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Saturday, October 10, 2020

बहादुरगढ़:पुलिस के सामने ही कब्जाधारकों ने नप अधिकारी घेर लिए, बाईपास पर नंदीशाला के लिए खाली नहीं हो पाई जमीन

बहादुरगढ़:पुलिस के सामने ही कब्जाधारकों ने नप अधिकारी घेर लिए, बाईपास पर नंदीशाला के लिए खाली नहीं हो पाई जमीन

बहादुरगढ़ : बेसहारा गोवंश के लिए नंदीशाला बनाने व अदालत में चल रहे मामलें में जवाब देने के लिए तत्परता दिखा रही नगर परिषद के प्रयास को शुक्रवार को उस समय झटका लगा जब किसानों ने नप की टीम पर हमला बोलने की तैयारी कर दी, लेकिन वहां मौजूद पुलिस बल ने गंभीरता दिखाने के स्थान पर मूकदर्शक बन कर तमाशा देखा। पुलिस को पत्र मिलने के बाद भी कब्जा खाली करवाने की कार्रवाई में महिला पुलिस की तैनाती नहीं की गई।
इस कारण अपनी व कर्मचारियों की सुरक्षा का हवाला देते हुए नगर परिषद के ईओ अतर सिंह ने कब्जे लेने की कार्रवाई को बीच में ही रुकवा दिया व टीम को वापस लेकर नगर परिषद में पहुंच गए। अब एक बार फिर से किसानों के कागजातों की जांच के बाद भारी पुलिस बल की मांग की जाएगी व अवैध कब्जों को खाली करवाने के लिए पत्र व्यवहार शुरू किया जाएगा। इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि कब्जा खाली करवाने में झगड़े की संभावना बन गई थी व कब्जाधारकों का विरोध बढ़ने लगा था। इस कारण सुरक्षा के लिहाज से केवल दो एकड़ में ही अवैध कब्जे को खाली करवाने के बाद काम को बीच में रोकना पड़ा। इस मामले की जानकारी डीसी को दे दी गई है।

किसानाें के कागजाताें की फिर होगी जांच

विवाद व झगड़े गंभीरता को देखते हुए ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार कनब लाकड़ा की सलाह पर नप ने इस अभियान को रोक दिया। इस मौके पर नगर परिषद द्वारा मांगी गई सुरक्षा में महिला पुलिस की टीम नहीं होने व पुलिस कर्मचारियों की संख्या भी कम होने व पुलिस के एक तरफ खड़े हो जाने पर व दूसरी तरफ किसानों द्वारा अधिकारियों को घेर लेने से विवाद होने की संभावना के चलते दो एकड़ पर कब्जा लेने के बाद आगे की कार्रवाई को रोकना पड़ा। किसानों के कागजों की जांच कर फिर भेजा जाएगा नोटिस।
कब्जा छुड़वाने के बाद 400 गाेवंशाें के लिए बनाई जाएगी नंदीशाला
डीसी के आदेश पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार से बातचीत होने के बाद शुक्रवार को इस जमीन से अवैध कब्जा हटाया जाना था। नप ने पुलिस फोर्स की भी मांग की हुई थी। जमीन से कब्जा छूटने के बाद यहां पर गोशाला निर्माण करके यहां करीब 400 गाेवंशो नंदियो को स्थान दिया जाना था। यहां पर गोशाला बनने के बाद शहर में बेसहारा घूम रहे गोवंश को पकड़कर इसमें रखा जाएगा। इससे बेसहारा गोवंश से होने वाली घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा और शहरवासियों को भी काफी राहत मिलेगी।

गाेवंशाें की चपेट में आने से अभी तक 8 लाेगाें की हाे चुकी माैत

शहर में सड़कों पर आठ लोगों को अपना शिकार बना चुके नंदियों के लिए सेक्टर नौ में छह एकड़ पर अपनी जमीन खाली करवाना काफी मुश्किल है। इसके लिए नप के पास अभी तक कोई मास्टर प्लान नहीं है। वैसे भी शहर में शामलात जमीनों पर आधा शहर बसा हुआ है। सभी शामलात की जमीनों को खाली करवाना नगर परिषद के लिए मुश्किल है। यह तो तब है जब खुद सरकार ने सरकारी जमीनों को खाली करवाने व कब्जा करने वालों के खिलाफ मामले दर्ज करने को कहा है। असल में नगर परिषद के पास शहर में अपनी जमीनों का कोई रिकार्ड़ तक भी नहीं है जिससे यह सिद्ध हो सकता है कि शहर में किस किस ने शामलात जमीन पर कब्जे किए हुए है। इस बार में नप के भवन अधिकारी नीरज ने बताया कि इस बारे में जांच की जा रही है कि कहां कहां पर शामलात जमीन है जो अब नगर परिषद के अधिकार में है।

अदालत ने नप काे जवाब दायर करने के लिए 12 अक्टूबर तक दिया माैका

गौरतलब है कि बेसहारा गोवंश व बंदरों को पकड़ने के लिए दायर किए गए केस की सुनवाई 6 अक्टूबर को हुई थी। अदालत ने नप को जवाब दायर करने के लिए 12 अक्टूबर तक अंतिम मौका दिया है। जल्द से जल्द होनी चाहिए कार्रवाई अदालत में बेसहारा गोवंश व बंदरों को पकड़ने के लिए केस दायर करने वाले सेक्टर-6 निवासी महिपाल गुलिया, जटवाड़ा मुहल्ला के योगेंद्र, वकील विराट बल्हारा ने कहा कि बेसहारा गोवंश के कारण हर दूसरे-तीसरे दिन घटनाएं हो रही हैं। बहादुरगढ़ में आठ लोगो की मौत हो चुकी हैं। शहर में बेसहारा गोवंश की भरमार है। इनमें सांड ज्यादा हैं। इनके कारण सड़कों पर बाधा, दुर्घटनाएं रोजमर्रा की बात है। दूसरी ओर शहर में बंदरों की भरमार है। ये भी लोगों को रोजाना घायल कर रहे हैं। शहर में अनेक लोग बंदरों के काटने या फिर उनके डर के कारण छत से गिरकर जख्मी हो चुके हैं। ऐसे में प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द शहर वासियों को इनसे छुटकारा दिलाया जाए। डीसी ने तहसीलदार कनब लाकड़ा को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है।
सन 2013 में भी अवैध कब्जे खाली करवाए थे : नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी श्री अत्तर सिंह ने बताया कि नगर परिषद की लगभग 6 एकड़ जमीन नये बस स्टैंड बहादुरगढ़ के पास है, जिस पर एक किसान ने कब्जा किया हुआ है। नगर परिषद द्वारा वर्ष 2013 में इस जमीन पर कब्जा लिया था। तब तत्कालीन डीसी अजीत बालाजी जोशी उपायुक्त झज्जर थे। पर बाद में लोगों ने वहां कब्जा कर लिया। जिसे खाली करवाने के लिए शुक्रवार को नगर परिषद की टीम ड्यूटी मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, कनब लाकड़ा के नेतृत्व में उक्त जमीन पर कब्जा लेने के लिए पुलिस के साथ पहुंची। जिसमें नगर परिषद ने लगभग एक एकड़ पर किसान द्वारा उगाई गई फसल को हटाकर कब्जा ले लिया। अन्य जमीन पर कब्जा लेने के दौरान कुछ महिलांए आगे आ गई, चूंकि महिला पुलिसकर्मी साथ नहीं थी जिस वजह से ड्यूटी मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, कनब लाकड़ा ने अन्य जमीन पर कब्जा महिला पुलिसकर्मी साथ नहीं होने के कारण बाद में लेने को कहां। हालांकि नगर परिषद द्वारा पुलिस प्रशासन से महिला पुलिसकर्मी के लिए भी लिखा गया था परंतु आज महिला पुलिसकर्मी उपस्थित नहीं थी। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अत्तर सिंह ने बताया कि नगर परिषद द्वारा जल्द ही इस जमीन पर व अन्य पाना शामलात की सभी जमीनों पर कब्जा लेगी।

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