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Tuesday, October 6, 2020

खुदकुशी:आढ़ती मदन जिंदल ने दुकान में फंदा लगा दी जान, सुसाइड नोट में लिखा-डीएम हैफेड जिम्मेदार

खुदकुशी:आढ़ती मदन जिंदल ने दुकान में फंदा लगा दी जान, सुसाइड नोट में लिखा-डीएम हैफेड जिम्मेदार

अम्बाला : आढ़ती मदनलाल जिंदल उर्फ बबली ने सिटी की नई अनाज मंडी में अपनी आढ़त नंबर-65ए में पंखे के कुंडे से फंदा लगाकर जान दे दी। 55 वर्षीय जिंदल ने दो सुसाइड नोट छोड़े हैं। दोनों में लगभग एक जैसी बात लिखी है। इनमें डीएम हैफेड विकास देशवाल को जिम्मेदार ठहराया है। बबली के बेटे शुभम जिंदल की शिकायत पर देशवाल के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है।
चौकी नंबर पांच के प्रभारी सुलतान सिंह के मुताबिक यह सुसाइड नोट मृतक आढ़ती के बेटे शुभम जिंदल ने उन्हें दिया। सुसाइड नोट दुकान की अलमारी में रखा हुआ था। एसएचओ सिटी रामकुमार के मुताबिक सुसाइड नोट व मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। देशवाल के पक्ष जानने के लिए दैनिक भास्कर ने संपर्क करने के कई प्रयास किए। न तो कॉल रिसीव की और न मैसेज का जवाब दिया।
जिंदल मूलरूप से कुरुक्षेत्र के इस्माइलाबाद के रहने वाले थे। करीब 20 साल से अम्बाला में शिफ्ट हो गए थे। उनकी सेक्टर-8 में 725 नंबर कोठी है। मंडी में बेटे के नाम पर शुभम ट्रेडिंग कंपनी है। नोट बंदी के बाद करीब 4 साल पहले उन्होंने बैंक से लोन लेकर सुल्लर रोड पर शुभम राइस मिल शुरू किया था। दूसरा बेटा ऑस्ट्रेलिया में है।
सोमवार को करीब 11 बजे बजे अपनी दुकान पर आए। शटर डाउन कर छत में लगे कुंडे से रस्सी बांधकर फंदा लगा लिया। काफी देर तक शटर नहीं खुला तो मंडी की लेबर व आसपास के आढ़तियों ने जाकर देखा। आढ़ती की मौत की सूचना पाकर लेबर भी रोने लगी।

सुसाइट नोट में लिखा- मेरी इज्जत का सवाल है राइस मिल

मैं मदनलाल जिंदल पुत्र मिश्रीलाल जिंदल आत्महत्या करने जा रहा हूं। जिसका कारण हैफेड डीएम विकास देसवाल हैं। मेरा काम राइस का है। शुभम राइस मिल में 3 सालों से सीएमआर का हैफेड का काम कर रहा हूं। मैंने अपना काम समय पर निपटा दिया है। मैं कभी भी किसी एजेंसी का डिफाल्टर नहीं हुआ।
अब मेरे को डीएम हैफेड जीरी लेने की परमिशन नहीं दे रहा है। मैंने बैंक से लोन लेकर राइस मिल लगवाया है। अगर मिल बंद हो गया तो मैं बैंक की किस्तें कहां से भरूंगा। मैं डीएम हैफेड से तंग आकर आत्महत्या कर रहा हूं। (दूसरे सुसाइड नोट में लगभग यही बातें लिखी हैं। उसमें आखिर में लिखा है-मेरी इज्जत का सवाल है मेरा राइस मिल।

बड़े भाई का आरोप- डीएम 8-10 लाख रिश्वत मांग रहा था

बबली के बड़े भाई सुभाष जिंदल ने आरोप लगाया कि उनका भाई चार साल से राइस मिल चला रहा था। सरकार का कोई बकाया नहीं देना था। हर साल जीरी लेने के लिए डीएम से परमिशन लेनी पड़ती है। उसका भाई आठ-दस दिनों से डीएम के पास जाता था।
दिन में दस-दस चक्कर लगा रहा था, लेकिन डीएम उससे आठ-दस लाख रुपए मांग रहा था। उसने 50 हजार से एक लाख देने की बात कही थी। बबली को लग रहा था कि सेलर शुरू नहीं होने से लोग उसका मजाक उड़ा रहे हैं।

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