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Tuesday, April 13, 2021

श्रद्धा से मनाया खालसा साजना दिवस-गुरुद्वारों में सजे धार्मिक दिवान, भोग डाले गए

श्रद्धा से मनाया खालसा साजना दिवस

-गुरुद्वारों में सजे धार्मिक दिवान, भोग डाले गए

जींद : ( संजय तिरंगाधारी ) बैसाखी का त्योहार एवं तीसरी पातशाही गुरू अमरदास का गुरुगद्दी दिवस मंगलवार को जिलेभर में खालसा साजना दिवस के रूप में बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। शहर के सभी गुरुद्वारों में रखे गए श्री गुरुग्रंथ साहिब के अखंड पाठों का भोग डाला गया। श्रद्धालुओं ने अपने गुरु श्री गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष माथा टेक कर अपनी खुशी का इजहार किया। इस अवसर पर सभी गुरुद्वारों में धार्मिक दिवान सजाए गए। जिनमें गुरुद्वारा गुरु तेग बहादुर साहिब में भाई हरदीप सिंह व कर्मजीत सिंह तथा करनाल से आए भाई बलविंदर सिंह के रागी जत्थे ने सिंह सभा गुरुद्वारा रेलवे जंक्शन पर भाई संतोख सिंह व जसवंत सिंह, गुरुद्वारा बंदा सिंह बहादुर साहिब में भाई काश्मीर सिंह, गुरुद्वारा सिंह सभा भारत सिनेमा रोड में भाई गुरदित्त सिंह के रागी जत्थे द्वारा गुरबाणी शब्द गायन कि गए तथा गुरुद्वारा तेग बहादुर साहिब में करनाल से आए भाई अमृतपाल सिंह दरड़ ने अपने कथा प्रवचनों में गुरु गोबिंद सिंह द्वारा मुगलों के साथ हुए युद्धों में उनकी वीरता के किस्से सुनाए व खालसा पंथ की स्थापना का महत्व बताया। गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर सुखविंदर सिंह ढिल्लों ने बताया कि गुरू गोबिंद सिंह ने 13 अप्रैल 1699 को आज ही के दिन पांच प्यारों को अमृतपान छका कर खालसा पंथ की स्थापना की थी।  समाज से भेदभाव खत्म करने के प्रयासों में सिखों के तीसरे गुरु अमरदास का बड़ा योगदान है। वो आध्यात्मिक चिंतक तो थे ही साथ उन्होंने समाज को विभिन्न प्रकार की सामाजिक कुरीतियों से बचाने का काम किया। इस मौके पर हैड ग्रंथी गुरविंदर सिंह रत्तक, डा. हरपाल आनंद, रणजीत सिंह, हरविंद्र सिंह, मेजर सिंह, प्रीतम सिंह, जगतार सिंह, पूर्ण सिंह, जसबीर सिंह, कमलजीत कौर, शोभा सिंह, सतनाम सिंह व अशोक उपस्थित थे।

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