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Tuesday, April 28, 2020

लॉकडाउन के चलते भगवानपरशुरामजी का प्राकट्य उत्सव लोगो ने धूमधाम कुछ अलग अंदाज से मनाया

 होडल-22c मोहल्ला श्री राम मंदिर मानपुरिया मे भगवानपरशुरामजी का प्राकट्य उत्सव  मानते हुए
हरियाणा बुलेटिन डेस्क (कमल कांत शर्मा ) - लॉकडाउन के चलते भगवानपरशुरामजी का प्राकट्य उत्सव प्रदेश के लोगो ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए, बिना ज्यादा भीड़ इक्कठी करे मनाया |

भगवान विष्णु के अवतार भगवान परशुराम जी का पृथ्वी पर अवतरण बैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हुआ था। जो इस बार शनिवार से शुरू होकर रविवार की सुबह तक रही है। इस दिन भक्त व्रत, पूजन के साथ मौन व्रत रखते हैं। भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर झांकियों के साथ भव्य कार्यक्रम किए जाते हैं। कई जगहों पर भंडारे का आयोजन होता है। लेकिन, इस बार लॉकडाउन के चलते इन कार्यक्रमों को स्थगित किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए सादगी के साथ घरों पर ही परशुराम जी का जन्मोत्सव मनाने का निर्णय लिया गया।

पुरे देशभर के लोगो ने उत्साह और ताजगी के साथ भगवान श्री परशुराम जी का प्राकट्य पूजा पाठ के साथ मनाया | इस अवसर पर  भगवान् परशुराम सेवाधाम संस्था के प्रदेश अध्यक्ष सुशिल वसिष्ट जी ने भगवान्  परशुराम जी ने प्रार्थना की कि जैसे पिछले युग मे रक्षकों का विनाश किया था ठीक उसी तरह इस युग मे कोविद 19 से विश्व का इस महामारी छुटकारा दिलाए व विश्व मे शान्ति बनी रहे |

मेरे सांवरिया संकीर्तन सेवा संस्था (रजि.) के अध्यक्ष पं.घनश्याम वशिष्ठ (कान्हा भईया) जी ने बताया कि नारायण भगवान के छठे अवतार थे भगवान श्री परशुराम जी, यह शास्त्रों के साथ शस्त्रवीर भी है इन्होंने अपनी शक्तियों से धर्म की स्थापना व अधर्म का विनाश किया। इन्हें न्याय का देवता भी माना जाता है। में इस पावन पर्व पर समस्त देशवासियों से  एक विनती करता हूँ  नारायण व उनके अवतारों के अवतरण दिवस पर उनके नाम के पीछे जयंती जैसे शब्द न लागये। जयंती तो मानव की मनाई जाती है जो समाज व देश के लिए अच्छा कर्म करके गए हैं
लेकिन भगवान तो अजन्मा है वो तो प्रगट होते हैं जिसका जन्म ही नही हुआ तो जयंती किस बात की इसलिए भगवान के अवतरण दिवस पर उनके नाम के पीछे जयंती की जगह प्राकट्य उत्सव,जन्मोत्सव लिखना व मनाना प्रारम्भ कीजिये। अपने इष्टदेव को ह्रदय में वसा कर समाज व देश के लिए अच्छे कर्म करिये उनके बताये सदमार्ग पर चलना ही एक सच्चे भक्त की पहचान है।

इस पावन अवसर ब्राह्मण सभा होडल के प्रधान पं ज्ञानचंद उर्फ गिल्लो पंडित जी, हरिओम भारद्वाज जी, पं. राजेन्द्र स्वामी, संस्था सचिव पं.कुलदीप शर्मा जी, नवल किशोर पंडित जी, श्रीराम मंदिर के पुजारी जी,गौरव व्यास,देवराज,ध्रुव व  कृष्णा स्वामी उपस्थित रहे।

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