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Wednesday, October 14, 2020

वीआईपी कल्चर रिटर्न्स:तीन साल पहले लालबत्ती हटाने का मोदी सरकार ने लिया था फैसला, अब हरियाणा सरकार ने विधायकों की गाड़ी पर लगाने के लिए झंडी लॉन्च कर दी

वीआईपी कल्चर रिटर्न्स:तीन साल पहले लालबत्ती हटाने का मोदी सरकार ने लिया था फैसला, अब हरियाणा सरकार ने विधायकों की गाड़ी पर लगाने के लिए झंडी लॉन्च कर दी

चंडीगढ़ :  पीएम मोदी ने भले वीआईपी कल्चर रोकने का प्रयास किया। मई 2017 से नेताओं की गाड़ियों से लालबत्ती व झंडियां हटवा दीं। लेकिन अब उन्हीं की पार्टी की हरियाणा सरकार ने इसका तोड़ निकाला है। मंगलवार को सीएम मनोहर लाल, स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता, उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा, संसदीय कार्यमंत्री कंवरपाल गुर्जर ने विधायकों की गाड़ियों पर लगाने के लिए विधानसभा के लोगो की मैरून रंग की झंडी लाॅन्च कर दी। झंडी जल्द सभी विधायकों को दी जाएंगी।
इसे लेकर विधायक भी खुश हैं, क्योंकि झंडी से अब विधायकों की गाड़ी दूर से ही पहचानी जाएगी। न कोई टोल पर रोकेगा, न पुलिस हाथ देगी। स्पीकर से लेकर विधायक तक झंडी को वीआईपी कल्चर नहीं मानते हैं। उनका कहना है कि यह विधायक की पहचान के लिए है। इसे लेकर परिवहन, गृह विभाग व सीएम से भी अनुमति ली गई है। कानूनी विशेषज्ञों से सलाह ली गई। उधर, सीएम ने मंगलवार को विधानसभा परिसर में भगवान श्रीकृष्ण के रथ व भगवद् गीता के चित्र का अनावरण किया।

विधायकों ने पहचान के लिए रखी थी मांग

गाड़ियों पर झंडी की मांग विधायकों ने ही विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के सामने रखी थी। ज्यादातर ने यही कहा था कि उनकी कोई पहचान होनी चाहिए। क्योंकि टोल बूथों पर उन्हें रोक लिया जाता है। जब एमएलए का कार्ड दिखाते हैं, तो उसे मान्य तक नहीं करते। रास्ते में कहीं भी पुलिस कर्मचारी रोक लेते हैं। इससे उन्हें दिक्कत होती है। इसके बाद स्पीकर ने इस पर सलाह करके आखिरी फैसला लिया।

मौजूदा विधायक ही कर सकेंगे इसका इस्तेमाल: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा विधायक ही इस झंडी का इस्तेमाल अपने उन वाहनों पर कर सकेंगे, जो उनके नाम पर पंजीकृत हैं। यदि मौजूदा विधायक के पास अपने नाम से पंजीकृत कोई वाहन नहीं है, तो झंडी का इस्तेमाल निजी या किराए के वाहनों पर किया जा सकता है। झंडी के इस्तेमाल के लिए परिवहन आयुक्त की ओर से पत्र जारी किया जाएगा। यह पत्र हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने या मौजूदा विधायक के विधानसभा का सदस्य रहने तक वैध रहेगा।
पक्ष-विपक्ष सब खुश, लेकिन गाड़ी में विधायक नहीं होंगे तो झंडी कवर रहेगी

गाड़ी में यदि विधायक नहीं हैं और कोई दूसरा व्यक्ति गाड़ी लेकर जाता है तो उसे झंडी को कवर करना होगा।

झंडी के गलत इस्तेमाल और ऐसी दूसरी नकली झंडी बनाने पर संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।

भाजपा विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि झंडी लगने से समय की बचत होगी।

जजपा विधायक देवेंद्र बबली बोले कि बिना पहचान के लिए कई बार विधायक के प्रॉटोकाॅल में दिक्कत आती है।

कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल का कहना है कि भाजपा सरकार को अब समझ आया है कि पहले झंडी लगाने वाले गलत नहीं थे।

सीधी बात (ज्ञानचंद गुप्ता, स्पीकर) अफसर झंडी लगा रहे, विधायक उनसे ऊपर
Q. विधायकों की गाड़ियों पर झंडी की जरूरत क्यों हुई।
A. अनेक विधायकों ने पहचान के लिए झंडी की बात रखी थी। उनका कहना था कि पहचान के बिना काफी दिक्कतें आती हैं।
Q. क्या झंडी से वीआईपी कल्चर को बढ़ावा नहीं मिलेगा।
A. ऐसा नहीं है। जो चुना हुआ व्यक्ति है, उसकी पोजिशन की पहचान होनी चाहिए। प्रोटोकॉल में विधायक सीएस से भी ऊपर है। जबकि सीएस से लेकर एसीएस और डीसी तक झंडी लगा रहे हैं।

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