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Thursday, September 17, 2020

गमगीन माहौल में गांव में जली एक साथ दो चिताएं

हांसी-जींद रोड दर्दनाक हादसा:दौड़ लगाने गए सात बच्चों को आई-20 कार ने टक्कर मारी, बंपर में फंस गया एक बच्चे का सिर, 87 मीटर दूर तक घसीटकर ले गई गाड़ी, 2 की मौत, 5 घायल

हांसी : क्षेत्र के गांव शेखपुरा में बुधवार तड़के 5 बजे हुए हादसे में दाे किशाेराें की माैत हाे गई। गांव के ही 9-10 किशाेराें का समूह सेना में भर्ती हाेने के लिए हांसी-जींद राेड पर प्रैक्टिस करता है। आर्मी में भर्ती हाेने की चाह में सभी किशाेर पांच महीने से तैयारी कर रहे थे। सुबह पहले वह रेस लगाते थे और बाद में व्यायाम करते थे। सभी करीब डेढ़ से दाे घंटे के वर्कआउट के बाद ही घर जाते थे। हालांकि उनकी उम्र अभी सेना में भर्ती हाेने की नहीं है लेकिन सेना में भर्ती हाेने का सपना लिए वह पांच महीने से तैयारी कर रहे थे।
बुधवार सुबह भी राेज की तरह राहुल पंवार, पारस, अभिषेक, अंकित गुर्जर, अंकित पंवार, प्रिंस पंघाल, जस्सू सभी सुबह पांच बजे अपने तय शेड्यूयल के हिसाब से हांसी-जींद रोड पर पहुंच गए थे। दो साथी लेट थे तो उनकी इंतजार कर रहे थे। वह एक फैक्ट्री के पास बैठकर उनका इंतजार कर रहे थे कि तेज रफ्तार आ रही एक आई 20 कार ने सभी काे टक्कर मार दी। प्रिंस पंघाल व जस्सू को हिसार के एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया। जहां दाेनाें की मौत हो गई।
राहुल पंवार, अंकित गुर्जर, अंकित पंवार को हांसी के ही प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया। एक अन्य किशोर पारस को हिसार के अस्पताल में दाखिल करवाया। वहीं अभिषेक को मामूली चोटे आईं। वहीं हादसे काे एक दूसरी एंगल से भी देखा जा रहा है। ग्रामीणाे का कहना है कि गांव में काेई भी खेल स्टेडियम नहीं है जिसके कारण बच्चाें काे राेड पर एक्सरसाइज करने के लिए जाना पड़ता है। गांव वासी मुकेश लादी व बंटी यादव ने बताया कि स्टेडियम बनाने की मांग काफी पुरानी है। लेकिन अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाई है।
प्रिंस का सिर गाड़ी के अगले पहिए व बंपर के बीच में फंस गया था। गाड़ी चालक प्रिंस को अपने साथ करीब 87 मीटर तक घसीटते हुए ले गया। उसके बाद गाड़ी में सवार एक व्यक्ति बाहर आया और उसने प्रिंस के सिर को बाहर निकाला। एक किशोर ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की। जिसको गाड़ी में सवार व्यक्ति धक्का दे गए और मौके से फरार हो गए। हमने एंबुलेंस को सूचना दी। इसी दौरान वहां से खाली एंबुलेंस गुजर रही थी। जिससे एंबुलेंस के माध्यम से घायलों को हम वहां से लेकर आए।-जैसा मृतक जस्सू के चाचा रमेश ने बताया।
गमगीन माहौल में गांव में जली एक साथ दो चिताएं

 हांसी-जींद रोड पर शेखपुरा में बुधवार सुबह 5 बजे हुए दर्दनाक हादसे से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। हादसे की सूचना मिलते ही ग्रामीण हादसा स्थल की ओर दौड़ पड़े। सेना में भर्ती होने का सपना लिए गांव के दो किशोरों ने हादसे में दम तोड़ दिया। बुधवार को गमगीन माहौल में दोनों की एक साथ चिताएं जलीं। अंतिम संस्कार के समय सभी की आंखें नम थीं।
हादसे में घायल राहुल ने बताया- कुछ समझ नहीं आया, जब होश आया तो सारे साथी लहूलुहान पड़े थे
हम सभी आर्मी में भर्ती की तैयारी कर रहे हैं। पिछले 4-5 महीने से रोज सुबह रोड के किनारे दौड़ लगाते हैं और एक्सरसाइज करते हैं। बुधवार को सुबह पांच बजे घर से आ रहे थे। मैं, पारस, अभिषेक, अंकित, अंकित पंवार, प्रिंस पंघाल रोड के किनारे आ चुके थे। हमारे दो साथी शुभम व रितिक नहीं आए थे। हम उनका इंतजार कर रहे थे। हम वहां एक फैक्ट्री के बाहर बैठे हुए थे व आपस में बात कर रहे थे। तभी एक तेज स्पीड में गाड़ी आई और हमें टक्कर मार दी। कुछ समझ नहीं आया कि क्या हुआ। मैं बेहोश हो गया था। जब होश में आया तो देखा की सभी साथी लहूलुहान पड़े थे। सभी को चोटें लगी हैं और खून बह रहा है। मेरी बाजू गाड़ी के नीचे आ गई। हथेली टूट गई। गाड़ी वाला वहां पर नहीं था। हमारे जो साथी लेट आए थे, उन्होंने हमें देखा और गांव वालों को बुलाया। अस्पताल में लेकर आए और उपचार के लिए दाखिल करवाया। बाद में पता लगा कि दो साथियों की मौत हो गई है। हम सब आर्मी में भर्ती होना चाहते थे। हमसे छोटी उम्र के भी हैं जो हमारे साथ प्रैक्टिस कर रहे थे। -जैसा घायल राहुल ने बताया।

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