रोहतक : कोविड-19 से बचाव को लेकर नगरपालिका की ओर से केवल सरकारी कार्यालयों व सार्वजनिक स्थानों पर ही दवा का छिड़काव किया जा रहा है। वार्ड व बाहरी बस्तियों में दवा का छिड़काव ना होने से शहरवासियों में रोष है। उनका कहना है कि बीमारी जगह को देखकर नहीं फैलती। किसी भी क्षेत्र में रहने वाले लोग करोना की चपेट में आ सकते हैं।
शहर के लोगों ने सभी गलियों, बस्ती व वार्डों को भी सेनिटाइज करने की अधिकारियों से गुहार लगाई है। शहर में पिछले चार दिनों से दवा छिड़काव का काम जारी है। योजना के तहत थाने, तहसील, सिविल अस्पताल व अन्य सरकारी कार्यालयों को सेनिटाइज किया जा रहा है।
बसंत लाल गिरधर, पार्षद कृष्ण नेहरा, रमेश दहिया, बंटी सिंहमार, राजेश जिंदल, राजकुमार गिरोतरा का कहना है कि काेरोना का संक्रमण दिन प्रतिदिन फैलता जा रहा है। ऐसे में नगरपालिका को सरकारी कार्यालयों व सार्वजनिक स्थानों के साथ साथ वार्डों की गलियों में भी दवा का छिड़काव करवाना चाहिए।
ऐतराज है तो कोटेशन जारी कर दूसरा ट्रैक्टर रख लेंगे
नगरपालिका अध्यक्ष फतेह सिंह ने बताया कि केवल सरकारी कार्यालयों व सार्वजनिक स्थानों पर ही दवा छिड़काव के ऑर्डर आए हैं। ट्रैक्टर लगाने के लिए कोटेशन ली जानी चाहिए थी लेकिन कोई कोटेशन नहीं ली गई। अगर किसी को ऐतराज है तो कोटेशन जारी कर दूसरा ट्रैक्टर रख लेंगे।
बगैर कोटेशन लगा दिया ट्रैक्टर, पार्षदों ने किया एतराज : नगरपालिका ने एक हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से दवा छिड़काव के लिए ट्रैक्टर किराए पर लिया है। इसको लेकर पार्षदों ने विरोध दर्ज कराया है। पार्षद रमेश दहिया, पार्षद धर्मवीर, पार्षद कृष्ण नेहरा का कहना है कि नगरपालिका में वाहन लगाने से पहले किराए को लेकर अनेक लोगों को सूचना देकर कोटेशन आमंत्रित करनी चाहिए थी। लेकिन यहां ऐसा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि प्रधान व सेनेटरी इंस्पेक्टर ने मिलकर एक हजार रुपए में 4 घंटे प्रतिदिन के हिसाब से बगैर कोटेशन मंगवाए ट्रैक्टर किराए पर ले लिया जो नियमों के विपरीत है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष भी इसी तरह दवा छिड़काव में हजारों रुपए का घपला किया गया था। इस बार भी ऐसा ही कुछ शुरू हो चुका है। पार्षदों ने कहा कि मामले में जांच होनी चाहिए ताकि नगरपालिका में बरती जा रही अनियमितता लोगों के सामने आ सके।
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