मनुष्य जन्म सद कर्मो का फल होता है: स्वामी आर्यवेश
जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) जनहित विकास परिषद हरियाणा द्वारा अंतरराष्ट्रीय समाज सेवा दिवस को पर्यावरण मित्र एवं वृद्ध सम्मान समारोह के रूप में मनाया गया। जिसकी अध्यक्षता स्वामी आर्यवेश जी ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा की मनुष्य जन्म सद कर्मो का फल होता है। मानव जाति मे जन्म लेकर सदा अच्छे कार्य करने चाहिए। ताकि ये जीवन सफल हो सके। हमे अपने बुजर्गो की सेवा करनी चाहिए उनके विचारों को अमल करना चाहिए यही सच्ची सेवा है। संस्था के संयोजक केवल सिंह जुलानी ने बताया की इस तरह के कार्यक्रम में पर्यावरण मित्रों एवं बुजुर्गो का विशेष सम्मान किया गया है ताकि समाज मे जागरूकता आए। कार्यक्रम में सहदेव समर्पित सूर्यदेव आर्य, वीरेंद्र आर्य, धर्मराज जागलान व वीरेन्द्र कौशिक ने भी अपने विचार व्यक्त किए इस अवसर पर बडे बुजुर्गों व जरूरतमंदो को सम्मान स्वरूप कंबल भेंट किए गए दस उन लोगों को भी सम्मानित किया जिन्होंने त्रिवेणी लगाई है । इस अवसर पर सत्यवान सांगवान, जयवीर झांज कला, हरपाल मोर, वीरेंद्र कौशिक, मगल सिंह गिल, देवेंद्र आर्य, रविन्द्र कुमार आदि का विशेष सहयोग रहा।
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