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Monday, June 1, 2020

स्टडी अब्रॉड स्पेशलिस्ट कामिनी आश्री ने पेश की मानवता की मिसाल

(रामफल)हिसार : एजुकेशनल कंसल्टेंट कामिनी आश्री के प्रयासों से ये विदेश मे MBBS की पढाई कर रहे छात्र वतन वापिस लोट आए है| आज हरियाणा बुलेटिन न्यूज़ ने विदेश से लोटे MBBS के छात्रों से ख़ास बात चित की जिसमे छात्रों ने बताया गया की कामिनी आश्री के प्रयासों से ही वो विदेश मे MBBS की पढाई करने गये थे | वहा जब कोरोना का संकट बढ़ने लगा तो भी उन्हें आश्री मैडम का पूरा सहयोग मिलता रहा व समय समय पर हमे कोरोना से लड़ने की हिम्मत बढाती रही | एक बार हम इस कद्र असहाय हो गये थे कि हमने वतन वापिस लोटने की आस ही छोड़ दी थी, क्योकि हमे न तो विदेश की सरकार से सहयोग मिल रहा था व न ही हिंदुस्तान सरकार से कोई संतुष्टि का जवाब आया था, लेकिन आश्री मैडम ने हमारे लिए केंद्र सरकार व विदेश सरकार व अन्य अधिकारिओ से बातचीत की जिसका नजीता है कि हम वतन वापिस आ पाए है क्योकि घर से दूर होने के कारण परिवार को दिन रात हमारी चिंता हो रही है | छात्रों ने कामिनी आश्री व केंद्र व प्रदेश सरकार का भी धन्यवाद किया

 एजुकेशनल कंसल्टेंट कामिनीआश्री ने बताया की प्रसाशन से वो बार बार सहायता के लिए आग्रह करती रही, क्योकि वो मेरे बच्चे है हमारे प्रयासों से वो विदेश में  एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे है, वो छात्र अब छुट्टियों के दोरान वहा करते भी क्या ? उनकी समस्या का समाधान ही मेरी समस्या का समाधान था । हमने इन बच्चो के आने की सूचना प्रसाशन को दी और हमने प्रसाशन की मदद से भारतीय छात्रों को हवाई अड्डे से  क्वारन्टीन स्थान तक सकुशल पहुँचाया ।
आखिर बच्चो ने स्टडी अब्रॉड स्पेशलिस्ट कामिनी आश्री के निस्वार्थ सहयोग के लिए धन्यवाद किया | इस तरह बच्चो को समस्या को अपनी समस्या बना प्रयास करने वाली कामनी आश्री ने मानवता की मिशाल पेश की है | सराहनीय है ।

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