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Tuesday, January 26, 2021

जींद के इस फौजी का नाम सुनते ही कांपते हैं आतंकी, अब तक 58 को किया ढेर, अब मिला सम्मान

जींद के इस फौजी का नाम सुनते ही कांपते हैं आतंकी, अब तक 58 को किया ढेर, अब मिला सम्मान

जींद : देश के भीतर आप इसलिए सुरक्षित हैं क्योंकि बॉर्डर पर हमारी रक्षा का जिम्मा हमारे बहादुर सैनिक संभाले हुए हैं । आतंकियों को नापाक मनसूबों पर पानी फेरने का काम हमारे सैनिक करते हैं। इन्हीं में से एक हैं हरियाणा के जींद जिले के सोनू अहलवात जिनका नाम सुनते ही आतंकियों के हाथ पैर फूलने लगते हैं । जम्मू-कश्मीर में भारत-पाक बॉर्डर पर हमेशा ही हालात तनावपूर्ण रहते हैं और वहीं हैं तैनात सोनू सूद जिन्होंने अभी तक दुश्मन का मुकाबला करते हुए 58 आतंकियों को ढेर कर दिया है । जिसके चलते ही अब उन्हें राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुरुस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

*2012 में सीआरपीएफ में हुए भर्ती*


सोनू अहलवात 2012 में सीआरपीएफ में शामिल हुए थे और अब उनकी तैनाती श्रीनगर में हैं। जहां अक्सर ही आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ चलती रहती है। लेकिन बेखौफ हमारे सैनिक दुश्मन पर निगाह रखते हुए उन्हें वहीं ढेर कर देते हैं |

*दो बार हुए गंभीर रूप से घायल*


दुश्मन का मुकाबला करते हुए सोनू अहलवात कई बार गंभीर रूप से चोटिल भी हो गए हैं । देश की रक्षा के खातिर इनका हौसला कभी कम होता दिखाई नहीं देता । 5 फीट 11 इंच के इस जवान को देखते ही दुश्मन के पसीने छूट जाते हैं ।  अपनी ड्यूटी के दौरान वो 22 ऑपरेशनों का हिस्सा रहे हैं ।  जहां उन्होंने आतंकियों को धूल चटाई है । अपनी और देश की रक्षा करने के लिए वो अपने साथ AK-47 राइफल रखते हैं।


 ग्रेनेड का छर्रा हुआ गाल के आर-पार
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आंतकियों को काबू करने के लिए तीन साल पहले 25 जनवरी को रात दस बजे श्रीनगर में पंथा चौक के पास खूनमू में SOP ग्रुप के साथ आतंकियों का सर्च ऑपरेशन चला था । इस ऑपरेशन को सुबह 26 जनवरी की सुबह 3 बजे लॉन्च किया गया था जहां एक मकान में छुपे आंतकियों को बाहर निकालने के लिए आंसू गैस के गोले फेंके गए थे लेकिन आंतकियों पर इसका असर जब बेसअर होता दिखाई दिया तो घर के अंदर दाखिल होना पड़ा जहां बाथरूम में छिपे आंतकियों ने उनकी टीम पर ग्रेनेड से हमला कर दिया था| अपनी टीम के साथ वो सबसे आगे थे । इस दौरान ग्रेनेड का छर्रा मुंह पर गाल के आर-पार हो गया था और एक छर्रा घुटने के ऊपर घुस गया था। जो कि अभी तक शरीर में ही हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान 4 जवान घायल भी हुए थे।

*ऑपरेशन में आंतकियों को मारना ही है प्राथमिकता*


सोनू ने अपनी बहादुरी के किस्से सुनाते हुए जानकारी दी कि बॉर्डर पर ऑपरेशन चलते रहते हैं और आतंकियों को मारना ही उनकी प्राथमिकता रहती है उन्होंने बताया कि 19 मई को नवाकदल में एक घर में आतंकी घुस गए जिन्हें मारने के लिए ऑपेरशन चलाया गया जहां आतंकियों ने फायरिंग की औऱ ग्रेनेड फेंके | यहां भी ग्रेनेड के छर्रे उनके पेट,हाथ और पैर में घुस गए थे | वे भी अभी तक शरीर में ही हैं | जींद के इस सैनिक की बहादुरी के चर्चे हर तरफ हैं और अब इसी बहादुरी के चलते ही इन्हें देश के राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित करने का फैसला लिया गया है |

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