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Tuesday, April 27, 2021

सीएम आगमन से दाे घंटे पहले काेविड मरीजाें काे भर्ती करने की दी सूचना, रात तक गंभीर मरीजों की एंट्री नहीं

सीएम आगमन से दाे घंटे पहले काेविड मरीजाें काे भर्ती करने की दी सूचना, रात तक गंभीर मरीजों की एंट्री नहीं

रोहतक : जिले में एक दिन पहले पीजीआईएमएस में गंभीर मरीजों के एडमिशन रोक देने के बाद हरकत में आए सीएम मनोहर लाल सोमवार को व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए रोहतक  पीजीआईएमएस प्रवक्ता ने 12 बजकर 33 मिनट पर संदेश जारी किया कि अब पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में एक बार फिर से नए कोविड-19 के मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया गया है।

कोविड-19 के मरीजों व संदिग्धों को ट्रामा सेंटर के भर्ती किया जा रहा है। इसके बाद जब सीएम को भी यही सूचना दी गई कि मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया गया है, लेकिन शाम को एमएस ने बताया कि पीजीआईएमएस में अभी गंभीर मरीजों के लिए बेड उपलब्ध नहीं है।

यही बात हुई है कि अलग से ऑक्सीजन का कोटा मिलेगा, तभी बेड बढ़ा सकेंगे। फिलहाल जो बेड स्ट्रेंथ 350 की है, उसे ही जारी रखेंगे। नए बेड की व्यवस्था तभी शुरू करेंगे, जब ऑक्सीजन का पूरा प्रबंध हो जाएगा। हर एक-आध केस में एमरजेंसी लगती है तो उसे ले लेते हैं।
बुलेटिन में 6 मौत, संस्कार हुए 35 के सोमवार को जिले के कोरोना बुलेटिन के मुताबिक 6 लोगों की मौत दर्शाई गई है। जबकि श्मशान घाट में 35 लोगों के शवों को संस्कार किया गया है।

वहीं इस बारे में जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पूछा गया कि पीजीआईएमएस में रोजाना करीब 24 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो रही है और पीजीआईएमएस प्रशासन किसी प्रकार के आंकड़े जारी नहीं कर रहा है।
इसी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार का यह संकट आया है, वह आंकड़ों के साथ खेलने का नहीं है। इस समय संक्रमित मरीजों को कैसे राहत पहुंचाई जाए, यह प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जिसकी मौत हो गई है, हमारे शोर मचाने से वापस नहीं आने वाला नहीं है। हमारा यह फिलहाल हर संभव प्रयत्न है कि बाकी का जीवन कैसे बचाया जाए। इस महामारी का किसी को पता नहीं था। ऐसे में बचाव के लिए सबका सहयोग चाहिए।

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निजी अस्पतालों की मॉनिटरिंग कर रहे

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हम प्रदेश स्तर पर निजी अस्पतालों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं ताकि निजी अस्पताल उनकी क्षमता से अधिक पेशेंट भर्ती ना कर सकें और लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन सप्लाई बनी रहे, इसकी कोशिश जारी है।

ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है वह सभी अपने घर में आइसोलेशन में रहे और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उन्हें एक स्वास्थ्य किट दी जा रही है, ताकि वे सभी घर पर अपना सही तरीके से ख्याल रख सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रदेश के लोगों के साथ पूरा प्रशासन और प्रदेश की जनता स्वयं भी मिलकर कार्य करें ताकि हम सब मिलकर इस महामारी को हरा सके।
पुलिस सुरक्षा में लाएंगे ऑक्सीजन: ऑक्सीजन की बढ़ती मारामारी के बीच सोमवार सुबह राजस्थान के भिवाड़ी से 4 किलोलीटर ऑक्सीजन पहुंच गई, लेकिन अब हिसार से सिलेंडर भरकर नहीं आए हैं। इन सिलेंडर को पुलिस फोर्स के साथ हिसार में भेजा गया है।

करीब 300 सिलेंडर को हिसार से भरवाया जाएगा। मुख्यमंत्री से लिक्विड ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाए जाने की बात कही गई है। तीन ट्रक लगातार लिक्विड ऑक्सीजन टैंक 30 किलोलीटर को भर रहे हैं।

बाहरी जिलों व राज्यों का बढ़ा बोझ: पीजीआईएमएस ही नहीं रोहतक के अन्य प्राइवेट अस्पतालों में भी बाहर से मरीजों का लोड बढ़ता जा रहा है। रोहतक में पंजाब, दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद व प्रदेश के जिलों से गंभीर मरीज आ रहे हैं।

हेल्थ विवि के कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने बताया कि पीजीआईएमएस के 350 बेड में 11 आईसीयू हैं। इनमें वेंटिलेटर और मल्टी पैरा मॉनिटर की सुविधा भी है। रेमडिसिविर दवा आ चुकी है और अब टोसलीजुम्ब दवा को भी मंगवाने का ऑर्डर दे दिया गया है।

मरीजाें, ऑक्सीजन बेड व दवा की जानकारी ली

सीएम मनोहर लाल ने इससे पहले पीजीआईएमएस में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। मुख्यमंत्री ने संस्थान में उपचाराधीन मरीजों की सुविधाओं के बारे में भी हेल्थ यूनिवर्सिटी के कुलपति से रिपोर्ट प्राप्त की और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए। साथ ही चिकित्सकों से ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता होने, आईसीयू व दवाइयों के बारे में जानकारी ली।

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