Breaking

Saturday, March 6, 2021

इस्तीफा देकर सभी बहरूपियों को बेनकाब कर दिया: अभय सिंह चौटाला

इस्तीफा देकर सभी बहरूपियों को बेनकाब कर दिया: अभय सिंह चौटाला

हिसार / नारनौंद : नारनौंद के गांव राखी में बारह खाप के निर्माणाधीन चबूतरे पर बारह खाप द्वारा किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया गया। वहाँ मौजूद किसान नेताओं ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी अभय चौटाला ने विधायक पद से इस्तीफा देकर ताऊ देवीलाल की बलिदानी परंपरा को आगे बढ़ाया है ।
महापंचायत में आए किसानों को सम्बोधित करते हुए इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा सरकार ने इस कोरोना काल में एक राजनीतिक कमेटी बनाई थी जिसका सदस्य उन्हें भी बनाया गया था और उन्होंने सरकार को सुझाव दिया था कि हरियाणा के किसान की फसल का एक-एक दाना बिना किसान को परेशान किए खरीदा जाए लेकिन हरियाणा सरकार ने कोरोना की आड़ में 9 बड़े घोटाले किए और केंद्र सरकार ने 3 काले कृषि कानून बनाए। 26 जनवरी 2021 को किसान अपने ट्रैक्टरों पर सवार होकर 3 कृषि कानूनों को वापिस कराने के लिए गए थे लेकिन केंद्र सरकार ने उसको भी बदनाम करने का काम किया।
इनेलो नेता ने कहा कि 1965 से पहले मंडी व्यवस्था नहीं थी। लाल बहादुर शास्त्री जी ने मण्डी व्यवस्था और एमएसपी लागू करवाकर किसानों को राहत दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले वायदे किए थे की प्रधानमंत्री बनते ही पहली कलम से किसानों के ऋण माफ किए जाएंगे, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करेंगे, कृषि लागत से 1.5 गुणा मूल्य दिया जाएगा लेकिन प्रधानमंत्री बनते ही अपने किए वायदों से मुकर गए और किसानों को मारने के लिए 3 काले कृषि कानून लागू कर दिए । हरियाणा विधानसभा में जब 3 कृषि कानून लागू करने के लिए लाए गए तो कांग्रेस पार्टी के विधायक इसका विरोध करने की बजाय विधानसभा से वॉकआउट कर गए । मैंने उसी दिन यह फैसला कर लिया था कि मैं ऐसी विधानसभा का हिस्सा नहीं रहूंगा जहां किसानों का अपमान किया गया हो। कुछ लोग कटाक्ष कर रहे थे की उंगली कटाकर शहीद होने का ड्रामा कर रहे हैं लेकिन मैंने इस्तीफा देकर सभी बहरूपियों को बेनकाब कर दिया है।
इनेलो नेता ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा की इस आंदोलन को मजबूती देने के लिए यदि एक घर से 2 लोगों को जाना पड़े तो हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए। किसान किसी के साथ कभी छेडख़ानी नहीं करता लेकिन सरकार ने किसानों के साथ छेडख़ानी की है। मैं भगवान से आशा करता हूं कि सरकार को सद्बुद्धि दे जिससे सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर किसानों को राहत दे। उन्होंने कहा की जो 25 लाख रुपए बारह खाप चबूतरे के निर्माण के लिए देने की पहले घोषणा की थी, वे एक महीने के अंदर अंदर मिल जायेंगे। स्थानीय पत्रकारों ने प्रश्न करते हुए पूछा की दिल्ली के बॉर्डरों पर कुछ लोग किसानों के आंदोलन से परेशान हैं और कृषि कानूनों को सही बता रहे हैं के जवाब में कहा की वो आरएसएस के लोग हैं ।
इस महापंचायत में मुख्य रूप से रवि आजाद युवा प्रदेश अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन, कुमारी पूनम पंडित, कुमारी राकेश श्योराण (गायक कलाकार लोहारू से),  श्री राज सिंह मोर, श्री रणबीर लोहान प्रदेश प्रवक्ता इनेलो, अजय हुड्डा, विकास सीसर, सुरेश कोथ, मंजीत करोड़ा, सतबीर सिसाय, राजीव राजा हसनगढ़, रामफल जांगड़ा प्रधान बारह खाप, मास्टर राजकुमार राखी, रमेश श्योराण जिला पार्षद सहित हजारों किसान नेता व पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।

No comments:

Post a Comment