएस ने एनएचएम निदेशक को दो सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश जारी किए हैं।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने योग्य अभ्यार्थियों को दरकिनार कर अपने उन नजदीकियों को नौकरी दी है जिनके कागजात भी फर्जी है। इसके अलावा एएनएम और जीएनएम की भर्ती पर भी सवाल उठ रहे हैं। अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंनें सीएचसी और पीएचसी पर अपनी मर्जी से बाहरी अभ्यार्थियों को प्राथमिकता दी है, जबकि नियमानुसार स्थानीय अभ्यार्थियों को प्राथमिकता मिलनी थी। ये मामला भी हाई कोर्ट पहुंच चुका है।

*एएनएम और जीएनएम की भर्ती पर भी सवाल*

सिविल अस्पताल सहित जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में एएनएम और जीएनएम भर्ती भर्ती होनी थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए विज्ञापन के अनुसार स्थानीय अभ्यर्थियों को इसमें प्राथमिकता मिलनी थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि गांव आट्टा और महावटी में इन शर्तों का उल्लंघन किया गया।

*हाई कोर्ट में भी पहुंचा मामला*

एएनएम और जीएनएम भर्ती में घोटाले की शिकायत लेकर एक अन्य युवक ने भी हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। वह मंजूर हो गई है। इसमें भी सिविल सर्जन डीजी हेल्थ एनएचएम निदेशक आदि को पार्टी बनाया गया है। इस संबंध में कोर्ट की ओर से *नोटिस भी जारी हुआ है।*
भर्ती के उस वक्त मैं नहीं था
सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने बताया कि मामले की जांच डीसी ने सीटीएम को सौंपी है। उन्हें ही रिपोर्ट तैयार कर एनएचएम निदेशक और डीजी हेल्थ को भेजनी है। यह उनके समय का मामला नहीं है। वह उस वक्त पानीपत जिले के सिविल सर्जन नहीं थे। कमेटी के सदस्यों ने बताया कि भर्ती में पूरी पारदर्शिता बरती गई है।
November 04, 2020

सीएम फ्लाइंग टीम ने पकड़ा गिरोह:ओवरलोड वाहन चालकों से शेयर करते थे चेकिंग टीम की लोकेशन, एसडीएम ऑफिस का रीडर और चपरासी भी शामिल, 3 गिरफ्तार


सीएम फ्लाइंग टीम ने पकड़ा गिरोह:ओवरलोड वाहन चालकों से शेयर करते थे चेकिंग टीम की लोकेशन, एसडीएम ऑफिस का रीडर और चपरासी भी शामिल, 3 गिरफ्तार



कुरुक्षेत्र : सीएम फ्लाइंग ने लाडवा में ओवरलोड वाहन चालकों को आरटीए चेकिंग टीम की रेकी कर लोकेशन शेयर करने वाले गिरोह के तीन लोगों को पकड़ा है। तीनों आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। रेकी कराने के लिए युवकों को बाकायदा वेतन पर रखा हुआ है। इस गिरोह में लाडवा एसडीएम कार्यालय का प्रवाचक (रीडर) व चपरासी भी शामिल हैं। आरोपी के फोन में 20 से अधिक ग्रुप बने नजर आए, जिनमें वॉयस मैसेज व अन्य मैसेज के जरिए जानकारी दी जा रही थी। पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी व भ्रष्टाचार उन्मूलन अधिनियम के तहत केस दर्ज कर ग्रुप एडमिन, उसके साथी व लाडवा एसडीएम कार्यालय के चपरासी को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह का नेटवर्क पूरे हरियाणा में फैला है।

*चेकिंग टीम निकली तो पीछे-पीछे बाइक पर चल पड़ा युवक*

उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार टीम गठित की गई। रेडिंग पार्टी कुरुक्षेत्र सचिवालय में खड़ी हुई। जैसे ही आरटीए कुरुक्षेत्र की गाड़ी निकली तो एक युवक बाइक पर गाड़ी के पीछे-पीछे चल दिया। बाइक सवार युवक कुछ दूर जाकर मोबाइल पर बात करने लगा। बाइक सवार युवक उमरी चौक पर खड़ी आई-20 कार के चालक से बातचीत करने लगा। एक टीम ने बाइक चालक को पकड़ना चाहा तो वह भागने लगा। साथ ही आई-20 कार सवार भागने लगा। पुलिस ने बाइक सवार व दो कार सवारों को दबोच लिया। बाइक चालक की पहचान अजराना खुर्द कुरुक्षेत्र वासी जसप्रीत उर्फ जस्सा के तौर पर हुई। आरोपी ने बताया कि वह ज्योतिनगर वासी अमरजीत के पास 10 हजार रुपए महीने के हिसाब से काम करता है।
वह आरटीए व एसडीएम चेकिंग टीम की मूवमेंट की जानकारी अमरजीत को देता है। अमरजीत उन सूचनाओं को ट्रांसपोर्टर तक पहुंचाता है। आई-20 कार से ग्रुप को चलाने वाले एडमिन ज्योतिनगर वासी अमरजीत को भी दबोच लिया। अमरजीत का मोबाइल कब्जे में लेने पर पूरे प्रदेशभर के ग्रुप उसमें पाए गए। पुलिस ने अमरजीत सिंह, जसप्रीत सिंह, इंद्री के डब्ल्यू, मोहित, एसडीएम का प्रवाचक मनजीत व चपरासी प्रवीण के खिलाफ केस दर्ज किया है। अमरजीत, जसप्रीत व लाडवा एसडीएम कार्यालय के चपरासी प्रवीण को गिरफ्तार किया है। जांच डीएसपी रविंद्र तोमर को सौंपी है।

*ये मिले ग्रुप*

सतनाम वाहे गुरु जी, सुल्तान हेल्पलाइन, सुल्तान रोहतक, राजबाई हेल्पलाइन, एडमिन सोनीपत वासी राजबाई, जय माता दी, जयमाता दी करनाल, कोलकता नाइट राइडर्स, वाहेगुरु जी, सतनाम श्री वाहेगुरु, लाडी कैथल।

*चेकिंग स्टाफ कर्मियों से सेटिंग की बात कबूली*

आरोपी अमरजीत ने पूछताछ में बताया कि उसकी चेकिंग टीम के कुछ कर्मचारियों के साथ भी सेटिंग है। कोई गाड़ी चेकिंग के दौरान पकड़े जाने पर विभागीय कर्मचारियों को पैसे देकर बिना चालान के ही गाड़ी को छुड़वा देता है। पूछताछ में आरोपी ने बताया लाडवा एसडीएम कार्यालय के प्रवाचक (रीडर) मंजीत व चपरासी प्रवीण को पैसे देकर कई बार गाड़ियां छुड़वाई हैं।
November 04, 2020

जांच:श्मशान घाट पर दो दिन में पहुंचे 17 शव, मौत का कारण पता नहीं, शराब से जान जाने की आशंका


जांच:श्मशान घाट पर दो दिन में पहुंचे 17 शव, मौत का कारण पता नहीं, शराब से जान जाने की आशंका



सोनीपत : शहर की कई कॉलोनियों में मंगलवार को 9 लोगों की मौत हुई। मृतकों की मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। परिजनों ने सभी का अंतिम संस्कार कर दिया। सिटी थाना पुलिस ने बताया कि किसी ने कोई सूचना व शिकायत नहीं दी है। महलाना चौक के पास श्मशान घाट में दो दिन में 17 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। श्मशान घाट में सोमवार को 8 और मंगलवार को 9 शव आए।
मरने वालों में इंडियन काॅलोनी, मयूर विहार, शास्त्री काॅलोनी, रामनगर, प्रगति नगर सहित अन्य कॉलोनियों के रहने वाले हैं। मृतकों परिजनों ने इस बारे में कोई कारण नहीं बताया, लेकिन खुफिया तंत्र ने श्मशान घाट से जानकारी ली है।

*नशे से पहले भी हुई मौत*

शहर में नशे से पहले भी मौत हुई हैं। कुछ दिन पहले हुडा ग्राउंड में एक युवक की नशे से मौत हुई थी। इसको लेकर जब पड़ताल की तो दिल्ली कैंप में नशे की जड़ गहरी होने की बात सामने आई थी, हाल में जो मौत हुई उनका कारण क्या रहा इसकी पुष्टि नहीं हुई। यह जांच का विषय है।
पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को नहीं जानकारी, मृतकों के परिजनों ने भी नहीं बताया मौत का कारण
केस-1 : अशोक निवासी इंडियन काॅलोनी ने बताया कि उसके भाई विनोद की अचानक मौत हुई। भाई शराब कभी-कभी पीता था। हाल में शराब कहा से लाया इस बारे में कोई जानकारी नहीं। सोमवार शराब पी थी। सुबह उठा तो चक्कर आ गए। इसके बाद मौत हुई। इंडियन कॉलोनी में हाल में कई युवकों की मौत होने का उसे पता चला है। केस-2 : सुरेश निवासी इंडियन काॅलोनी ने बताया कि उसके पिता मुकेश कुमार दिल्ली स्वास्थ विभाग में अधिकारी थे। सोमवार दोपहर में अचानक उसे चक्कर आने के बाद उन्हें उल्टियां हुईं और पेट में दर्द होने लगा। इसके बाद उन्हें लेकर नागरिक अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। केस-3 : मयूर विहार निवासी कर्मवीर दहिया ने बताया कि मृतक भूखड़ उनका पड़ोसी था। वह शराब पीता था। मंगलवार को उसकी अचानक मौत हो गई। केस-4 : शास्त्री कॉलोनी निवासी जयसिंह मलिक ने बताया कि भाई सतीश को टीबी थी। बीमारी के कारण उनकी मौत हुई। पहले शराब पी लेते थे, लेकिन अब नहीं पीते थे। उनका अंतिम संस्कार कर दिया।

*पहले श्मशान भूमि पर 2 से 3 शव आते थे*

शहर के महलाना रोड स्थित शिव मुक्ति धाम पर पहले रोजाना औसतन 2 से 3 शव आते थे, लेकिन पिछले दो दिन में अचानक से यहां शवों की संख्या बढ़ गई है। श्मशान स्थल पर पिछले दो दिनों में 17 शव आए।
परिजनों ने अंतिम संस्कार करा दिया
लोगों की मौत को लेकर किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं मिली। जिनकी मौत हुई उनका परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया है। अगर किसी को कोई संशय है तो पुलिस को जानकारी देनी चाहिए। संदीप कुमार, सिटी थाना प्रभारी सोनीपत।

Tuesday, November 3, 2020

November 03, 2020

फ्यूचर मेकर के मालिकों पर बड़ी कार्यवाही, 18 एकड़ धान की फसल भी काट ले गए ED वाले

फ्यूचर मेकर के मालिकों पर बड़ी कार्यवाही, 18 एकड़ धान की फसल भी काट ले गए ED वाले

फतेहाबाद : 18 एकड़ में खड़ी धान की फसल को ईडी के अधिकारी मशीन से कटवा ले गए। दरअसल फ्यूचर मेकर लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एमडी बंसीलाल के खेतों में सोमवार को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बड़ी कार्रवाई की। ईडी के अधिकारी तीन गाड़ियों में दिल्ली से आए थे। सोमवार की सुबह करीब साढ़े 10 बजे अधिकारी भारी पुलिस सुरक्षा के साथ गांव टिब्बी में एमडी बंसीलाल के खेतों पर पहुंचे। अधिकारी ने कंबाइन मशीन से करीब 18 एकड़ में खड़ी धान की फसल कटा ले गए।

फसल कटाई के बाद उपरोक्त जमीन पर भविष्य में फैसला न आने तक किसी के दखल पर ईडी ने पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें  कि फ्यूचर मेकर के चार हजार करोड़ से अधिक के फ्रॉड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कई महीने पहले कंपनी के सीएमडी राधेश्याम, एमडी बंसीलाल, अन्य पदाधिकारियों और उनके परिजनों व सहयोगियों के नाम 511 करोड़ की चल-अचल संपत्ति और बैंक खातों को अटैच किया था।

ईडी ने कंपनी के एमडी बंसीलाल टिब्बी व उसके कई सहयोगियों की फतेहाबाद में करीब 250 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया था। हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ समेत कई राज्यों में अटैच हुई चल-अचल संपत्तियों में आवासीय जमीन, कृषि योग्य जमीन, कोठी आदि शामिल हैं।

ईडी के अधिकारियों ने सोमवार को फ्यूचर मेकर कंपनी के एमडी बंसीलाल के दो अलग-अलग फार्म हाउस पर खड़ी धान की फसल को कंबाइन मशीन से निकाल कर ले गए हैं । ये फसल करीब 18 एकड़ जमीन में खड़ी थी। ईडी ने कई महीने पहले अटैच किया हुआ था। मगर एमडी के परिजनों ने जमीन में धान की खेती कर रखी थी।

अब सोमवार को ईडी अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर अटैच हुई जमीन से फसल की कटाई करा ली। थाना प्रभारी कपिल कुमार सिहाग ने बताया कि ईडी अधिकारियों ने सोमवार को फ्यूचर मेकर कंपनी के एमडी बंसीलाल के खेतों में फसल कटने को लेकर पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई थी। उपरोक्त जमीन एवं संपत्ति को ईडी ने अटैच किया है।