Breaking

Wednesday, August 12, 2020

खानापूर्ति:वर्ष 2019 में याशी ने दी थी रिपाेर्ट, 1800 हो रहे निर्माण, सालभर में 200 से कम नक्शे हुए थे पास, इसके बाद भी मामला गाेलमाल

खानापूर्ति:वर्ष 2019 में याशी ने दी थी रिपाेर्ट, 1800 हो रहे निर्माण, सालभर में 200 से कम नक्शे हुए थे पास, इसके बाद भी मामला गाेलमाल

बिल्डिंग सील करते हुए नगर निगम की टीम, जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल, बिना नक्शे निर्माण करने वाले बिल्डिंग मालिकों पर कार्रवाई क्यों नहीं

हिसार : शहर में अवैध निर्माण पर कार्रवाई काे लेकर निगम की तरफ से खानापूर्ति की जा रही है। पिछले साल प्राॅपर्टी टैक्स का सर्वे कर रही कंपनी ने निगम अधिकारियाें काे रिपाेर्ट दी थी कि शहर में करीब 1800 बिल्डिंग निर्माणाधीन हैं। ऐसे में इन बिल्डिंग का सर्वे नहीं हाे पाया।
इस मामले के खुलासे के बाद बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियाें की कार्रवाई पर सवाल खड़े हाे गए। ऐसे में आम जनता के बीच अधिकारी अपनी छवि बनाने के चक्कर में फिर खानापूर्ति वाली कार्रवाई करते रहे। अधिकारियाें ने उसी दाैरान बिल्डिंग ब्रांच से रिपाेर्ट मांगी कि अभी तक कितने के नक्शे पास हुए। इसके साथ ही शहर में जिस लाेकेशन पर बिल्डिंग बन रही थी उनकी भी रिपाेर्ट मांगी गई थी कि कहां-कहां निर्माण हाे रहे हैं। बिल्डिंग ब्रांच ने अधिकारियाें काे रिपाेर्ट दी थी कि पिछले एक साल में 200 से भी कम बिल्डिंग के नक्शे पास हुए।

बड़ा सवाल : आखिर क्यों दब गई फाइल

हैरानी की बात है कि मीडिया में मामला उजागर हाेने के बाद फिर यह फाइल दबा दी गई। जिन बिल्डिंग के बारे में निगम अधिकारियाें काे याशी कंपनी ने बताया था उनकाे चेक ही नहीं किया गया। ना ही उन्हें नाेटिस दिए गए कि बिना नक्शे कैसे निर्माण बनाए जा रहे हैं। इन बिल्डिंग का डिवेलपमेंट चार्ज नगर निगम यानी सरकार के खाते जाता जिसका अधिकारियाें ने लाॅस करवा दिया। बिना नक्शे निर्माण करने वाले बिल्डिंग मालिकाें पर भी कार्रवाई नहीं की।

20 में से 10 बिल्डिंग मिली बिना नक्शे की

नगर निगम डीएमसी ने हाल ही में शहर के अलग-अलग एरिया में जाकर 20 निर्माण बताए थे। उन्हाेंने बिल्डिंग ब्रांच से इन सभी बिल्डिंग्स का रिकाॅर्ड मांगा था कि ये वैध तरीके से बनाई जा रही है या अवैध तरीके से। रिपाेर्ट मांगे जाने पर ब्रांच के अधिकारियाें ने कहा कि इनमें से 10 बिल्डिंग मालिकाें के पास नक्शे ही नहीं है। इसके बाद उन्हें नाेटिस जारी किए गए।

इधर, निगम टीम ने नियमों के विरुद्ध निर्माण पर तीन भवन किए सील

नगर निगम के भवन शाखा के अधिकारियों ने मंगलवार को अवैध निर्माण को लेकर बड़ी कार्रवाई की। बीआई धर्मेंद्र यादव की अगुवाई में नगर निगम की टीम ने राजगुरु मार्केट, तेलियान पुल और भगत सिंह चौक के पास नियमाें के विरुद्ध चल रहे भवन निर्माण को सील कर दिया। वहीं कुंजलाल गार्डन में एक भवन को सील करने के लिए नगर निगम टीम पहुंची तो वहां पर बुजुर्ग दंपति काबिज थे। ऐसे में नगर निगम टीम ने उन्हें चेतावनी देकर भवन खाली करने के आदेश दिए। भवन निर्माण सील करने के लिए बीआई धर्मेंद्र यादव के साथ सुरेंद्र कुमार, राजेंद्र और अरविंद्र मौजूद थे।
यहां बता दें कि नगर निगम एरिया में धड़ल्ले से अवैध निर्माण का खेल चल रहा है। हाल ही में नगर निगम के डीएमसी डॉ. प्रदीप हुड्डा ने शहर में दौरा कर 20 ऐसी बिल्डिंग चिह्नित की थी जो धड़ल्ले से बनाई जा रही थी।
बिल्डिंग ब्रांच से जब रिपोर्ट मांगी तो यह खुलासा हुआ कि इनमें से 10 निर्माण ऐसे हैं, जिन्होंने वायलेशन किया हुआ था। कुछ के पास नक्शे भी नहीं थे। अधिकारी के एतराज के बाद बिल्डिंग ब्रांच में इन लोगों को नोटिस जारी किए हैं। हालांकि यह सब खानापूर्ति है शहर में सैकड़ों ऐसे निर्माण चल रहे हैं। जोकि नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच की शह पर ही चल रहे हैं। अधिकारी इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही।

No comments:

Post a Comment