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Thursday, July 23, 2020

नौल्था में डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना पंचायत खाते से 1.30 करोड़ रुपए निकाले

नौल्था में डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना पंचायत खाते से 1.30 करोड़ रुपए निकाले 

नौल्था में डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना पंचायत खाते से 1.30 करोड़ रुपए निकाले पद‌्मश्री अवाॅर्डी ग्राम सचिव नरेंद्र भ्रष्टाचार के चाैथे मामले में भी कसूरवार मिले बीडीपीओ की जांच में सरपंच अजमेर भी कसूरवार,दोनों पर कार्रवाई की सिफारिश

पानीपत। पद‌्मश्री पुरस्कार प्राप्त डिडवाड़ी के नरेंद्र सिंह ग्राम सचिव रहते हुए नौल्था डूगरान में 1.78 करोड़ के डिवेलपमेंट वर्क में हुई धांधली में भी कसूरवार पाए गए हैं। इसराना के ब्लॉक डिवेलपमेंट पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) की जांच में बतौर ग्राम सचिव रहते हुए नरेंद्र सिंह ने नौल्था के सरपंच अजमेर सिंह संग मिलकर 1.30 करोड़ की गड़बड़ी की। बीडीपीओ ने डीसी को जो जांच रिपोर्ट सौंपी है, काम अधूरे पड़े हैं लेकिन ग्राम सचिव और सरपंच ने पंचायत के खाते से 1.30 करोड़ रुपए निकाल लिए।
बीडीपीओ ने दोनों पर कार्रवाई की सिफारिश की है। इससे पहले तीन अन्य गांवों में बतौर ग्राम सचिव रहते भी नरेंद्र सिंह बीडीपीओ की जांच में कसूरवार करार दिए जा चुके हैं। इस कारण उसे डीसी ने चार्जशीट करते हुए जांच बिठा दी। हालांकि, दो माह बाद भी जांच पूरी नहीं हो पाई है। पशु पालन के लिए नरेंद्र को राष्ट्रपति ने 11 मार्च 2019 को पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया था। फिलहाल, नरेंद्र सिंह सनौली खुर्द में ग्राम सचिव हैं।

गबन छुपाने के लिए रिकॉर्ड नहीं दिया

बीडीपीओ ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि सीएम विंडाे पर नौल्था डूगरान पंचायत में डिवेलपमेंट वर्क में गड़बड़ी की शिकायत आई थी। इसकी जांच के लिए जब सरपंच अजमेर और ग्राम सचिव नरेंद्र से रिकॉर्ड मांगा तो दोनों ने नहीं दिया। जांच में यह भी पाया गया कि गलियाें और चौपालों के काम अधूरे हैं। इतना ही नहीं मेजरमेंट बुक भी नहीं भरी गई। न ही जेई व सरपंच के हस्ताक्षर मिले। दोनों ने विकास के लिए आए 79.50 लाख में से 70 लाख और पंचायत की एफडी 98.72 लाख में से 60 लाख रुपए निकाल लिए, जबकि इसके काम अधूरे थे।

1. हड़ताड़ी में 1.51 करोड़ रुपए के डिवेलपमेंट वर्क में गड़बड़ी में फंस चुके हैं ग्राम सचिव- इसी तरह से डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना ही हड़ताड़ी ग्राम पंचायत के खाते से 1.51 करोड़ रुपए निकाल लिए गए। जिसमें बतौर ग्राम सचिव नरेंद्र सिंह और सरपंच गुरमीत सिंह बीडीपीओ की जांच में कसूरवार पाए गए थे।

2. काकोदा में काम पूरा किए बिना 44 लाख लिए- बीडीपीओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि काकोदा पंचायत में 1 करोड़ के डिवेलपमेंट वर्क होने थे। ग्राम सचिव नरेंद्र सिंह और सरपंच शलेंद्र ने डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना पंचायत के खाते से 44 लाख रुपए निकाल लिए।

3. मांडी में 24 लाख की गड़बड़ी में भी नाम- मांडी पंचायत में भी डिवेलपमेंट वर्क होने थे। यहां भी बीडीपीओ की जांच में ग्राम सचिव नरेंद्र सिंह और सरपंच ज्योति कसूरवार पाई गईं। दोनों ने डिवेलपमेंट वर्क पूरा किए बिना ही पंचायत के खाते से 24.28 लाख निकाल लिए।

हड़ताड़ी का सरपंच मान चुका है गलती

हड़ताड़ी गांव का सरपंच गुरमीत सिंह अपनी गलती मान चुका है। सरपंच ने लिखित में दिया कि जो भी रिकवरी बनेगी वह देगा। अन्य सरपंचों व ग्राम सचिव नरेंद्र के जवाब के बाद एक्सईएन पंचायत राज को इसकी जांच दी गई। डेढ़ माह बाद भी आज तक जांच पूरी नहीं हुई है।

ग्राम सचिव ने खुद को निर्दाेष बताया
पद‌्मश्री अवाॅर्ड ग्राम सचिव नरेंद्र ने इस बारे में कहा कि नौल्था की रिपोर्ट ओके है। कोई गड़बड़ी न तो हुई और न ही की है। वहीं,सरपंच अजमेर सिंह ने कहा कि काम पूरे हो चुके हैं। पूरी रिपोर्ट ठीक से नहीं बनाई गई, इसलिए गड़बड़ी बताई जा रही है।

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