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Sunday, September 6, 2020

विकास की रेस में जींद, अगले कुछ सालों में बदल जाएगी सूरत

विकास की रेस में जींद, अगले कुछ सालों में बदल जाएगी सूरत

जींद। हरियाणा के पिछड़े जिलों में शुमार जींद की सूरत निकट भविष्य में बदलने वाली है। शहर में इंट्री करने वाली सभी सड़कें नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधीन चौड़ी हो जाएंगी। चार रेल फाटकों पर ओवरब्रिज जल्द बनकर तैयार हो जाएंगे। जींद बाईपास का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस बाईपास पर पांच रोड ओवरब्रिज भी बने हैं, जिससे शहर के अंदर जाम की समस्या काफी कम हुई है।

जींद के चारों और और बन रही सड़के

किसी भी शहर का विकास अच्छी सड़क और रेल सुविधाओं से होता है। जींद जिला अभी तक इन दोनों सुविधाओं से वंचित रहा है। भाजपा सरकार आने के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) ने जींद से रोहतक, भिवानी, गोहाना, करनाल और नरवाना जाने वाली सड़कों को अपने अधीन ले लिया है। अब इन सड़कों को चौड़ा करने व फाटकों पर पुल बनाने का काम तेजी से चल रहा है। 
रेल के मामले में भी अभी तक जींद पिछड़ा ही रहा है। कई दशक बाद दिल्ली से वाया जींद होकर फिरोजपुर, लुधियाना का ट्रैक डबल हुआ है। इन रूटों पर इलेक्ट्रिक ट्रेन भी कुछ दिन पहले ही शुरू हुई हैं। जींद से गोहाना तक नया ग्रीन फील्ड हाइवे, जींद से होकर गुजरने वाला इस्माइलाबाद से नारनौल हाइवे व दिल्ली-कटरा हाइवे भी जींद के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।

बन रहे नए हाईवे

केंद्र की मोदी व प्रदेश की मनोहर सरकार ने जींद जिले में सड़क तंत्र को मजबूत करने का निर्णय लिया है। जींद से भिवानी, करनाल, गोहाना, पानीपत, हांसी और नरवाना जाने वाले मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया है। इनमें से जींद से नरवाना तक सड़क का फोरलेन का निर्माण पूरा हो चुका है। जींद से रोहतक तक फोरलेन का निर्माण कार्य भी तेज गति से शुरू हो चुका है। इस पर करीब 511 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जींद से भिवानी, करनाल व गोहाना तक सड़क को भी 10 मीटर चौड़ा करने का काम अंतिम चरण में है।
एनएचएआइ ने जींद से दिल्ली तक कनेक्टिविटी को आसान करने के लिए जींद से गोहाना तक 816 करोड़ से नया 352ए-ग्रीनफील्ड हाइवे बनाने का काम शुरू कर दिया है। गोहाना से सोनीपत तक जो सड़क है, उसे फोरलेन किया जाएगा। इसके बाद जींद से सोनीपत तक ब्रेक लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सोनीपत में इस हाइवे को दिल्ली-चंडीगढ़ हाइवे में जोड़ा जाएगा।
उत्तर हरियाणा को दक्षिण हरियाणा से जोड़ने के लिए कुरुक्षेत्र के न्यू इस्माइलाबाद के गांव गंगहेड़ी से नारनौल तक सिक्स लेन हाईवे बनाया जाएगा। भविष्य में इस हाईवे को आठ लेन तक बनाया जा सकेगा। एनएचएआइ ने 152डी नाम दिया है। यह हाइवे जींद जिले के 21 गांवों से गुजरेगा। इसके लिए 373 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया है।
जींद से दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटरा और दिल्ली तक का सफर करना आसान होगा। चार राज्यों को जोड़ने वाला बहुप्रतीक्षित दिल्ली-कटरा-अमृतसर एक्सप्रेस-वे भी जींद के 16 गांवों से होकर गुजरेगा। हरियाणा में यह सिक्स-लेन एक्सप्रेस-वे झज्जर जिले से शुरू होगा और रोहतक, सोनीपत, करनाल, जींद जिलों से होते हुए कैथल जिले में पंजाब की सीमा पर खत्म होगा। हाइवे में दोनों तरफ से गाड़ी को रोका जा सकता है। लेकिन एक्सप्रेस-वे में गाड़ी पूरी स्पीड में चलती है और दोनों तरफ से रोका नहीं जा सकता। इसमें दोनों लेन बाहर की साइड से बंद होंगी।
शहर में जाम की समस्या को खत्म करने के लिए बाईपास पर पिडारा के पास बनाए गए नए बस स्टैंड का निर्माण कार्य 99 फीसद पूरा चुका है। अब यहां फिनिशिग चल रही है। बस स्टैंड से बसों के बाहर निकलने व अंदर आने के लिए सर्विस लेन को बीएंडआर बनाएगा या एनएचएआइ, इस पर पेंच फंसा हुआ है। सर्विस लेन बनने के साथ ही नया बस अड्डा शुरू हो जाएगा।

बड़ा मील का पत्थर मेडिकल कॉलेज व सीआरएस विश्वविद्यालय

जींद के विकास में सबसे बड़ा मील का पत्थर मेडिकल कॉलेज व सीआरएस विश्वविद्यालय साबित होने वाले हैं। इन दोनों संस्थानों के बनने से जींद में हाई सैलरीड लोगों की संख्या में इजाफा होगा। सीआरएस यूनिवर्सिटी के विस्तार से बच्चों व शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ बढ़ेगा। इसका असर मार्केट से लेकर रेंटल बिजनेस पर भी पड़ेगा।
जींद के इतिहास में पहली बार चेयरपर्सन पूनम सैनी के कार्यकाल में शहर के विकास के लिए सबसे ज्यादा पैसा मंजूर हुआ। जींद ऐसा जिला है, जहां बरसाती पानी निकासी के लिए अलग से ड्रेनेज सिस्टम नहीं है। अब अमरूत योजना के तहत इस पर काम चल रहा है। बारिश व घरों के पानी से बार-बार उखड़ रही तारकोल की सड़कों की जगह ब्लॉक की सड़कें बनाई। बाहरी कालोनियों में सैकड़ों गलियां पक्की करवाई।
रोहतक बाईपास से भिवानी बाईपास के बीच ट्रक मार्केट के पास 109ए फाटक पर रेल ओवरब्रिज का काम भी अंतिम चरण में है। अगले एक-डेढ़ महीने में यह बनकर तैयार हो जाएगा। इसके अलावा रोहतक रोड बाईपास पर जेल के पास फाटक पर भी रेल ओवरब्रिज का थोड़ा काम बाकी है। सितंबर या अक्टूबर में यह बनकर चालू हो जाएगा। भिवानी से जींद तक 268 करोड़ से 10 मीटर चौड़ी हुई सड़क के टेंडर में इस ओवरब्रिज को शामिल किया गया है। उधर एनएचएआइ ने जींद से गोहाना तक सड़क को 10 मीटर चौड़ा करवाया जा रहा है। इसी टेंडर में पिडारा फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण शामिल है। अगले दो महीने में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इधर बनखंडी से बीड़ की तरफ पुराने हांसी रोड पर रेलवे फाटक पर नेशनल हाइवे की तरफ से रेल ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। इस पर 32.25 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
शहर में देवीलाल चौक फाटक शहर को दो हिस्सों में बांटती है। दिन में कई बार यह फाटक बंद होने से यहां जाम लगता है। अब हैप्पी स्कूल से पुरानी अनाज मंडी की तरफ से सीधा आरयूबी का निर्माण शुरू हो गया है।
जींद के विधायक  डा. कृष्ण मिढ़ा ने कहा कि भाजपा सरकार ने जींद जिले के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अभी जो शहर खुदा हुआ दिख रहा है, काम पूरा होने के बाद अगले कुछ महीनों में इसका अच्छा परिणाम भी देखने को मिलेगा। शहर की सभी सड़कें सुंदर बनाई जाएंगी। विकास के मामले में जींद अब रोहतक, हिसार व करनाल के समकक्ष दिखाई देगा।

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