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Tuesday, October 6, 2020

खुला दरबार:गलत बिल भेज डिफाॅल्टर बना मीटर उतारा, ठीक करा पैसे जमा कराए फिर भी नहीं लगाया मीटर

खुला दरबार:गलत बिल भेज डिफाॅल्टर बना मीटर उतारा, ठीक करा पैसे जमा कराए फिर भी नहीं लगाया मीटर

पानीपत : सेक्टर-6 स्थित 33 केवी सब स्टेशन लघु सचिवालय के सभागार में सोमवार को लगे उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच (सीजीआरएफ) के खुले दरबार में बिजली निगम के कई कारनामे सामने आए। सिटी डिविजन में पड़ने वाले क्षेत्र खैल बाजार में गलत बिल भेजकर पहले तो उसे डिफाॅल्टर बनाया गया। सही ढंग से काम करने का तरीका तो यही था कि पहले इस उपभोक्ता का गलत बिल किया जाता। फिर ठीक बिल जमा करवाया जाता।
अधिकारियों ने बिल्कुल इसके उल्टे काम किया। इस उपभोक्ता का सहयाेग करने की बजाय उल्टा उसके घर से मीटर उतरवा लिया। दरबार में इसी तरह की 25 समस्याएं लेकर उपभोक्ता पहुंच। इनमें से 5 का ही मौके पर निपटारा किया गया। इस अवसर पर एक्सईएन सुरेंद्र शर्मा, एसडीओ सुनील, योगेश, रामेंद्र मलिक, जतिन जांगड़ा व हेड क्लर्क नरेश मुखिजा मौजूद रहे।
सीजीआरएफ चेयरमैन आर के शर्मा ने पहले ही सख्त हिदायत दे दी थी कि सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया गया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दरबार में अभी भी उपभोक्ता गलत बिलों की समस्या सबसे ज्यादा लेकर आ रहे हैं। मीटर बदलने बाद बिल नहीं भेजे जाना गंभीर चिंता का विषय है। उपभोक्ताओं को नए कनेक्शन मिलने में देरी होने का कारण समझ से परे है।

2 सीएफएल, 1 पंखा व 1 कूलर का बिल 7.56 लाख

डेढ़ साल पहले मेरे घर का बिल 7 लाख 56 हजार रुपए भेजा था। मेरे घर में 2 सीएफएल, 1 पंखा व 1 कूलर का बिल 7.56 लाख रुपए भेजकर मुझे डिफाल्टर बना दिया गया। इतना भारी भरकम बिल देखकर मैं हैरान था। नया मीटर लगवाया था। कार्यालय में पता किया तो मीटर कागजों में चढ़ा ही नहीं। बिल ठीक कराया तो पहले 23 हजार रुपए भरवाए अब फिर से 76 हजार रुपए बिल भेज दिया गया। मैं दिहाड़ी करने वाला मजदूर हूं। इतना बिल कैसे भर सकता हूं। आज खुले दरबार में बिल को ठीक करवाने आया हूं। - उपभोक्ता रामअजोर, बतरा कॉलोनी

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