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Wednesday, May 10, 2023

May 10, 2023

*रेवाड़ी में पुलिस और किसानों में टकराव:सरसों की खरीद को लेकर मंडी के गेट पर जड़ा ताला; खुलवाने पहुंची पुलिस से तू-तू मैं-मैं*

*रेवाड़ी में पुलिस और किसानों में टकराव:सरसों की खरीद को लेकर मंडी के गेट पर जड़ा ताला; खुलवाने पहुंची पुलिस से तू-तू मैं-मैं*
हरियाणा के रेवाड़ी में बची हुई सरसों की खरीद शुरू कराने की मांग को लेकर बुधवार को भारतीय किसान यूनियन (BKU) चढ़ूनी गुट की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके दौरान किसानों ने नई अनाज मंडी के गेट पर ताला भी लगा दिया। इससे पहले पुलिस के साथ किसानों की धक्का-मुक्की और तू-तू मैं-मैं भी हुई। हालांकि कुछ देर बाद पुलिस ने गेट को खुलवा दिया।
प्रदर्शनकारियों से बात करते एसडीएम व डीएसपी। 
प्रदर्शनकारियों से बात करते एसडीएम व डीएसपी।
बची हुई फसल की खरीद शुरु कराने की मांग
BKU चढ़ूनी गुट के जिला अध्यक्ष समय सिंह ने कहा कि बहुत से ऐसे किसान बचे हुए हैं, जिनकी सरसों नहीं खरीदी गई। इसको लेकर उनकी तरफ से लगातार शासन और प्रशासन से मांग की जा रही है। इसी के तहत पहले से तय कार्यक्रम के तहत बुधवार को किसान संगठन के लोग एकत्रित हुए और फिर नई अनाज मंडी के गेट पर ताला लगाने पहुंच गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
बाद में अनाज मंडी के गेट पर ताला लगा दिया। जिसके बाद पुलिस के साथ उनकी धक्का-मुक्की हुई। सूचना के बाद एसडीएम होशियार सिंह व डीएसपी अमित भाटिया मौके पर पहुंचे। किसान संगठन की तरफ से डीसी के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा गया। जिसमें मांग की गई कि 7 दिन के अंदर बचे हुए किसानों की सरसों की सरकारी खरीद शुरू कराई जाए, वरना इससे भी बड़ा आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।
एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए। 
एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए।
पुलिस के साथ धक्का-मुक्की
समय सिंह ने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है, लेकिन हर बार सरकारें किसानों को परेशान करने से नहीं चूकती। उन्होंने मांग की कि किसानों की व्यथा को सरकार समझने का प्रयास करें। क्योंकि एक-दो नहीं, बल्कि बड़ी संख्या में किसानों की सरसों की फसल बची हुई है, जिसकी सरकारी खरीद होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास शांतिपूर्ण आंदोलन का रहा है और आगे भी शांतिपूर्ण तरीके से किसानों की आवाज उठाते रहेंगे। इससे पहले मंडी के गेट पर ताला लगाते वक्त प्रदर्शनकारियों की पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की हुई। बाद में पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद लगाया गया ताला खोल दिया गया।

Monday, May 8, 2023

May 08, 2023

*जंतर-मंतर पर किसानों ने तोड़े बैरिकेड:पहलवानों के समर्थन में पहुंचे; DCP बोले- जत्था जल्दबाजी में था, 20 मई तक सरकार को अल्टीमेटम*

*जंतर-मंतर पर किसानों ने तोड़े बैरिकेड:पहलवानों के समर्थन में पहुंचे; DCP बोले- जत्था जल्दबाजी में था, 20 मई तक सरकार को अल्टीमेटम*
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली में पहलवानों के धरने का आज 16वां दिन है। आज किसानों का बड़ा जत्था जंतर-मंतर पर पहलवानों का समर्थन करने पहुंचा। यहां धरना स्थल से कुछ दूरी पहले ही पुलिस ने हैवी बैरिकेडिंग की हुई है, जिसे तोड़ते हुए किसान आगे की और बढ़े व खिलाड़ियों से मुलाकात की।
सोशल मीडिया पर पुलिस और किसानों के बीच तनातनी की खबरें चलने लगीं। जिसके बाद दिल्ली पुलिस के DCP ने ट्वीट किया।
उन्होंने कहा कि किसानों के एक ग्रुप को जंतर-मंतर ले जाया गया। वह धरना स्थल पर पहुंचने की जल्दी में थे, उनमें से कुछ बैरिकेड्स पर चढ़ गए। इससे बैरिकेड नीचे गिर गए और फिर किसानों ने उन्हें हटा दिया गया।
*जंतर-मंतर पर बैरिकेड हटाने की फोटो:-*

पहलवानों के समर्थन में आए किसान जंतर-मंतर पर लगे बैरिकेड को हटाते हुए
पहलवानों के समर्थन में आए किसान जंतर-मंतर पर लगे बैरिकेड को हटाते हुए।
जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरना स्थल के नजदीक लगे पुलिस के बैरिकेड्स के ऊपर से होकर किसान आगे बढ़े। 
जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरना स्थल के नजदीक लगे पुलिस के बैरिकेड्स के ऊपर से होकर किसान आगे बढ़े।
दिल्ली पुलिस ने धरना स्थल की फोटो शेयर करते हुए कहा कि किसानों और पहलवानों की मीटिंग शांतिपूर्वक चल रही है। ये फोटो CCTV से ली गई। 
दिल्ली पुलिस ने धरना स्थल की फोटो शेयर करते हुए कहा कि किसानों और पहलवानों की मीटिंग शांतिपूर्वक चल रही है। ये फोटो CCTV से ली गई।
सरकार को 20 मई तक का अल्टीमेटम
गौरतलब है कि रविवार को जंतर-मंतर पर हुई हरियाणा, पश्चिमी UP और राजस्थान के खाप नेताओं की महापंचायत में रेसलर्स के धरने का समर्थन किया गया था। इस महापंचायत में पंजाब के किसान संगठन भी शामिल हुए। खाप महापंचायत में बृजभूषण सिंह पर कार्रवाई के लिए सरकार को 20 मई तक का अल्टीमेटम दिया गया। ऐसा न होने पर 21 मई को दोबारा महापंचायत बुलाकर बड़ा फैसला लिया जाएगा।
महापंचायत के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया था कि इस आंदोलन को खिलाड़ियों की कमेटी ही चलाएगी, लेकिन हर खाप रोजाना अपने 11-11 सदस्य रेसलर्स के समर्थन में जंतर-मंतर पर भेजेगी। यह लोग सुबह से शाम तक खिलाड़ियों के साथ रहेंगे।
समर्थनमेंआएतीनोंसचिवोंपरएक्शन
इस बीच, हरियाणा एमेच्योर कुश्ती संघ (HWA) ने राज्य में झज्जर, नूंह और हिसार की जिला कुश्ती इकाई के सेक्रेटरी को सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई फेडरेशन की गाइडलाइन के उल्लंघन और रेसलर्स के समर्थन में जंतर-मंतर पर जाने की वजह से की गई। इसके साथ हिसार में मिर्चपुर की भगत सिंह कुश्ती एकेडमी को भी निलंबित कर दिया है।
HWA के प्रदेशाध्यक्ष रोहतास नांदल और महासचिव राकेश WFI अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के गुट से ही ताल्लुक रखते हैं।
पहलवानों को 4 महिला संगठनों का समर्थन
पहलवानों को 4 महिला संगठनों अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ (AIDWA), भारतीय महिला राष्ट्रीय संघ (NFIW), अखिल भारतीय महिला सांस्कृतिक संगठन (AIMSS) और अखिल भारतीय अग्रगामी महिला संगठन (AIMS) ने भी समर्थन दिया है।
दिल्ली पुलिस से झड़प हो चुकी
रेसलर्स के धरने को लेकर दिल्ली पुलिस की उनसे झड़प हो चुकी है। कुछ दिन पहले बारिश के बाद रेसलर जंतर-मंतर पर सोने के लिए चारपाइयां ला रहे थे। दिल्ली पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया जिसके बाद उनमें झड़प हुई। रेसलर्स ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस के कुछ कर्मचारी नशे में थे।
23 अप्रैल से धरने पर पहलवान
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान 23 अप्रैल से धरने पर बैठे हैं। पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पहलवानों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर दो FIR दर्ज कर ली हैं।

Sunday, May 7, 2023

May 07, 2023

राकेश टिकैत ने सरकार को दिया अल्टीमेटम, कहा 21 मई तक नहीं मानी तो...

राकेश टिकैत ने सरकार को दिया अल्टीमेटम, कहा 21 मई तक नहीं मानी तो...
नई दिल्ली : भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना प्रदर्शन जारी है। पहलवानों का साथ दे रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने अब सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है। प्रेस को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा कि आज की पंचायत में फैसला लिया गया है कि हमारी खाप के लोग रोज यहां आएंगे। अगर 15 दिन में सरकार नहीं मानी तो 21 मई को फिर मीटिंग किया जाएगा। उस मीटिंग में तय किया जाएगा कि क्या रणनीति होगी।
*बृजभूषण शरण सिंह को किया जाए गिरफ्तार*

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि हम उनके आंदोलन को मजबूत करेंगे। उन्होंने मांग की कि बृजभूषण का इस्तीफा लेकर उन्हें जेल में बंद किया जाए ताकि हमारी लड़कियों पर जिसने हाथ डाला है उसे अदालत द्वारा सजा दिलाई जा सके। उन्होंने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि 21 मई की डेडलाइन हम सरकार को दे रहे हैं। अगर इस बीच कार्रवाई नहीं हुई तो हम बड़ा फैसला लेंगे। 
*5 हजार किसान आएंगे जंतर-मंतर*

टिकैत ने कहा कि 21 मई तक हमारे खाप के लोग दिन के वक्त आएंगे और दिनभर पहलवानों के साथ रहने के बाद रात के वक्त चले जाएंगे। जिन्हें रात में रुकना है वो रुक भी सकते हैं। कमेटी द्वारा तय आंदोलन को चलाया जाएगा। हम बाहर से सपोर्ट करेंगे। 21 तारीख तक अगर सरकार बात करके समाधान नहीं निकालती है तो इसके बाद की रणनीति तय की जाएगी। हमारे बच्चे हमारे देश की धरोहर हैं। हम हर संभव मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि हम पूरे देश में आंदोलन करने के लिए तैयार हैं। 21 मई को 5 हजार किसान जंतर मंतर कूच करेंगे।

Saturday, May 6, 2023

May 06, 2023

जींद में ढ़ैंचे के सरकारी बीज की ब्लैक मार्केटिंग:किसानों ने सफीदों में कट्‌टों से भरी ई-रिक्शा पकड़ी; SDM ने जांच कमेटी बनाई

जींद में ढ़ैंचे के सरकारी बीज की ब्लैक मार्केटिंग:किसानों ने सफीदों में कट्‌टों से भरी ई-रिक्शा पकड़ी; SDM ने जांच कमेटी बनाई
जींद : जींद के सफीदों में हाट रोड स्थित सरकारी बीज की दुकान से सब्सिडी पर ढैंचे का बीच लेकर बाहर प्राइवेट दुकानों पर कई गुणा महंगे दामों पर बेचने का पर्दाफाश हुआ है। किसानों ने मकान में स्टॉक किए गए ढैंचे के बीच और बीज के कट्‌टों से भरी रिक्शा को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। एसडीएम तक मामले को पहुंचाया गया। एसडीएम ने मामले की जांच के लिए 3 अधिकारियों की टीम का गठन किया है।
जानकारी के मुताबिक सफीदों में हाट रोड स्थित सरकारी बीज बिक्री केंद्र से किसानों को कम और किसानों के नाम पर प्राइवेट लोगों को ज्यादा ढ़ैंचा बीज मिल रहा था। इससे किसानों में रोष था। शुक्रवार दोपहर बाद ढैंचे के बीच से भरी ई-रिक्शा वहां से भरकर निकली तो किसान उनके पीछे लग लिए। रिक्शा नगर के रेलवे रोड के ऊपर स्थित कालोनी में एक मकान के बाहर रुकी। रिक्शा में से बीज उतारने की तैयार हुई, तभी किसानों ने रेड कर दी।
*ढैंचे के बीच के कट्‌टों से भरी ई रिक्शा*

किसानों को देखकर मकान में रह रहे लोग मकान को ताला लगाकर फरार हो गए। किसानों ने मकान के अंदर झांक कर देखा तो पाया कि मकान के मुख्य गेट की लॉबी में भारी मात्रा में ढैंचे के बीज का स्टाक पड़ा हुआ था। किसानों ने मामले की सूचना डायल 112 पर पुलिस को दी। किसानों के साथ डायल 112 पुलिस ढैंचे के सरकारी बीज से भरी रिक्शा को पकड़कर सिटी थाना ले गए।
सिटी थाना में ठोस कार्रवाई ना होते देख कुरड़ गांव के किसान जरनैल सिंह, भंभेवा गांव के किसान बिजेंद्र आदि एसडीएम सत्यवान सिंह मान से मिले और इस मामले में ठोस कार्रवाई व उच्च स्तरीय जांच की मांग की। इस मामले में एसडीएम सत्यवान सिंह मान का कहना है कि अवैध रूप से बीज बिक्री शिकायत किसानों द्वारा उन्हें मिली थी। शिकायत के आधार पर 3 अधिकारियों की टीम का गठन कर दिया गया है। दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

Thursday, May 4, 2023

May 04, 2023

जींद में पहलवानों के समर्थन में खटकड़ टोल फ्री:किसानों की नारेबाजी; बोले- बेटियों पर हाथ उठाया- ज्यादती पर जान दे देंगे

जींद में पहलवानों के समर्थन में खटकड़ टोल फ्री:किसानों की नारेबाजी; बोले- बेटियों पर हाथ उठाया- ज्यादती पर जान दे देंगे
जींद :दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों और पुलिस में हुए विवाद की आंच हरियाणा के जींद में पहुंच गई है। पहलवानों के पक्ष में किसान जींद-पटियाला हाइवे पर खटकड़ टोल पर जमा हो गए हैं। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक सांकेतिक तौर पर वाहनों के लिए टोल को फ्री कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस और भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की जा रही है।
जींद में खापें, किसान और ग्रामीण पलवानों के पक्ष में एकजुट होकर गुरुवार को रोड पर उतर आए। खटकड़ टोल प्लाजा पर किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर बरसोला ने कहा कि दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक खटकड़ टोल सांकेतिक रूप से वाहनों के लिए फ्री कर दिया गया है। इसके बाद भी कोई फैसला नहीं हुआ तो फिर पूरे प्रदेश के टोल परमानेंट फ्री करवा दिए जाएंगे।
*सतबीर बरसोला व अन्य दिल्ली की घटना पर रोष जताते हुए।*

सतबीर बरसोला ने कहा कि नेशनल और इंटरनेशनल खिलाड़ियों पर लाठीचार्ज और दुर्व्यवहार से बेटियों को शर्मशार होना पड़ रहा है। बेटियों पर ही हाथ उठने लगे तो खापों और उनका जीने का कोई फायदा नहीं है। किसान आंदोलन चला, उसमें वह सब्र कर गए, लेकिन बेटियों पर अटैक हुआ है, यह सरासर गलत है। बेटियां सभी की बराबर होती हैं। इन बेटियों ने इंटरनेशनल स्तर पर तिरंगा फहराया, देश के लिए मेडल लेकर आई हैं।
किसान नेताओं ने कहा कि रोड पर बैठने के बाद भी इनके बाल खींचे गए, बिजली-पानी बंद कर दिया गया। इससे किसानों और खापों में रोष है। रात की घटना के बाद सुबह ही किसान खटकड़ टोल पर एकत्रित हो गए। दो घंटे सांकेतिक रूप से टोल फ्री किया गया है। इसके बाद और बड़ा फैसला लिया जाएगा।

Thursday, September 1, 2022

September 01, 2022

जींद में 5वें दिन किसानों-प्रशासन में सहमति:बद्दोवाल टोल से उठाएंगे किसान का शव; DC का आश्वासन- परिवार को नौकरी, केस वापस होगा

जींद में 5वें दिन किसानों-प्रशासन में सहमति:बद्दोवाल टोल से उठाएंगे किसान का शव; DC का आश्वासन- परिवार को नौकरी, केस वापस होगा

जींद : हरियाणा के जींद के गांव बडनपुर में पंचायती जमीन से कब्जा हटवाने की कार्रवाई के दौरान किसान इंद्र सिंह की मौत के बाद पांचवें दिन प्रशासन तथा धरना कमेटी के बीच वार्ता सफल रही और परिजन तथा किसान शव को बद्दोवाल टोल से उठाने को राजी हो गए। गुरुवार को डीसी डा. मनोज कुमार ने धरना कमेटी से बातचीत की और उनकी समस्याओं तथा मांगों को सुना। जिस पर किसान बद्दोवाल टोल से शव उठाने को राजी हो गए।
*ये थी किसानों की मांग*

गौरतलब है कि गांव बडनपुर निवासी किसान इंद्र सिंह द्वारा पांच दिन पहले कब्जा कार्रवाई के दौरान जहरीला पदार्थ निगल लिया गया था। जिसकी बाद में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। परिजन मृतक के शव को लेकर बद्दोवाल टोल पर बैठ गए थे और बीडीपीओ, ग्राम सचिव, बोली देने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई, 50 लाख रुपए मुआवजा, सदस्य को सरकारी नौकरी, जमीन की मालकीयत दिए जाने की मांग करने लगे थे।
तब से लेकर लगातार प्रशासनिक अधिकारियों व धरना कमेटी के बीच लगातार बातचीत हो रही थी और हर बार बेनतीजा रह रही थी। जिस पर परिजनों ने वीरवार को बद्दोवाल व खटकड़ टोल को फ्री करवाने का ऐलान किया था।

कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश कंडेला ने बताया कि बुधवार को अधिकारियों के साथ काफी देर तक बैठक हुई लेकिन मांगों को लेकर बात सिरे नहीं चढ़ पाई थी। जिस पर वीरवार से बद्दोवाल व खटकड़ टोल को फ्री करवाने का निर्णय लिया गया था।
*मांगों पर ये बनी सहमति*

गुरुवार को डीसी डा. मनोज कुमार अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पहुंचे और बातचीत की। जिसमें सहमति बनी की मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता का मुआवजा दिया जाएगा व 2 नौकरी डीसी रेट पर योग्यता के हिसाब से दी जाएंगी। मामले की गंभीरता से जांच करवाई जाएगी ओर जो भी दोषी पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आता तब तक 8 एकड़ पंचायती जमीन बडनपुर पर कब्जा मृतक के परिवार का रहेगा और जो कब्जा कार्यवाही के दौरान बीडीपीओ की शिकायत पर मृतक परिवार के लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था वह वापस लिया जाएगा।

Sunday, August 21, 2022

August 21, 2022

लंपी की चपेट में अंबाला के 434 गांव:कैंट एरिया में सबसे अधिक 1057 और बराड़ा में 1008 पशु संक्रमित; विभाग को वैक्सीन का इंतजार

लंपी की चपेट में अंबाला के 434 गांव:कैंट एरिया में सबसे अधिक 1057 और बराड़ा में 1008 पशु संक्रमित; विभाग को वैक्सीन का इंतजार

अंबाला : हरियाणा के अंबाला जिले के 434 गांव लंपी वायरस की चपेट में आ चुके हैं। सबसे ज्यादा अंबाला कैंट और बराड़ा एरिया में हालात बिगड़ रहे हैं। इन दोनों ब्लॉक में दूसरों के मुकाबले सबसे ज्यादा पशु लंपी वायरस की चपेट में आए हैं।
इसका कारण जिला यमुनानगर में बेकाबू हुआ लंपी वायरस बताया जा रहा है। आंकड़ों की बात करें तो कैंट में 1057 तथा बराड़ा एरिया में 1008 पशु संक्रमित मिले हैं। पशुपालन विभाग ने शनिवार को 5 हजार पशुओं को सुरक्षा कवच पहनाया है।
*जानिए किस एरिया में क्या स्थिति*

पशुपालन विभाग ने जिले में अभी तक 3656 पशुओं को लंपी वायरस की पुष्टि की है, इनमें से 1456 रिकवर हो चुके हैं। विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अंबाला सिटी के 119 गांव लंपी वायरस की चपेट में आ चुके हैं। यहां अभी तक 521 पशु लंपी संक्रमित मिले और 320 रिकवर हुए। अंबाला कैंट के 103 गांव में 1057 पशु संक्रमित मिले।
हालांकि इनमें से 308 रिकवर हो चुके हैं। बराड़ा के 93 गांव में 1008 केस सामने आए हैं, इनमें से 390 रिकवर हुए। नारायाणगढ़ के 127 गांव से 561 पशु संक्रमित मिले और 210 रिकवर हुए हैं। नारायाणगढ़ एरिया में एक गाय की लंपी वायरस से मौत हुई है, लेकिन विभाग ने पुष्टि नहीं की है।
*विभाग को 20 हजार डोज का इंतजार*

बढ़ते संक्रमण के बीच पशुपालन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की छुटि्टयां रद्द कर दी हैं। 32 वेटरनरी सर्जन व 60 VLD फिल्ड में उतरे हुए हैं। शनिवार को जिलेभर में 5 हजार पशुओं को वैक्सीनेट किया गया है, लेकिन विभाग ने 20 हजार डोज की डिमांड की है।
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. प्रेम सिंह ने बताया कि लंपी वायरस को कंट्रोल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। जैसे-जैसे वैक्सीन उपलब्ध होगी पशुओं को सुरक्षा कवच पहनाया जा रहा है। बताया कि लंपी वायरस ज्यादा जानलेवा नहीं है। पशु तेजी से रिकवर हो रहे हैं।

Saturday, July 9, 2022

July 09, 2022

पाकिस्तान के कारण हरियाणा में नहीं हो रही बारिश, जानें असली वजह

पाकिस्तान के कारण हरियाणा में नहीं हो रही बारिश, जानें असली वजह

हिसार : मौसम विभाग की तमाम पूर्वानुमान रिपोर्ट में लगातार कहा जा रहा था कि हरियाणा में 5 से 8 जुलाई के बीच जबरदस्त बारिश होगी। बकायदा कई जिलों में तो भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया था। लेकिन प्रदेश के भीतर बीते 3-4 दिन से मौसम शुष्क बना हुआ है और बारिश न होने की वजह से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा में बारिश न होने के पीछे पाकिस्तान का कनेक्शन सामने आया है।
मौसम विभाग का कहना है कि पाकिस्तान के उत्तर में कम दबाव का क्षेत्र बनने से हरियाणा में बारिश नहीं हो पा रही है। 6 से 8 जुलाई के बीच हरियाणा में जमकर बारिश होने वाली थी लेकिन मौसम सिस्टम के बदलने से उत्तरी हरियाणा के तरफ मानसूनी हवाओं का मूवमेंट हो गया और पाकिस्तान में बारिश हुई। अरब सागर से मानसून की हवाएं ठीक चल रही है लेकिन पाकिस्तान के उत्तर में कम दबाव का क्षेत्र इन हवाओं को प्रभावित कर रहा है। मानसून की राह बदलने से हरियाणा के बजाय पाकिस्तान में बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों का भी कहना है कि हरियाणा के हिस्से की बाऱिश पाकिस्तान में हो रही है।
*6-8 जुलाई को हरियाणा में होनी थी बारिश*

चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम विज्ञान विभाग की ओर जारी मौसम रिपोर्ट के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी की तरफ से नमी वाली हवाओं के उत्तराखंड की तरफ से आने से हरियाणा के उत्तर क्षेत्र के जिलों यमुनानगर , अंबाला, पंचकुला/चण्डीगढ़, कुरूक्षेत्र, करनाल जिलों में 6 जुलाई से 8 जुलाई के दौरान कहीं कहीं हल्की से मध्यम तथा कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश हुई परंतु राज्य के अन्य क्षेत्रों दक्षिण व पश्चिमी क्षेत्र के जिलों में इस दौरान दिए गए मौसम पूर्वानुमान अनुसार बारिश नहीं हुई जिसका मुख्य कारण पाकिस्तान के उत्तर में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने से अरब सागर से आने वाली नमी वाली हवाएं गुजरात, राजस्थान से होते हुए पाकिस्तान की और बढ़ गई जिससे पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिम क्षेत्रों में बारिश हुई तथा हरियाणा के दक्षिण व पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश नहीं हुई।

Friday, July 8, 2022

July 08, 2022

MSP पर कमेटी न बनाकर सरकार ने किसानों के साथ किया विश्वासघात - दीपेंद्र हुड्डा

MSP पर कमेटी न बनाकर सरकार ने किसानों के साथ किया विश्वासघात - दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़ :  सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि MSP पर कमेटी न बनाकर सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात किया है। भाजपा सरकार का ध्येय चंद बड़े औद्योगिक घरानों का पोषण और किसान-मजदूर का शोषण बन गया है। उन्होंने 50 साल बाद देश में आये अनाज संकट के लिये भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि आज देश में एमएसपी व्यवस्था और पीडीएस प्रणाली में जो चुनौतीपूर्ण स्थितियां बनी हैं वो भाजपा सरकार के इसी ध्येय का नतीजा है। BJP सरकार की नीतियों से राष्ट्र-सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा, किसान की आय सुरक्षा खतरे में दिख रही है। इस सरकार ने अग्निपथ योजना लाकर राष्ट्र-सुरक्षा से, निजी निर्यातकों को गेहूं निर्यात की छूट दे खाद्य सुरक्षा से और MSP में छेड़छाड़ कर किसान की आय सुरक्षा से भी खिलवाड़ किया है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार ने किसान आंदोलन और देश के किसान के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने और एमएसपी कमेटी गठित करने, संयुक्त किसान मोर्चा से समझौते के मामले में तो सरकार ने धोखा दिया ही, किसान से विश्वासघात में जो थोड़ी बहुत कसर बाकी रह गयी थी वो नीति आयोग के सदस्य द्वारा दिये बयान ने पूरी कर दी। इस बयान ने किसान की पीठ पर पड़े घाव पर नमक फेंकने का काम किया है। देश का किसान सरकार के इस विश्वासघात से कराह रहा है। दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार से मांग करी कि किसान आंदोलन के दौरान किसानों के साथ हुए समझौते के मुताबिक तुरंत एमएसपी कमेटी का गठन हो और सरकार मौजूदा अनाज संकट के संबंध में खरीद, पीडीएस, गेंहू निर्यात पर श्वेत-पत्र जारी कर बताए कि किस-किस को मुनाफा पहुंचा। 10 मिलियन टन से ज्यादा गेहूं देश के बाहर क्यों गया? जब तक ये नहीं होगा हम किसानों के साथ हैं। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 18 जुलाई से 31 जुलाई तक पूरे देश में विश्वासघात सेमिनार किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी का पूर्ण नैतिक समर्थन विश्वासघात सेमिनार के साथ ही किसान और किसान आंदोलन को रहेगा। 
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने नीति आयोग के सदस्य द्वारा एमएसपी की कानूनी गारंटी देने पर बाजार बर्बाद होने से संबंधित बयान की निंदा करते हुए कहा कि इस बयान से स्पष्ट है कि सरकार एमएसपी व्यवस्था से पीछे हटने और निजी खरीद की तरफ आगे बढ़ने की ओर कदम बढ़ा रही है। जिससे देश के किसान और देश के गरीब आदमी का भविष्य निजी हाथों में चला जाये। किसान, किसानी और कृषि क्षेत्र को लेकर सरकार की क्या नीतियां आने जा रही हैं इसकी एक झलक नीति आयोग के बयान से ही स्पष्ट हो जाती है। सरकार उसी रास्ते पर चलना चाहती है जिस रास्ते से एमएसपी प्रणाली को तहस-नहस करने के लिये सरकार तीन कृषि कानून लेकर आयी थी। 

उन्होंने कहा कि आज देश में गेहूं के लाले पड़ गये हैं और सरकार को पीडीएस में दिये जाने वाले अनाज के लिये अपना अनुपात प्रतिशत बदलना पड़ रहा है। इस साल 10 प्रदेशों के गेहूं आवंटन में भारी कटौती की गयी है। सरकार कह रही है कि सेंट्रल पूल में गेहूं का स्टॉक 2008 के स्तर से भी नीचे चला गया है। यानी गेहूं का स्टॉक 15 साल में सबसे कम है लेकिन आबादी के अनुपात में देखें तो ये 50 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है। पिछले साल 43.34 मिलियन टन गेहूं खरीद हुई थी। इस साल गेहूं खरीद के सरकारी लक्ष्य 50 मिलियन टन के मुकाबले सिर्फ 18.73 मिलियन टन हुई, जो 56 प्रतिशत कम है। यही कारण है कि प्रदेशों को गेहूं नहीं दिया जा रहा है। बल्कि सरकार पीडीएस के लिये अपना अनुपात प्रतिशत बदलकर गेंहू की बजाय चावल देने की बात कह रही है और गेहूं आवंटन न करने के पीछे पर्याप्त खरीद न होना बताकर इसका दोष मौसम पर थोप रही है। जबकि इसका मुख्य कारण सरकार की निर्यात नीति है। सरकार ने कुछ बड़े औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिये किसान और गरीब आदमी को सरकार ने चोट पहुंचायी है। 
इस संबंध में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गेहूं की कीमत करीब 3500 रुपये प्रति कुंतल तक पहुंच गयी, जबकि देश में एमएसपी करीब 2000 प्रति कुंतल तक ही थी। इसका फायदा ट्रेडर्स ने उठाया और किसान से लेकर गेहूं स्टॉक किया और 10 मिलियन टन से ज्यादा गेहूं विदेशों में निर्यात कर दिया। सरकार बताए ट्रेडर्स को गेहूं का निर्यात क्यों करने दिया? इसका फायदा किसकी जेब में गया? दीपेंद्र हुड्डा ने यह भी कहा कि वो लगातार मांग करते रहे कि सरकार किसानों को गेहूं पर बोनस दे ताकि किसानों की जेब में पैसा जाए। लेकिन सरकार ने कोई बोनस नहीं दिया। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि सरकार किसानों को बोनस देकर खरीद करती और पर्याप्त स्टॉक सेंट्रल पूल में पहुंचाती तो गरीब को भी अनाज मिलता और किसानों को भी कुछ लाभ होता। लेकिन सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गेहूं के बढ़े भाव से मुनाफाखोरी करने के लिये एक्सपोर्टर्स को निर्यात की खुली छूट दे दी।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के साथ समझौते की बात हो या 2022 में किसान की आमदनी दोगुनी होने की बात हो। सरकार उन सारे वायदों को न सिर्फ भूल गयी है बल्कि ऐसा लगता है कि इन सारे वायदों को सरकार ने उन्हीं जुमलों की लिस्ट में डाल दिया है जिसमें हर साल 2 करोड़ रोजगार और विदेशों से काला धन लाकर लोगों के खाते में 15-15 लाख देने का जुमला था। सांसद दीपेंद्र ने भाजपा को 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के वादे की याद दिलाते हुए कहा कि 6 महीने पहले तक भाजपा किसान की आमदनी दोगुनी करने की बात उठाती रही, लेकिन 2022 शुरु हुए 6 महीने बीत गये और सातवां महीना चल रहा है। भाजपा के नेताओं ने दोगुनी आमदनी की बात करना ही छोड़ दिया। सरकार बताए कि किसान के लिये 2022 कब आयेगा ? उन्होंने आगे कहा 2016 से 2022 में किसान की आमदनी तो दोगुनी हुई नहीं, खर्चा जरूर दोगुना हो गया। डीजल, खाद के भाव करीब दोगुने हो गये। सरकार किसान के खर्चे आधे करे तभी तो उसकी आमदनी दोगुनी होगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार के समय धान 5000-6000 रुपया कुंतल बिका, उसका दोगुना 10000-12000 रुपया होता है; गेहूं 1600 रुपये कुंतल बिका, जिसका दोगुना 3200 रुपये कुंतल होता है; हमने जब सरकार छोड़ी तब गन्ना 311 रुपया कुंतल था, इसका दोगुना 622 रुपया कुंतल होता है। किसानों को दोगुना भाव मिलेगा तभी उनकी आमदनी दोगुनी होगी।

Tuesday, June 28, 2022

June 28, 2022

राकेश टिकैत ने युवक की आत्महत्या को अग्निपथ योजना से जोड़ा, यूजर्स बोले- अब आप ही हमारे तारनतार...

राकेश टिकैत ने युवक की आत्महत्या को अग्निपथ योजना से जोड़ा, यूजर्स बोले- अब आप ही हमारे तारनतार...

नई दिल्ली : भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने फतेहपुर (Fatehpur) में एक युवक की आत्महत्या (Suicide) को अग्निपथ योजना से जोड़ दिया है। राकेश टिकैत ने इस आत्महत्या के पीछे की वजह को मोदी सरकार (Modi Government) की संवादहीनता को जिम्मेदार ठहराया है। खास बात है कि फतेहपुर पुलिस (Fatehpur Police) ने भी राकेश टिकैत की ट्वीट पर रिप्लाई किया है और स्थिति स्पष्ट की है कि इस आत्महत्या का तालुक्क अग्निपथ योजना से नहीं है। यही नहीं, यूजर्स भी लगातार रिप्लाई कर राकेश टिकैत पर निशाना साध रहे हैं।  मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट में लिखा, 'सरकार की योजनाओं को लागू करने से पहले संवादहीनता की वजह से किसान आंदोलन में 750 किसानों ने अपनी जान गवाई और अब अग्निपथ योजना का संवाद ना होने की वजह से पहले रोहतक में सचिन और अब फतेहपुर में विकास ने अपनी जान दे दी। ये बेहद दुःखद खबर है।' पुलिस ने किया रिप्लाई फतेहपुर पुलिस ने इस घटना के बाद पक्ष सामने रखा था। इसके बावजूद राकेश टिकैत ने इस आत्महत्या को सीधे अग्निपथ योजना से जोड़ दिया। राकेश टिकैत का ट्वीट वायरल हुआ तो फतेहपुर पुलिस ने रिप्लाई करते हुए दोबार से स्पष्ट किया गया कि इस युवक की आत्महत्या का अग्निपथ योजना से कोई संबंध नहीं है। फतेहपुर पुलिस ने थाना कल्यानपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम हरदौलपुर में घटित घटना के सम्बंध में क्षेत्राधिकारी बिंदकी द्वारा दी गई बाइट को भी शेयर किया है। थाना कल्यानपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम हरदौलपुर में घटित घटना के सम्बंध में क्षेत्राधिकारी बिंदकी द्वारा दी गयी बाइट।#UPPolice pic.twitter.com/vktRMR0y1o — FATEHPUR POLICE (@fatehpurpolice) June 25, 2022 यूजर्स भी भड़के ट्विटर यूजर्स को जब इस आत्महत्या की सच्चाई पता चली तो उन्होंने राकेश टिकैत पर निशाने साधने शुरू कर दिए। आलोक नामक यूजर ने लिखा, 'किसानों को उनके घर वालों ने जिन्दा भेजा था, आपके बुलावे पे। उनकी मौत के जिम्मेदार आप है। अब उनके घर के भरण पोषण की जिम्मेदारी आपकी है। भागिये मत जवाबदेही से। नेतागीरी सिर्फ उकसाने का नाम नही, जवाबदेही भी होनी चाहिये।' गौरव सिंह ने लिखा, 'अब तो आप ही हम सबका तारनहार बन सकते हो।' सरकार पर भी साधा निशाना बता दें कि ज्यादातर यूजर्स ऐसे भी हैं, जो सरकार पर भी प्रहार कर रहे हैं। इन यूजर्स का कहना है कि चाहे अग्निपथ योजना को लेकर आत्महत्या नहीं की, लेकिन आत्महत्या के पीछे की वजह तो नौकरी न मिलना ही था। राकेश धानीवाला ने लिखा, 'समय बदला है, सरकारें बदली हैं, नियम भी बदले हैं, तो लोगों को भी बदलने की जरूरत है ! आत्म हत्या किसी भी समस्या का अंतिम समाधान नहीं है। युवाओं को समझना होगा!!' इसी प्रकार अन्य यूजर्स ने भी लिखा कि युवाओं के लिए सबसे बड़ी परेशानी बेरोजगारी होती है। सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए।
June 28, 2022

मूसेवाला के गीत के बाद अब किसानों पर एक्शन:किसान आंदोलन के दौरान बने किसान एकता मोर्चा और ट्रैक्टर टु ट्विटर अकाउंट भारत में बैन

मूसेवाला के गीत के बाद अब किसानों पर एक्शन:किसान आंदोलन के दौरान बने किसान एकता मोर्चा और ट्रैक्टर टु ट्विटर अकाउंट भारत में बैन

चंडीगढ़ : पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के SYL गीत के बाद किसान आंदोलन के वक्त बने ट्विटर अकाउंट पर एक्शन हुआ है। भारतीय कानूनों के तहत किसान एकता मोर्चा और ट्रैक्टर टु ट्विटर अकाउंट को बैन कर दिया गया है। यह दोनों कानून केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानूनों के विरोध में बने थे। जिसके जरिए आंदोलन की अगुआई करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा की बात डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रखी जाती थी।

*किसान एकता मोर्चा का ट्विटर*

 अकाउंट भारत में बैन किया गया।
किसान एकता मोर्चा का ट्विटर अकाउंट भारत में बैन किया गया।
किसान एकता मोर्चा के 5 लाख फॉलोअर
किसान एकता मोर्चा के ट्विटर अकाउंट पर करीब 5 लाख फॉलोअर थे। वहीं ट्रैक्टर टु ट्विटर के 55 हजार फॉलोअर थे। इन दोनों अकाउंट के जरिए किसान आंदोलन के वक्त किसानों को बदनाम करने वालों को खूब जवाब दिया गया। इसके अलावा किसानों को जागरूक भी किया जाता रहा। ट्रैक्टर टु ट्विटर के जरिए आंदोलन के वक्त हर रोज हैशटेग दिए जाते थे। जिसके जरिए डिजिटल भी कृषि कानूनों के विरोध को ट्रेंड कराया जाता था। हालांकि, यह अकाउंट विदेशों में चलते रहेंगे।

ट्रैक्टर टू ट्विटर अकाउंट भारत में बैन करने और उसके ट्विटर की तरफ से बताए कारण।
Action on farmers after Moosewala's song: Kisan Ekta Morcha and Tractor to Twitter account created during farmers' agitation Haryana Bulletin News
*कांग्रेस ने उठाए सवाल*

जालंधर से कांग्रेस विधायक पूर्व मंत्री परगट सिंह ने इस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि किसानों की आवाज उठाने वाला ट्विटर अकाउंट केंद्र सरकार के कहने पर ट्विटर इंडिया ने बंद कर दिया। यह बहुत शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि यह बोलने की आजादी के खिलाफ है।

*मूसेवाला के गीत पर इसलिए लगा बैन*

पंजाबी सिंगर मूसेवाला के गीत को यूट्यूब पर भारत में बैन लगा दिया गया। मूसेवाला ने हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ को मिलाकर संयुक्त पंजाब की बात की थी। इसके अलावा सतलुज-यमुना लिंक नहर का पानी न देने, बंदी सिखों को रिहा करने के साथ SYL का काम करने वाले अफसरों को कत्ल करने वाले बलविंदर जटाणा को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया था।

Saturday, June 25, 2022

June 25, 2022

30 जून तक बैंक खाते को आधार से लिंक व ई-केवाईसी करवाएं किसान, तभी मिलेगी सम्मान निधि की किस्त

30 जून तक बैंक खाते को आधार से लिंक व ई-केवाईसी करवाएं किसान, तभी मिलेगी सम्मान निधि की किस्त

नूंह : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग नूंह के किसान सम्मान निधि योजना के जिला नोडल अधिकारी डॉ. अजय तोमर ने आग्रह करते हुए किसानों से कहा है कि अपने बैंक खाते को आधार से जल्द से जल्द लिंक करवा ले या बैक में जाकर ई-केवाईसी करवा ले , जिस कारण प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 11वी किस्त डली जा सके। उन्होंने बताया कि इसके लिए सरकार द्वारा 30 जून तक का समय दिया गया है। इसलिए ऐसे किसानों को तुरंत बैंक में जाकर अपना खाता आधार नंबर से लिंक करवाने के साथ-साथ ई-केवाईसी भी करवानी चाहिए ताकि उनको किसान सम्मान निधि की किस्त मिलने में कोई परेशानी न हो। डॉ. तोमर ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत दो हजार रुपये की पेंशन राशि हर चार माह के अंतराल पर दी जाती है। अभी भारत सरकार की ओर से 11वीं किस्त 31 मई को जारी की है। परंतु विभाग के संज्ञान में आया है कि ऐसे अनेक किसान जिन्होंने इस योजना के तहत अपना पंजीकरण करवाया हुआ है, उन्होंने अपना बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक नहीं करवाया हुआ है या उनके संयुक्त खाता है। जबकि ऐसे अनेक किसान जिनका बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है अथवा द्वारा ईकेवाईसी नहीं करवाई गई है, वे किस्त न मिलने के कारण कृषि विभाग के कार्यालयों के चक्कर काटते रहते है और बेवजह परेशान रहते हैं। इसलिए ऐसे किसानों को कार्यालय के चक्कर काटने की बजाय वे अपने जितने भी बैंक खाते हो सभी में जाकर आपनी किस्त चैक करवाएं एवं उक्त कार्य करवाएं ताकि किस्त की राशि खाता में आने में कोई दिक्कत न हो। आधार से लिंक न होने वाले खातों में यह राशि आने से रूक सकती है। इसलिए किसानों को तुरंत इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
June 25, 2022

Haryana Weather Update : हरियाणा में गर्मी फिर रिर्टन, पांच दिन बाद झमाझम बारिश के साथ होगी मानसून की एंट्री

Haryana Weather Update : हरियाणा में गर्मी फिर रिर्टन, पांच दिन बाद झमाझम बारिश के साथ होगी मानसून की एंट्री 

Haryana Weather Update : मैदानी राज्यों राजस्थान ,हरियाणा, एनसीआर दिल्ली में अभी मरूस्थलीय गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाएं चल रही हैं, जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में तापमान में बढ़ोतरी और उमस और पसीने वाली गर्मी अपने तीखे तेवरों से आगाज किये हुए है साथ ही जिसकी वजह से वर्तमान समय में मानसून भी आगे नहीं बढ़ पा रहा है। लेकिन आने वाले पांच छः दिनों में सम्पूर्ण इलाके में एक बार फिर से हवाओं का रूख बदल जाएगा और पूर्वी हवाएं चलेंगी और मानसून की गतिविधियों को रफ्तार मिलेगी। मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि आने वाले पांच छः दिनों तक जिला महेंद्रगढ़ में मौसम शुष्क रहने वाला है और तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। उसके बाद हरियाणा एनसीआर दिल्ली में झमाझम बारिश के साथ मानसून की एंट्री होगी। वर्तमान परिदृश्य में अभी पश्चिमी शुष्क हवाओं का प्रभुत्व स्थापित हो गया है जिसकी वजह हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अभी मानसून को आगे बढ़ने के लिए अनुकूल नहीं है। जब तक हरियाणा एनसीआर दिल्ली में पश्चिमी हवाओं का जोर रहेगा तब तक मानसून आगे नहीं बढ़ सकता है। 28 जून के बाद हरियाणा एनसीआर दिल्ली में पूर्वी हवाओं का रूख पूर्वी नमी वाली पवनों का हों जाएगा और जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में मानसून आगे बढ़ सकेगा और 1 जुलाई तक हरियाणा एनसीआर दिल्ली का सम्पूर्ण इलाका मानसून की बारिश से सराबोर हो जाएगा। क्योंकि हवाओं की परिस्थितियां और दिशा भी मानसून की सक्रियता के लिए महत्वपूर्ण कारक होता है। गत वर्ष 2021 में भी पश्चिमी हवाओं की वजह से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मानसून 13 जुलाई को रिकॉर्ड देरी से पहुंचा था। हरियाणा एनसीआर दिल्ली और विशेषकर जिला महेंद्रगढ़ में जैसे ही हवाएं के रूख में बदलाव होगा उसके साथ ही मानसून झूमकर आगे बढ़ेगा । लेकिन अभी एक सप्ताह का इंतजार करना होगा । इस दौरान अधिकतर हरियाणा एनसीआर के हिस्से में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हो सकती है।प्रदेशभर से प्री-मानसून की बारिश गायब होते ही तापमान में उछाल आया है।

Saturday, May 14, 2022

May 14, 2022

टोल प्लाजा फ्री करवा फिर धरने पर बैठे किसान, विरोध देखकर खिसके कर्मचारी, जानें पूरा मामला

टोल प्लाजा फ्री करवा फिर धरने पर बैठे किसान, विरोध देखकर खिसके कर्मचारी, जानें पूरा मामला 

जींद : संयुक्त किसान मोर्चा खटकड़ टोल प्लाजा कमेटी के प्रवक्ता के साथ लुदाना टोल कर्मियों ने मारपीट की। घटना से खफा किसानों ने विरोधस्वरूप टोल प्लाजा फ्री करवा दिया और धरना शुरु कर दिया। घायल प्रवक्ता को सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। खटकड़ टोल प्लाजा के प्रवक्ता सुशील नरवाल शुक्रवार दोपहर बाद कार्यवश गोहाना की तरफ जा रहे थे। लुदाना टोल प्लाजा कर्मियों ने उन्हें टोल देने के लिए कहा। सुशील ने अपना परिचय देते हुए संगठन से संबंधित पहचान पत्र भी दिखाया। टोल प्लाजा कर्मियों ने उनके पहचान पत्र को मानने से मना कर दिया और गाली गलौच तथा हाथापाई पर उतर आए। टोल प्लाजा कर्मियों ने सुशील के साथ मारपीट की और खिंचकर केबिन के अंदर ले गए। जहां पर उसके साथ फिर से मारपीट की गई।  किसी तरह टोल कर्मियों के चंगुल से निकलकर सुशील अपने साथियों से संपर्क साधने में कामयाब हो गया। घटना की सूचना मिलते ही खटकड़ टोल प्लाजा कमेटी के सदस्य तथा अन्य कार्यकर्ता लुदाना टोल प्लाजा पर पहुंच गए। किसानों को एकजुट होता देख टोल कर्मी वहां से खिसक गए। किसानों ने विरोध जताते हुए टोल प्लाजा को फ्री करवा दिया और धरना शुरु कर दिया। किसानों का कहना था कि टोल कर्मियों की गुंडागर्दी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। घायल सुशील को सामान्य अस्पताल लाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया। खटकड़ टोल प्लाजा कमेटी ने मामले की शिकायत पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस से की है। खटकड़ टोल प्लाजा कमेटी के अध्यक्ष सतबीर पहलवान ने कहा कि टोल कर्मियों की यह सरासर गुंडागर्दी हे। उन्होंने सीसीटीवी फूटेज को देखा है जिसमे छह सात टोल कर्मी मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल मामले की शिकायत पुलिस को की जा रही है। असंध में शनिवार को होने वाली बैठक में कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा। पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी हरिओम ने बताया कि फ्री गुजरने को लेकर टोल प्लाजा कर्मियों से विवाद हुआ है। जिस पर किसान लामबद्ध हो गए, किसानों से बातचीत जारी है। शिकायत मिलते ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
May 14, 2022

16 मई से यहां बदल सकता है मौमस, IMD ने दिए राहत के संकेत

16 मई से यहां बदल सकता है मौमस, IMD ने दिए राहत के संकेत

नारनौल : भारत के उत्तरी मैदानी राज्यों राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में भीषण गर्मी अपने चरम शबाब पर है और नौतपा से 12 दिन पहले ही सम्पूर्ण इलाका तापमान में बढ़ोतरी से तप रहा है। नौतपा 25 मई से 3 जून तक रहता है क्योंकि 25 मई से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में गोचर करेगा तब नौतपा शुरू हो जाएगा। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से नौतपा साल के वह 9 दिन होते हैं जब सूर्य पृथ्वी के सबसे नजदीक रहता है जिस कारण से इन 9 दिनों में भीषण और प्रचण्ड गर्मी पड़ती है। कहा जाता है कि धरती जितनी ज्यादा गर्म होती है उतनी ज्यादा बारिश होती है इसके पीछे वैज्ञानिक तथ्य है कि ज्यादा तापमान बढ़ने से स्थल का वायु दबाव कम हो जाता है और सागर पर कम तापमान की वजह से सागर पर अधिक वायु दबाव हो जाता है और फैरल का नियम है पवनें हमेशा उच्च वायुदाब से निम्न वायु दबाव की और चलतीं है और इस नौतपा की वजह से सागरीय पवनों ग्रीष्म ऋतु में सागर से स्थल की ओर चलती हैं और शीत ऋतु में इससे विपरीत होता है यानी पवनें स्थल से सागर की ओर चलती हैं इन्हीं पवनों को मानसून पवनें कहा जाता है।  राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि भीषण और प्रचण्ड रिकॉर्ड तोड गर्मी का इस साल का चौथा दौर जारी है। इसके साथ राजस्थान, हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली में तापमान जबरदस्त तरीके से छलांग लगा रहा है। शुक्रवार को राजस्थान में तापमान 48. 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि हरियाणा में 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया हैं। आने वाले तीन दिनों में भीषण आग उगलती और उमस भरी पसीने वाली गर्मी रिकॉर्ड बनाएगी और पूराने रिकॉर्ड तोड़ेगी और तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी। वर्तमान में सम्पूर्ण इलाके पर बलुचिस्तान और थार मरुस्थल की गर्म और शुष्क हवाओं का का प्रभाव जारी है। साथ ही आज से एक अन्य मौसम प्रणाली बन गई है क्योंकि पश्चिमी राजस्थान व आसपास के क्षेत्रों के ऊपरी वायुमंडलीय स्तरों में कल रात से ही प्रति चक्रवातीय सरकुलेशन तंत्र के निर्माण से तथा वायुमंडल के निचले स्तरों में बलुचिस्तान और थार मरुस्थल की गर्म व शुष्क पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से राज्य में तीव्र हीट वेव की परिस्थिति बनी हुई है। जिसकी वजह से वर्तमान में चल रहे तीव्र हीटवेव का दौर अभी भी अगले 48 घंटों तक जारी रहेगा। भारतीय मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके पर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया हुआ है।  तत्पश्चात तापमान में हल्की गिरावट होने की सम्भावना है। क्योंकि एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बनने जा रहा है जिसकी वजह से प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन कमजोर पड़ने और पवनों की दिशा दक्षिणी पूर्वी नमी वाली हों जाएगी जिसकी वजह से दिनांक 16 मई से अधिकतर स्थानों के तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। अधिकतम तापमान 40.0 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज होंगे तथा हीट वेव के दौर से 16 मई की रात से आफ़त वाली प्रचण्ड गर्मी से राहत मिलने की प्रबल संभावना है। हरियाणा के पश्चिमी दक्षिणी और दक्षिणी पूर्वी जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार भिवानी महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, रेवाड़ी, फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल, सोहना तावडू, सोनीपत, पानीपत, एनसीआर दिल्ली में भीषण गर्मी और हीट वेव लू चलने की संभावनाएं बन रही है। शेष हरियाणा में भी अब पूर्वी नमी वाली पवनों का प्रभाव हट गया है जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में भीषण गर्मी और प्रचण्ड हीट बेव अपना जलवा दिखा रही है। 14,15-16 मई के दौरान तेज धूलभरी हवाएं ( 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा ) चलने की संभावना है। सिमित स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी की गतिविधियां देखने को मिलेगी। शुक्रवार को हरियाणा के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 40.0 से 48.8 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। हरियाणा एनसीआर में सिरसा का अधिकतम तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो असामान्य स्थिति में पहुंच गया है। जबकि न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री से 30.5 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। आने वाले दो तीन दिनों तक हरियाणा एनसीआर व दिल्ली में इसी प्रकार की मौसम स्थितियां रहने वाली है। 16 मई से सम्पूर्ण हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में मौसम गतिशील और परिवर्तनशील रहने की संभावनाएं हैं जिसकी वजह से तापमान में हल्की गिरावट देखी जाएगी और भीषण गर्मी और प्रचण्ड हीट बेव लू से आंशिक राहत मिलने की संभावनाएं हैं।