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Wednesday, April 29, 2020

अब नहीं होगी CBSE की 10वी की परीक्षाए- अनुराग त्रिपाठी

(मनवीर) दिल्ली- कोरोना वायरस के कहर और लॉक डाउन के बीच CBSE के विद्यार्थियों के लिए अहम सूचना है। अब सीबीएसई के दसवीं और बारहवीं के बोर्ड परीक्षाओं को लेकर सीबीएसई के सेक्रेटरी अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि हम केंद्र सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि हमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को फॉलो करते हुए बोर्ड परीक्षा की कॉपी का मूल्यांकन करने दें। 70 फीसदी से अधिक मूल्यांकन किया जाना है। अभी इसे पूरा करने के लिए 1.5 महीने का समय चाहिए।
यदि केंद्र सरकार सहमत हो तो परिणाम देने के लिए हम बेहतर स्थिति में हो सकते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि लॉकडाउन के दौरान एनसीईआरटी ने अपनी सभी पुस्तकें ऑनलाइन निशुल्क रखी हैं।
सच‍िव ने कहा कि अभी 10 वीं बोर्ड परीक्षा में केवल 1-2 परीक्षाएं शेष हैं। इसके लिए हम पहले से ही लिए गए एग्जाम का इंटरनल एसेसमेंट करेंगे, जिसमें हम बचे हुए एग्जाम के लिए एवरेज और अन्य फॉर्मूले से रिजल्ट देंगे।
सीबीएसई सेक्रेटरी ने कहा कि फिलहाल कक्षा 10 वीं के लिए कोई ताजा परीक्षा आवश्यक नहीं है। उन्होंने बताया कि मूल्यांकन का 70% काम अभी भी लंबित है, क्योंकि कुछ राज्यों ने मूल्यांकन शुरू ही किया था।
कक्षा 12 वीं के लिए, केवल 12 प्रश्न-पत्रों की परीक्षा शेष है। सीबीएसई सचिव ने कहा कि अगर सरकार अनुमत‍ि देती है तो हम 12 दिनों में उन सभी लंबित परीक्षाओं को करवाने के लिए तैयार हैं। यदि प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो हम अगले एक महीने के लिए परिणामों में देरी करने के लिए तैयार हैं।
सचिव ने कहा कि अगले सत्र के लिए, हम सिलेबस को कम करने की योजना बना रहे हैं, जिसकी घोषणा अगले दो सप्ताह में की जाएगी। लेकिन उन्होंने दसवीं की परीक्षाओं के लिए साफ-साफ कहा कि 10वीं बोर्ड के लंबित विषयों के लिए कोई और परीक्षा की जरूरत नहीं है। उसमें आयोजित की गई परीक्षाओं के परिणाम पर मूल्यांकन हो सकता है।
उन्होंने कहा कि बोर्ड 12 वीं की लंबित परीक्षाओं के लिए विचार करेगा। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन शुरू हो गया है लेकिन लॉकडाउन के कारण खत्म नहीं हुआ है। अभी अंतिम परिणाम देने के लिए हमें 1-2 महीने की आवश्यकता है।
सचिव ने कहा कि जब स्थिति सामान्य होगी, मूल्यांकन किया जाएगा और उसी के बाद कोई प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमें 12 वीं की परीक्षाएं दोबारा कराने के लिए सिर्फ 12 दिन चाहिए।
CBSE ने बच्चों से अनुरोध किया कि वे घबराएं नहीं। उन्होंने माता-पिता ने बच्चों को शांत रखने का अनुरोध किया है। सीबीएसई सचिव ने कहा कि ये सि‍र्फ भारत की नहीं बलकि पूरे विश्व की समस्या है।
उन्होंने कहा कि अगर बोर्ड परीक्षा में छोटे विषयों की परीक्षाएं नहीं आयोजित की गईं तो आंतरिक मूल्यांकन सिर्फ 10वीं और 12वीं के छोटे विषयों के लिए किया जाएगा। बता दें कि सीबीएसई ने 29 मेन विषयों की सूची हाल ही में जारी की थी। जिसमें कहा था कि लॉकडाउन खुलने पर उनके एग्जाम कराए जाएंगे। लेकिन बदलते हालात को देखते हुए सीबीएसई बड़े बदलाव कर सकता है।

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