सर्वे में खुलासा:कैंटर और ट्रक के बजाय अब लग्जरी गाड़ियों में पर्दे लगाकर दिल्ली और यूपी में ले जाए जा रहे गोवंश, कई जिलों के एसपी को भेजी रिपोर्ट
पशु कल्याण विभाग ने पेश की जांच रिपोर्ट, पुलिस से बचने का नया तरीका अपना रहे तस्कर
हिसार : प्रदेश के विभिन्न जिलाें में गोवंश तस्करी को लेकर भारतीय पशु कल्याण बाेर्ड के अधिकारियाें की जांच में चाैंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस से बचने के लिए हरियाणा, यूपी और राजस्थान के तस्कराें ने तस्करी का नया तरीका निकाल लिया है। तस्कर कैंटर या ट्रक की बजाय अब स्कार्पियाे, बुलेराे और सेंट्राे जैसी लग्जरी गाड़ियों के अंदर पर्दे लगाकर बेसहारा घूमने वाले गोवंश काे दिल्ली से लेकर यूपी भेज रहे हैं।
यही नहीं विभाग की जांच में पता चला है कि हरियाणा के गुरुग्राम के अलावा फतेहाबाद का नांगल क्षेत्र, सिरसा के पास डबवाली, हिसार के बरवाला क्षेत्र अम्बाला के कुरुक्षेत्र राेड, रेवाड़ी पर पशुओं की अवैध मंडी चल रही है। मंडियाें से सुबह निकलते ही सड़काें पर घूमने वाले बेसहारा पशुओं काे पकड़ने के बाद गिरोह के सदस्य, दिल्ली, यूपी के विभिन्न स्थानाें पर भेजते हैं।
यही नहीं गाड़ियाें काे दूसरी प्रदेश के सीमा पार कराने के लिए गिरोह के सदस्य एक गाड़ी के बदले 6 से लेकर 10 हजार रुपये तक की वसूली करते हैं। जांच रिपोर्ट के संबंध में भारतीय पशु कल्याण बाेर्ड के पशु कल्याण अधिकारी हिमांशु चांदना ने एसपी रेवाड़ी, फतेहाबाद, पलवल, गुरुग्राम, साेनीपत, पानीपत, आईजी रेवाड़ी के पास पत्र भेजा है। इसके अलावा हिसार, राेहतक काे भी पत्र भेजा जाएगा। गिरोह पर पूरी तरह से शिकंजा कसवाने की मांग की गई है।
पशु कल्याण अधिकारी हिमांशु चांदना के अनुसार जांच में सामने आया है कि अम्बाला के अलावा रेवाड़ी, फतेहाबाद में हरियाणा और राजस्थान का गिरोह मिलकर बेसहारा गोवंश काे रात में सड़काें से कैंटर के माध्यम से उठवाता है। अगले दिन अवैध मंडियाें के माध्यम से पशुओं काे विभिन्न स्थानाें पर पहुंचाया जाता है। दिन निकलते ही पशुओं की खरीदारी करने वाले भी अवैध मंडियाें से पशुओं काे लेकर जाते हैं।
इनसे समझिए अब कार काे तस्करी में प्रयाेग कर रहे तस्कर
केस नंबर-1 : एक साल पूर्व ही पानीपत - यूपी बार्डर से पुलिस ने एक स्काॅर्पियाे गाड़ी काे चेकिंग के लिए रुकवाया। जांच की ताे स्काॅर्पियाे के चाराें ओर पर्दे लगे हुए थे। पर्दे हटाए ताे स्काॅर्पियाे में तीन गोवंश थे। पुलिस ने यहां से दाे आराेपियाें काे गिरफ्तार किया था।
केस नंबर-2 : छह माह पूर्व ही पशु कल्याण अधिकारी की शिकायत पर गुरुग्राम पुलिस ने बुलेरो काे कब्जे में लिया। इस स्कार्पियाे के चाराें ओर अंदर काले पर्दे लगे थे। जांच की ताे चार गौवंश निकली। हालांकि आराेपी फरार हाे गए थे। पुलिस ने बाद में एक आराेपी काे गिरफ्तार किया था।
केस नंबर - 3 : आठ माह पूर्व ही पुलिस ने गुरुग्राम से ही स्काॅर्पियाे से दाे गोवंश बरामद किए थे, जिन्हें हरियाणा से तस्करी कर दिल्ली ले जाया जा रहा था।
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