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Friday, August 28, 2020

कोरोना काल में पढ़ाई:एचएयू की पहल, अब विवि के स्टूडेंट्स काे घर बैठे याेग के गुर भी सिखाएगा एचएयू

कोरोना काल में पढ़ाई:एचएयू की पहल, अब विवि के स्टूडेंट्स काे घर बैठे याेग के गुर भी सिखाएगा एचएयू

हिसार:-अब एचएयू के स्टूडेंट्स घर बैठे ही याेग के गुर सींख सकेंगे। एचएयू के कुलपति की पहल के अनुसार स्टूडेंट्स काे स्वस्थ्य रखने के उद्देश्य से ऑनलाइन ही योगिक क्रियाएं भी सिखाई जाएगी। इसके लिए याेग के जानकार प्राेफेसराें की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा कुलपति ने ऑनलाइन पढ़ाई का जायजा लिया। प्राेफेसर काे आवश्यक दिशा निर्देश दिए। दरअसल, काेराेना वायरस से बचाव के मद्देनजर एचएयू में छात्र एवं छात्राओं काे ऑनलाइन ही पढ़ाई कराई जा रही है। विवि में छात्र एवं छात्राओं काे नहीं बुलाया जा रहा है।

हालांकि स्टाफ के लाेग विवि में आकर ऑफिसियल काम कर रहे हैं। एचएयू के कुलपति प्राेफेसर समर सिंह का कहना है कि फिट रहने के लिए याेग जरूरी है। इसी उद्देश्य से छात्र एवं छात्राओं काे फिट रखने के लिए प्रतिदिन ऑनलाइन ही सुबह के समय योगिक क्रियाओं अनुलाेम, विलाेम से लेकर सूर्य नमस्कार आदि के गुर दिए जाएंगे। इसके लिए महिला और पुरुष प्राेफेसराें की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके अलावा कुलपति ने स्मार्ट क्लास और व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से चल रही छात्राें की पढ़ाई का जायजा लिया। प्राेफेसराें काे निर्देश दिए कि वह अलर्ट रहकर छात्रों की समस्या काे दूर करें। छात्राें काे किसी भी तरह की परेशानी नहीं हाेने चाहिए।

5 फीट दूरी के साथ फर्स्ट ऐड ट्रेनिंग बैच में 50 से ज्यादा प्रतिभागी नहीं

रेडक्रॉस सोसायटी के फर्स्ट एड विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लगने वाली फर्स्ट एड क्लास में बैठने की व्यवस्था और शेड्यूल में परिवर्तन किए हैं। ये परिवर्तन कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों को देखकर किए हैं। जिसके चलते एक हॉल में जहां 150 से दो सौ परीक्षणार्थियों की क्लास एक साथ लगती थी, अब एक बार में 50 से ज्यादा परीक्षणार्थी एक क्लास में नहीं बैठ सकते।

सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के चलते सीटों में हर तरफ से 5 फीट की दूरी रखी गई है। साथ ही एक क्लास के बाद क्लास रूम का पूरी तरह से सैनिटाइजेशन किया रहा है। फर्स्ट एड विभाग के अधिकारी विपिन दलाल ने बताया कि कोरोना काल से पहले रेगुलर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए मिलने वाली फर्स्ट एड ट्रेनिंग की क्लास एक दिन के लिए 4 घंटे की होती थी। उसमें बदलाव करके अब 1 घंटे के चार बैच में तब्दील कर दिया गया है।

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