1 करोड़ 25 लाख की लूट में खुलासा:ड्राइवर ही था शामिल, गाड़ी रोककर बाथरूम करने गया था ड्राइवर, पीछे से बदमाश मुंशी से मारपीट कर लूट ले गए थे पैसे
करनाल : जीटी रोड नीलोखेड़ी के पास रात को इनोवा गाड़ी के आगे कार लगाकर एक करोड़ 25 लाख रुपए लूट की घटना को अंजाम दिलवाने में ड्राइवर सुनील की संलिप्ता सामने आई है । ड्राइवर ने प्लानिंग के तहत आरोपियों को नीलोखेड़ी के पास बुलाया था और आरोपियों की कार नंबर देखकर ही अपने आप ही इनोवा गाड़ी सुनील ने रोककर बाथरूम जाने का बहाना बनाया था। इसी दौरान पीछे से आरोपी कार में पहुंचे और उनसे मारपीट करके एक करोड़ 25 लाख की पेमेंट लूटकर ले गए ।
19 सितंबर को बुटाना थाना पुलिस ने अज्ञात पर केस दर्ज करके ड्राइवर सुनील और मुंशी दिनेश से बातचीत की गई। ड्राइवर से सख्ती से पूछताछ की तो उसने वारदात कबूल कर ली। आरोपियों से फोन पर बातचीत करके लूटी गई रकम को बांटने के लिए चंडीगढ़ सेक्टर-24 के एक होटल में बुलाया गया।
बुटाना थाना पुलिस ने प्लानिंग के साथ ड्राइवर को ले जाकर होटल से शुक्रवार शाम को आरोपी नवीन को भी गिरफ्तार कर लिया गया। शनिवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करके दो दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपियों के पास से 83 लाख 90 हजार रुपए की पेमेंट, लूट की घटना को अंजाम देने वाली कार को भी बरामद कर लिया है। तीन आरोपी फरार चल रहे हैं और शेष राशि उनसे बरामद की जानी है।
ये थी लूट की कहानी
पुलिस जांच अधिकारी सुखविंद्र सिंह ने बताया कि पंचकूला सेक्टर-16 के मकान नंबर 384 वासी पवन गोयल ने दिल्ली से एक करोड़ 25 लाख रुपए की पेमेंट लेने के लिए अपने ड्राइवर सुनील और मुंशी को 18 सितंबर को भेजा था। सुनील ने इस पेमेंट को लूटने के लिए आरोपी जसबीर वासी मोहाली से बातचीत की गई। आरोपी ने उसको अपोलो कार का नंबर नोट करवाया और कहा कि मैं अपने साथियों को भेज रहा हूं। नीलोखेड़ी के पास मिलेंगे।
ड्राइवर ने बताए गए कार नंबर को देखकर अपनी कार को रोक लिया और मुंशी को बोला कि वह बाथरूम करने जा रहा है। इसी दौरान कार से तीन आरोपी नवीन, हैपी और गौरा आए और मारपीट करके पैसे लूटकर ले गए। मुंशी दिनेश ने ही अपने मालिक पवन गोयल को सूचना दी थी कि उनसे मारपीट करके पैसे लूटकर बदमाश ले गए हैं।
एएसआई सुखबीर सिंह ने बताया कि एक करोड़ 25 लाख रुपए की पेमेंट कैश में लाई जा रही थी । इसकी जांच की जा रही है कि यह कैश में पेमेंट लेकर आने का रिस्क क्यों लिया गया। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी हो सकती थी । फैक्टरी के मालिक से पूछताछ की जा रही है।
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