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Thursday, May 14, 2020

प्रवासी घर वापसी - आज प्रदेश से चली 7 स्पेशल ट्रेने

प्रवासी घर वापसी -  आज  भिवानी से अररिया (बिहार), गुरुग्राम से टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) एवं मधुबनी (बिहार) , रोहतक से पटना दानापुर, (बिहार) एवं टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) , रेवाड़ी से सागर(मध्यप्रदेश)और नारनौल से मेघनगर(मध्यप्रदेश)  चली 7 स्पेशल ट्रेने


(मनोज)चंडीगढ़, 13 मई- कोविड-19 के कारण लगे राष्टï्रव्यापी लॉकडाउन के चलते हरियाणा में फसें और अपने गृह राज्यों को जाने के इच्छुक मजदूरों एवं श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजने की श्रृखंला के तहत आज भिवानी से अररिया (बिहार) के लिए 1440 श्रमिकों को, गुरुग्राम से टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) के लिए 1400 एवं मधुबनी (बिहार) के लिए 1600, रोहतक से पटना दानापुर, (बिहार) के लिए 1433 एवं टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) के लिए 1440, रेवाड़ी से सागर(मध्यप्रदेश) के लिए 1412 और नारनौल से मेघनगर(मध्यप्रदेश) के लिए 1440 श्रमिकों को ट्रेन से रवाना किया गया।

भिवानी से अररिया (बिहार) गई ट्रेन 


आज भिवानी स्टेशन से ट्रेन में रवाना किए गए 1440 श्रमिकों के बीच सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए प्रत्येक  डिब्बे में 50 से 60 श्रमिकों को ही बैठाया गया तथा सभी श्रमिकों को उपहार के तौर पर एक-एक परना व मास्क भी दिया। इससे पूर्व, उनका मेडिकल चैकअप किया गया तथा दोपहर का खाना भी साथ में दिया गया। इनमें अररिया के 656, कटिहार के 151, किशनगंज के 3, मधेपुरा के 110, पूर्णिया के 217, सहरसा के 80 व सुपोल जिला के 223 मजदूर थे।

श्रमिकों के चेहरे पर खुशी की लहर


भिवानी स्टेशन पर ट्रेन में बैठे श्रमिकों के चेहरे पर खुशी की लहर दिखाई दे रही थी। श्रमिकों का कहना था कि हरियाणा में उन्हें रोजी-रोटी कमाने का अच्छा अवसर मिलता है, लेकिन महामारी के कारण उनके घर पर रहने वाले परिजनों की देखभाल के लिए उनका जाना जरूरी है। पूर्णिया बिहार के निवासी बृजानंद ठाकुर ने कहा कि कोरोना की वजह से वापस जाना पड़ रहा है। आगे घर से बाहर निकले तो सीधे दादरी आकर ही काम करेंगे। अरहरिया निवासी सचिन का कहना था कि प्रशासन ने सारा इंतजाम बहुत सलीके से किया हुआ था, जिस कारण उन्हें कोई तकलीफ नहीं हुई।  

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रोहतक से पटना दानापुर, (बिहार) एवं टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) को गई ट्रेने 


रोहतक से 1433 प्रवासी  पटना दानापुर (बिहार) और 1440 प्रवासी मध्यप्रदेश के टीकमगढ़  के लिए रवाना
आज श्रमिक एक्सपे्रस ट्रेन रोहतक रेलवे स्टेशन से पटना दानापुर के लिए 1433 प्रवासियों को लेकर रवाना हुई। इस टे्रन में 1400 व्यस्क व 33 बच्चे सवार हुए। इस ट्रेन के माध्यम से झज्जर, यमुनानगर, जींद, भिवानी, पलवल, नूंह, हिसार व रोहतक सहित आठ जिलों के प्रवासी मजदूर बिहार के लिए रवाना हुए।
सभी प्रवासी मजदूरों व बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई तथा उन्हें मास्क, सैनिटाइजर एवं खाने-पीने की वस्तुएं भी उपलब्ध करवाई गई। प्रवासी मजदूरों व कामगारों को लाउडस्पीकर के माध्यम से लगातार सामाजिक दूरी बनाए रखने का संदेश प्रसारित किया जा रहा था।

गुरुग्राम से आज लगभग 3000 श्रमिक मध्य प्रदेश तथा बिहार के लिए रवाना

गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से दो श्रमिक स्पेशल ट्रैन आज मध्य प्रदेश तथा बिहार के लगभग 3000 श्रमिकों के साथ रवाना हुई। ट्रैन में बिठाने से पहले सभी श्रमिकों तथा उनके परिजनों की थर्मल स्कैनिंग करके यह सुनिश्चित किया गया कि उनमें से कोई भी कोरोना संक्रमित तो नहीं है। टीकमगढ़ के लिए गई ट्रेन में 20 बोगियों में सवार होकर लगभग 1400 श्रमिक खुशी-खुशी अपने घरों को रवाना हुए हैं। इसी प्रकार, गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से दूसरी श्रमिक स्पेशल ट्रैन बिहार के मधुबनी के लिए रवाना की गई है, जिसमें लगभग 1600 श्रमिक अपने गांवों को गए हैं।
श्रमिकों व उनके परिजनों को विदा करते समय हरियाणा सरकार की ओर से पैक्ड भोजन के साथ पानी की बोतल तथा टिकट नि:शुल्क दी गई। बच्चों के लिए बिस्किट तथा नमकीन के विशेष रूप से तैयार करवाए गए पैकेट दिए गए। दोनों ट्रेन जब अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई तो अंदर बैठे श्रमिकों व उनके परिजनों ने तालियां बजाकर तथा हाथ हिलाकर उन्हें सकुशल घर पहुंचाने के लिए हरियाणा सरकार का आभार जताया।

पुन: यहां लौटकर आउगा

मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ को जाने वाली ट्रेन में सवार झांसी के रहने वाले रामबिहारी से जब बात की गई तो उसने बताया कि लॉकडाउन में काम धंधा ठप्प होने की वजह से उसने अपने घर जाने का मन बनाया लेकिन जैसे ही हालात ठीक होंगे वह और उसका परिवार पुन: यहां लौटकर आएगा।
इसी प्रकार छतरपुर निवासी नरेन्द्र राजपूत और दमो हाटा के रहने वाले विजय ने कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद वापिस यहीं पर आएंगे। टीकमगढ़ निवासी नंदू केवट ने कहा कि वह यहां दो वर्षों से मजदूरी करके जीवनयापन कर रहा था और जब सब सामान्य हो जाएगा वह यहीं वापस आ जाएगा।

नारनौल से 1601 और रेवाड़ी जक्ंशन से 1412 श्रमिक रवाना

जिला नारनौल में फंसे 1601 श्रमिकों व बच्चों को लेकर आज नारनौल के रेलवे स्टेशन से एक विशेष रेलगाड़ी मेघनगर (झाबुआ) मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुई। इनमें 161 बच्चे शामिल हैं। श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ी लगभग 12 घंटे में अपने गंतव्य पर पहुंचेगी।
इसी प्रकार, रेवाड़ी जक्ंशन से 1412 खेतीहर प्रवासी श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ी मध्यप्रदेश राज्य के सागर के लिए रवाना हुई। प्रशासनिक, पुलिस व रेलवे के अधिकारियों ने स्पेशल श्रमिक टे्रन के यात्रियों को मंगलमय यात्रा की शुभकामनाएं दी।  

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