(मनवीर)यूजीसी ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुये स्टूडेंट्स को बड़ी राहत दी है। अब छात्र को एक साथ दो डिग्री कोर्सेस करने की छूट दे दी है। यानी अब आप एक यूनिवर्सिटी से कोर्स करते हुए, किसी और अन्य यूनिवर्सिटी से दूसरा कोर्स कर सकते हैं। पिछले कई सालों से स्टूडेंट्स को यह शिकायत रहती थी कि एक साथ दो कोर्स क्यों नहीं कर सकते जबकि कई बार उनके भविष्य की योजनाओं के लिये यह आवश्यक होता था। लेकिन पहले एक साथ एक ही वर्ष में दो डिग्री कोर्स करना गलत माना जाता था। अब स्टूडेंट ऐसा कर सकते हैं।
हालांकि यह इजाजत एक शर्त के साथ मिली है, जिसके तहत इन दो डिग्री कोर्सेस में से एक तो रेग्यूलर कोर्स हो सकता है पर दूसरा ओपेन, डिस्टेंस लर्निंग या फिर ऑनलाइन मोड से किया जा सकने वाला कोर्स होना चाहिये। यानी दोनों डिग्री कोर्स रेग्यूलर नहीं हो सकते। एक प्रपोजल पर विचार करते हुये यूजीसी ने यह निर्णय लिया है।
यूजीसी की दी हुयी इस छूट की सबसे खास बात यह है कि स्टूडेंटस दो अलग-अलग स्ट्रीम से भी कोर्स करने का चुनाव कर सकते हैं। यानी साइंस और ह्यूमैनिटीज़ एक साथ चुने जा सकते हैं बशर्ते आपका संस्थान इसकी आज्ञा दे रहा हो। दो अलग-अलग संस्थानों या यूनिवर्सिटी से आप एक साथ पढ़ाई कर सकते हैं या अगर एक ही संस्थान दोनों तरह को कोर्स ऑफर करता है तो वहां से भी इसे कर सकते हैं।
कमेटी ने इस बारे में बात करते हुये कहा, चूंकि रेग्यूलर कोर्सेस के साथ मिनिमम अटेंडेंस का इश्यू जुड़ा होता है इसलिये कमेटी ने दूसरा कोर्स डिस्टेंस लर्निंग से करने का विकल्प रखा है। यूजीसी सेक्रेटरी रज़नीश जैन का मानना है कि इससे स्टूडेंट्स के लिये कैरियर के अन्य मार्ग खुलेंगे।
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