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Wednesday, February 17, 2021

किसान आंदोलन : हरियाणा की रोडवेज बसों को बार्डर खुलने का इंतजार

किसान आंदोलन : हरियाणा की रोडवेज बसों को बार्डर खुलने का इंतजार


 बहादुरगढ़ : किसान आंदोलन के चलते दिल्ली पुलिस द्वारा बार्डरों को सील किया गया है। बार्डर बंद होने के कारण न तो डीटीसी की बसें बहादुरगढ़ आ पा रही हैं और न ही यहां से रोडवेज की बसें दिल्ली जा पा रहीं। इस कारण परिवहन निगम को नुकसान तो हो ही रहा है, यात्रियों को भी परेशानी हो रही है।
दरअसल, कृषि कानूनों के खिलाफ गत 27 नवंबर से किसान यहां टीकरी बार्डर पर पड़ाव डाले हुए हैं। तब से ही टीकरी बार्डर को दिल्ली पुलिस द्वारा सील किया गया है। हालांकि किसान सिर्फ टीकरी बार्डर पर ही बैठे थे लेकिन दिल्ली पुलिस ने झाड़ोदा बार्डर को भी एहतियात के तौर पर बंद कर दिया था। इसके बाद बीच-बीच में बार्डर खोला गया तो वाहन चालकों को राहत मिली। बहादुरगढ़ डिपो से रोडवेज की बसें भी दिल्ली जाने लगी। गत 26 जनवरी के बाद फिर से झाड़ोदा बार्डर को बंद कर दिया गया। पक्की दीवारें और कई-कई बेरिकेड्स लगाकर इस बार्डर को सील किया गया है। इस तरह से दोनों मुख्य बार्डर बंद पड़े हैं, जिस कारण रोडवेज की बसें दिल्ली नहीं जा पा रही। न केवल बहादुरगढ़ सब डिपो बल्कि रोहतक, जिसार, जींद, सिरसा व अन्य जिलों से बहादुरगढ़ के रास्ते जाने वाली बसें दिल्ली नहीं पहुंच पा रहीं। ये बहादुरगढ़ से ही वापस लौट जाती हैं।

अगर बहादुरगढ़ की बात करें तो यहां के हजारों लोग कामकाज के सिलसिले में दिल्ली जाते हैं। चूंकि रेल चालू नहीं है और बार्डर बंद होने के कारण बसें जा नहीं रही तो, इन्हें मेट्रो की तरफ रुख करना पड़ रहा है। उन लोगों की परेशानी अधिक बढ़ गई है, जो स्मार्ट कार्ड या नेट बैंकिंग का इस्तेमाल नहीं करते। ये तो ऑटो व सवारियां ढोने वाले अन्य वाहनों पर निर्भर हो गए हैं। इन वाहनों में यात्रियों को ठूंस-ठूंस कर ले जाया जाता है।
शहर के निवासी विजेंद्र, राकेश व अनिल ने कहा कि किसान टीकरी बार्डर पर बैठे हैं। इसलिए दिल्ली पुलिस को कम से कम झाड़ोदा बार्डर तो खोलना चाहिए, ताकि लोगों को परेशानी न हो। उधर, बहादुरगढ़ सब डिपो के डीआई सतबीर सिंह ने बताया कि बार्डर बंद होने के कारण दिल्ली बसें नहीं जा पा रहीं। बार्डर खुलेंगे तो सेवा चालू कर दी जाएगी।

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